AIN NEWS 1 गाजियाबाद: डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती द्वारा दिए गए विवादास्पद बयान के खिलाफ विभिन्न मुस्लिम संगठनों के विरोध प्रदर्शन के बीच हिंदू संगठनों ने 13 अक्टूबर को महापंचायत करने का निर्णय लिया है। यह महापंचायत गाजियाबाद स्थित कलेक्ट्रेट पर आयोजित होगी, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होने की उम्मीद है।
हाल ही में, इंडिया सैफी फ्रंट के शकील सैफी ने यूपी गेट पर धरना प्रदर्शन किया, जिसमें यति नरसिंहानंद के बयान का विरोध किया गया। इस दौरान, प्रदर्शनकारियों ने उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। दूसरी ओर, हिंदू संगठनों ने यति नरसिंहानंद का समर्थन करते हुए महापंचायत का ऐलान किया है।
महापंचायत में शामिल होने वाले संगठनों में हिंदू रक्षा दल, शिवसेना (यूबीटी), गोरक्षा दल, बजरंग दल, हिंदू युवा वाहिनी और संत समाज के लोग शामिल होंगे। शिवसेना (यूबीटी) के प्रदेश अध्यक्ष महेश आहूजा ने आरोप लगाया कि यति नरसिंहानंद को पुलिस ने हिरासत में लिया हुआ है और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए।
हिंदू संगठनों का आरोप है कि हाल ही में डासना देवी मंदिर पर एक उग्र भीड़ ने महंत यति नरसिंहानंद पर हमला किया। उन्होंने मांग की है कि हमलावरों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। यदि ऐसा नहीं किया गया, तो वे बड़े आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं।
यति नरसिंहानंद ने 29 सितंबर को हिंदी भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में पैंगबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हुए। इन प्रदर्शनों के दौरान, पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। अब भी कई स्थानों पर विरोध जारी है।
जिला प्रशासन और गाजियाबाद पुलिस इस महापंचायत को लेकर सतर्क हैं, ताकि कोई अप्रिय स्थिति न उत्पन्न हो। संगठन के नेताओं ने लोगों से अपील की है कि वे महापंचायत में शामिल हों और यति नरसिंहानंद के समर्थन में एकजुटता दिखाएं।
गाजियाबाद में हो रही यह गतिविधि धार्मिक भावनाओं से जुड़ी है और इसे देखते हुए प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्णय लिया है। महापंचायत का आयोजन न केवल यति नरसिंहानंद के समर्थन में है, बल्कि यह विभिन्न धार्मिक समुदायों के बीच बढ़ते तनाव को भी दर्शाता है।
इस प्रकार, गाजियाबाद में होने वाली महापंचायत एक महत्वपूर्ण घटना है, जो न केवल स्थानीय बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी ध्यान आकर्षित कर रही है।