AIN NEWS 1 बेंगलुरु, 24 दिसंबर:कर्नाटका विधानसभा में बीजेपी के विधायक महेश तेंगिनकाई ने बीजेपी एमएलसी सीटी रवि के खिलाफ चल रही सीआईडी जांच पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि इस मामले में कोई ठोस प्रमाण या ऑडियो-वीडियो रिकॉर्डिंग नहीं हैं, और यह सीटी रवि को परेशान करने की एक साजिश है।
महेश तेंगिनकाई ने इस मामले को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं और कहा कि जब गृह मंत्री और जिला मंत्री दोनों ही इस पूरे घटनाक्रम से अंजान हैं, तो फिर वे दोनों मंत्री जो इसमें शामिल थे, उनका इस जांच में शामिल होना जरूरी है। महेश तेंगिनकाई का यह बयान तब आया है, जब सीटी रवि के खिलाफ सीआईडी जांच का आदेश दिया गया।
महेश तेंगिनकाई ने कहा, “स्पीकर ने स्पष्ट रूप से यह कहा है कि हमारे पास इस मामले के कोई ऑडियो-वीडियो रिकॉर्डिंग या कोई ठोस प्रमाण नहीं हैं। ऐसे में यह स्पष्ट है कि यह पूरी तरह से सीटी रवि को परेशान करने की कोशिश है।”
उन्होंने आगे कहा, “अगर गृह मंत्री और जिला मंत्री इस घटना के बारे में अनजान हैं, तो फिर इस मामले में शामिल दोनों मंत्रियों का नाम सामने आना चाहिए और इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जानी चाहिए।” महेश तेंगिनकाई का आरोप है कि इस तरह के मामलों से बीजेपी को राजनीतिक रूप से नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।
वहीं, बीजेपी एमएलसी सीटी रवि का कहना है कि यह मामला राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा है और उनका नाम जानबूझकर घसीटा जा रहा है। उन्होंने इस आरोप को पूरी तरह से खारिज किया और कहा कि किसी भी जांच में कोई ठोस प्रमाण नहीं है।
बीजेपी के नेता इस पूरे मामले में एकजुट होकर सीटी रवि का समर्थन कर रहे हैं। उनका मानना है कि इस तरह के आरोप सिर्फ राजनीति का हिस्सा हैं और इनसे कोई फर्क नहीं पड़ता।
कर्नाटका में सीटी रवि के खिलाफ चल रही जांच को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चाएं तेज हैं। हालांकि, बीजेपी नेताओं का यह मानना है कि यह सीटी रवि की छवि को धूमिल करने का प्रयास है।
इस पूरे घटनाक्रम में अब देखना यह होगा कि सीआईडी की जांच में क्या परिणाम निकलता है और क्या इस मामले में कोई ठोस सबूत सामने आते हैं, जो सीटी रवि के खिलाफ आरोपों को साबित कर सके।