AIN NEWS 1 | प्रयागराज में 2025 में होने वाले महाकुंभ को लेकर अखाड़ों की बैठक में भारी हंगामा हो गया। मेला प्राधिकरण के कार्यालय में आयोजित इस बैठक के दौरान दो गुटों के संतों के बीच जमकर मारपीट हुई, जिसमें थप्पड़ और लात-घूंसे तक चले। बैठक में विवाद की शुरुआत जमीन आवंटन को लेकर हुई, जिसमें अखाड़ा परिषद के दो गुटों के बीच वाद-विवाद मारपीट में बदल गया। इस घटना में कुछ संतों को मामूली चोटें भी आई हैं।
दो गुटों में बंटा अखाड़ा परिषद
पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र गिरी की मृत्यु के बाद से अखाड़ा परिषद दो गुटों में विभाजित है। मेला प्राधिकरण ने इस बैठक में दोनों गुटों को बुलाया था, लेकिन बैठक शुरू होने से पहले ही विवाद शुरू हो गया। निर्मोही अखाड़े के अध्यक्ष राजेंद्र दास ने कहा कि कुंभ मेले में बार-बार पदाधिकारियों को बैठाने के बजाय दूसरों को बैठाया जा रहा है, खासकर जूना अखाड़े के संतों को। उन्होंने आरोप लगाया कि जूना अखाड़े के प्रेम गिरी ने उन्हें हमला किया जब उन्होंने आपत्ति जताई।
40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना
महाकुंभ 2025 के आयोजन को यूपी सरकार भव्य और दिव्य बनाने के प्रयास में है। इस महाकुंभ में लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के प्रयागराज आने की संभावना है, जो पिछले कुंभ मेले की तुलना में डेढ़ से दो गुना ज्यादा है। त्रिवेणी संगम, जो इस आयोजन का मुख्य स्थल है, उसे शहर से जोड़ने वाली सड़कों का तेजी से निर्माण किया जा रहा है ताकि श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक यात्रा सुनिश्चित की जा सके।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस आयोजन को प्राथमिकता दे रहे हैं, और सरकार किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से बचने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।