AIN NEWS 1: महाकुंभ 2025 के 11वें दिन श्रद्धालुओं और साधु-संतों की उत्सुकता अपने चरम पर है। इस पवित्र आयोजन में अब तक 10 करोड़ से अधिक भक्त स्नान कर चुके हैं।
देवकीनंदन ठाकुर की सनातन बोर्ड की मांग
प्रसिद्ध कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने कुंभ के दौरान एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सनातन धर्म के संरक्षण के लिए सनातन बोर्ड के गठन की मांग उठाई। उन्होंने कहा, “हमारी बहन-बेटियों को स्कूलों में नचाया जा रहा है, जिससे हमारी संस्कृति पर संकट है। योगी आदित्यनाथ और नरेंद्र मोदी इस महाकुंभ के यजमान हैं। यज्ञ की परंपरा तभी पूर्ण होगी जब यजमान दक्षिणा देंगे। हमारी दक्षिणा है सनातन बोर्ड का गठन।”
उन्होंने वक्फ बोर्ड को खत्म करने की भी मांग की। इसके साथ ही 27 जनवरी को सेक्टर-17 में आयोजित होने वाली सनातन धर्म संसद में लोगों से भारी संख्या में पहुंचने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “अगर बैठने की जगह न मिले तो खड़े रहो और जगह न हो तो जाम लगाओ। लेकिन यह मांग इतनी मजबूती से रखो कि बिना सनातन बोर्ड के हम वापस नहीं जाएंगे।”
साधु-संतों की परंपराएं और प्रदर्शन
महाकुंभ में साधु-संतों ने अपने विशेष करतब दिखाए। दिगंबर अनी अखाड़े में साधु-संतों ने ढोल-नगाड़ों की धुन पर नृत्य किया और तलवारें लहराईं। यह आयोजन न केवल परंपराओं को दर्शाता है बल्कि इसकी भव्यता भी श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर रही है।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल का संगम स्नान
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा अपने परिवार के साथ संगम पहुंचे और पवित्र स्नान किया। संगम के इस अद्भुत दृश्य ने श्रद्धालुओं को और अधिक आध्यात्मिक अनुभव दिया।
इसरो की सैटेलाइट तस्वीरें: कुंभ की अद्भुत झलक
इसरो ने कुंभ क्षेत्र की सैटेलाइट तस्वीरें साझा की हैं, जिसमें संगम क्षेत्र में हुए बदलावों को दर्शाया गया है।
6 अप्रैल 2024: संगम क्षेत्र में कोई स्थायी निर्माण नहीं था।
22 दिसंबर 2024: संगम क्षेत्र में टेंट सिटी बननी शुरू हो गई थी।
शिवालय पार्क: 11 एकड़ में फैले इस पार्क में 12 ज्योतिर्लिंग की प्रतिकृतियां बनाई गईं।
शांति की प्रार्थना: महंत सनत कुमार
महंत सनत कुमार ने भगवान दत्तात्रेय और शिव की पूजा कर यूक्रेन-रूस के बीच चल रहे युद्ध के लिए शांति की प्रार्थना की। उन्होंने कहा, “सनातन धर्म का उद्देश्य एकता और सहयोग है। भारतीय और पश्चिमी संस्कृतियां एक साथ काम कर सकती हैं। मैं इस पवित्र भूमि से सभी युद्धों में शांति की कामना करता हूं।”
The Mahakumbh 2025 has become a grand spectacle of faith, culture, and unity. Renowned spiritual leader Devkinandan Thakur has called for the establishment of a Sanatan Board to safeguard India’s ancient traditions and demanded the dissolution of the Waqf Board. The event is further highlighted by ISRO’s satellite images of the tent city, Jammu-Kashmir Lieutenant Governor’s sacred dip at the Sangam, and the grand performances by saints and monks. With over 10 crore devotees participating and spiritual leaders advocating for peace, Mahakumbh showcases the essence of India’s spiritual legacy.