AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के संभल जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां सोशल मीडिया पर अश्लीलता फैलाने वाले एक गिरोह का खुलासा हुआ है।
यह गिरोह ‘mehakpari143’ नाम की इंस्टाग्राम आईडी के ज़रिए अश्लील रील्स और वीडियो अपलोड कर रहा था। इस आईडी को संभल के असमोली थाना क्षेत्र के शहवाजपुर गांव की रहने वाली तीन युवतियां – महक, निशा उर्फ परी और हिना मिलकर चला रही थीं। इनके साथ एक कैमरामैन भी था, जिसका नाम जर्रार आलम है।
कैसे हुआ खुलासा?
ग्रामीणों ने पुलिस से शिकायत की थी कि कुछ लड़कियां गांव में बैठकर लगातार आपत्तिजनक वीडियो बना रही हैं और सोशल मीडिया पर वायरल कर रही हैं। इन वीडियो में न सिर्फ अश्लील भाषा और गाली-गलौज थी, बल्कि इशारे और हरकतें भी अश्लीलता की सारी सीमाएं पार कर रही थीं।
शिकायत मिलने के बाद असमोली थाना प्रभारी राजीव मलिक के नेतृत्व में पुलिस टीम ने वायरल हो रहे वीडियो की जांच शुरू की। जांच में पुष्टि हुई कि वीडियो वास्तव में अश्लील हैं और जानबूझकर बनाए गए हैं।
FIR दर्ज और गिरफ्तारी
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए महक, परी, हिना और कैमरामैन आलम के खिलाफ BNS की धारा 296(B) और IT एक्ट की धारा 67 के तहत मुकदमा दर्ज किया।
सोमवार देर रात को चारों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस इन्हें असमोली थाने ले गई, जहां इनसे पूछताछ की गई और फिर मेडिकल परीक्षण कराकर कोर्ट में पेश किया गया।
कमाई का मॉडल: Instagram से पैसे कैसे मिलते थे?
पूछताछ में पुलिस को जानकारी मिली कि ये युवतियां अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें अपने इंस्टाग्राम अकाउंट mehakpari143 पर अपलोड करती थीं। इन वीडियो को हजारों लोग देखते थे, जिससे इन्हें सोशल मीडिया से पैसे मिलते थे।
एक माह में ये लोग औसतन ₹30,000 से ₹35,000 तक कमा रहे थे। यह कमाई व्यूअरशिप (views) और ब्रांड प्रमोशन से होती थी। कमाई को आपस में चारों लोग बांट लेते थे।
क्यों करते थे ये काम?
एसपी के.के. बिश्नोई के अनुसार, ये लड़कियां सस्ती लोकप्रियता और त्वरित कमाई के लिए ऐसा कर रही थीं। उन्होंने जानबूझकर भड़काऊ और आपत्तिजनक कंटेंट तैयार किया ताकि वीडियो वायरल हो सके।
पुलिस का कहना है कि यह एक चिंताजनक ट्रेंड बनता जा रहा है, जहां युवा वायरल होने के लिए किसी भी हद तक जा रहे हैं।
पुलिस की अगली रणनीति क्या है?
पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि इस गैंग के पीछे कोई बड़ा नेटवर्क तो नहीं है। कहीं ऐसा तो नहीं कि कोई इन्हें निर्देश दे रहा हो या वीडियो को और आगे प्रमोट कर रहा हो।
साइबर सेल को भी अलर्ट किया गया है ताकि ऐसे और अकाउंट्स की पहचान की जा सके जो इसी तरह की अश्लीलता फैला रहे हैं।
सोशल मीडिया का अंधा खेल
यह मामला एक बार फिर से इस बात को उजागर करता है कि सोशल मीडिया अब सिर्फ मनोरंजन का माध्यम नहीं रहा, बल्कि बहुत से लोग इसे अवैध कमाई का जरिया बना रहे हैं।
‘फेमस’ होने की चाह में युवा वर्ग खुद को कानून और समाज दोनों की सीमाओं से बाहर ले जा रहा है।
जनता और अभिभावकों के लिए चेतावनी
पुलिस और विशेषज्ञों का कहना है कि अभिभावकों को अपने बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों पर नज़र रखनी चाहिए। साथ ही युवाओं को यह समझाना चाहिए कि गलत रास्ते से कमाई की कोई गारंटी नहीं होती, उल्टा यह उनका भविष्य बर्बाद कर सकती है।
महक, परी, हिना और आलम की गिरफ्तारी से यह स्पष्ट हो गया है कि सोशल मीडिया की चकाचौंध में कुछ लोग किस हद तक गिर सकते हैं। अब जरूरत है कि इस तरह के मामलों पर सख्त नज़र रखी जाए और युवा पीढ़ी को जागरूक किया जाए ताकि वे सही दिशा में आगे बढ़ सकें।
यदि आप भी सोशल मीडिया पर किसी संदिग्ध गतिविधि को देखते हैं, तो तुरंत पुलिस या साइबर सेल से संपर्क करें।
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Mahak and Pari from Sambhal, Uttar Pradesh, were arrested for posting obscene Instagram reels through the account mehakpari143. Along with another girl and their cameraman, they uploaded vulgar content to gain popularity and income, reportedly earning ₹30,000–35,000 monthly. The arrest under BNS Section 296(B) and IT Act Section 67 has exposed the growing trend of obscene video content creation on social media platforms for easy money.