AIN NEWS 1 नंदुरबार, महाराष्ट्र: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हाल ही में नंदुरबार में किसानों को लेकर अहम घोषणाएं कीं। उन्होंने बताया कि राज्य के कपास और सोयाबीन किसानों को उनकी फसलों की उचित मूल्य (MSP) देने का फैसला किया गया है। इसके साथ ही, किसानों को 15% तक नमी वाले कपास और सोयाबीन को भी सरकारी खरीद में शामिल करने की मंजूरी दी गई है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि, “मैंने हाल ही में केंद्रीय कृषि मंत्री से मुलाकात की और कपास और सोयाबीन किसानों को होने वाली समस्याओं पर चर्चा की। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि किसानों को तत्काल MSP दिया जाएगा।”
MSP पर महत्वपूर्ण निर्णय
शिंदे ने बताया कि सोयाबीन का MSP इस समय ₹1892 प्रति क्विंटल है, वहीं कपास का MSP ₹7121 प्रति क्विंटल तय किया गया है। इसके साथ ही, सूखे कपास की कीमत ₹7529 प्रति क्विंटल होगी। यह निर्णय किसानों के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकता है, जो हाल ही में मौसम की प्रतिकूलताओं और खेती की कम पैदावार से जूझ रहे हैं।
महिला कल्याण योजनाओं का असर
मुख्यमंत्री ने महिला कल्याण योजनाओं पर भी चर्चा की और बताया कि ‘लड़की बहन योजना’ जैसी सरकारी योजनाओं का महिलाओं पर सकारात्मक असर पड़ा है। उन्होंने कहा, “महिलाएं इस योजना से खुश हैं और इसे लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है।”
भविष्य में महायुति सरकार के गठन का दावा
मुख्यमंत्री शिंदे ने आगे कहा कि सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं का लाभ राज्य की जनता को हो रहा है, खासकर महिलाओं और किसानों को। उनका विश्वास है कि इन योजनाओं के असर से राज्य में महायुति सरकार फिर से बनेगी।
मुख्यमंत्री शिंदे के अनुसार, इन योजनाओं ने महाराष्ट्र में काफी सकारात्मक प्रभाव डाला है, और राज्य में सरकार की तरफ से किए गए प्रयासों को लोगों ने सराहा है। उनके मुताबिक, महिलाएं और किसान योजनाओं के फायदे से खुश हैं, और यही कारण है कि आगामी चुनावों में महायुति सरकार की वापसी होगी।
निष्कर्ष:
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का यह बयान महाराष्ट्र के किसानों और महिलाओं के लिए एक बड़ी राहत लेकर आया है। MSP की घोषणा और सूखा कपास खरीदने की अनुमति से किसानों को उम्मीद की नई किरण दिखाई दे रही है, वहीं महिला कल्याण योजनाएं राज्य में सामाजिक सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही हैं।