बॉलीवुड से संन्यास की ओर सफर
AIN NEWS 1: 90 के दशक की लोकप्रिय बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी ने फिल्म इंडस्ट्री से अचानक दूरी बना ली थी। ‘करण अर्जुन’ (1995), ‘बाजी’ (1995), और ‘चाइना गेट’ (1998) जैसी सुपरहिट फिल्मों में अभिनय करने वाली ममता अपने ग्लैमरस अंदाज के लिए जानी जाती थीं। लेकिन बॉलीवुड छोड़ने के बाद उन्होंने आध्यात्मिक मार्ग को अपनाया, जिसने कई सवाल खड़े किए।
किन्नर अखाड़ा और महामंडलेश्वर की उपाधि
हाल ही में, महाकुंभ 2025 के दौरान, किन्नर अखाड़ा ने ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर की उपाधि दी। लेकिन यह निर्णय विवादों में घिर गया और कुछ ही दिनों में किन्नर अखाड़ा के संस्थापक ऋषि अजय दास ने इस पद से उन्हें हटा दिया। सिर्फ 7 दिनों के अंदर ही उन्हें महामंडलेश्वर पद से निष्कासित कर दिया गया।
ममता कुलकर्णी का वायरल वीडियो और मंत्रोच्चार विवाद
महामंडलेश्वर की उपाधि छिनने के बाद ममता कुलकर्णी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस वीडियो में वह आलथी-पालथी मारकर मंत्रोच्चार करती नजर आईं, लेकिन कहा जा रहा है कि उन्होंने गलत मंत्रों का जाप किया। इसके चलते उन्हें सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल किया गया। कई लोगों ने उनके संन्यास पर सवाल उठाए, और यह भी कहा कि वेद और शास्त्रों का वास्तविक ज्ञान न होने के बावजूद उन्होंने यह पद ग्रहण किया था।
क्या ममता कुलकर्णी असली संन्यासी हैं या यह सिर्फ एक नाटक था?
जब ममता कुलकर्णी ने संन्यास लिया, तो लोगों के मन में कई सवाल उठे—क्या उन्होंने वास्तव में आध्यात्मिक साधना की है? क्या उनका संन्यास कोई ड्रामा तो नहीं? क्या भगवा वस्त्र सिर्फ एक दिखावा है? इसी संदर्भ में ममता कुलकर्णी ने इंडिया टीवी के शो ‘आप की अदालत’ में अपनी सफाई दी।
‘आप की अदालत’ में ममता का जवाब
https://www.instagram.com/reel/DFfhQigsF80/?igsh=d2k4OW0wb2s2N3Rr
इंडिया टीवी के चर्चित शो ‘आप की अदालत’ में ममता कुलकर्णी ने रजत शर्मा के तीखे सवालों का सामना किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने आध्यात्मिकता को पूरी तरह से अपनाया है और अब फिल्मों में वापसी का कोई सवाल ही नहीं उठता।
उन्होंने कहा,
> “मैं अब फिल्मों में कभी काम नहीं करूंगी। मेरे लिए यह पूरी तरह से असंभव है। मैंने आध्यात्मिकता को पूरी तरह से अपना लिया है।”
किन्नर अखाड़ा के भीतर मतभेद और निष्कासन की वजह
ममता कुलकर्णी के महामंडलेश्वर बनने के बाद, किन्नर अखाड़ा के भीतर ही भारी मतभेद सामने आए। रिपोर्ट्स के अनुसार, अखाड़ा के संस्थापक अजय दास और आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के बीच विवाद हो गया था। अजय दास ने त्रिपाठी को पद से हटाने की चेतावनी दी, लेकिन त्रिपाठी ने इस फैसले को चुनौती दी।
इस विवाद के बीच, ममता कुलकर्णी भी चर्चा का विषय बन गईं और आखिरकार उन्हें महामंडलेश्वर पद से हटा दिया गया।
ममता कुलकर्णी का संन्यास और बॉलीवुड से दूरी
ममता कुलकर्णी के मुताबिक, उन्होंने अपनी आध्यात्मिक यात्रा को गहराई से संतोषजनक बताया। उन्होंने कहा कि उन्होंने माया और मोह से पूरी तरह से मुक्ति पा ली है और अब वह सांसारिक जीवन में वापस नहीं आना चाहतीं।
क्या आगे कोई नया विवाद खड़ा होगा?
भले ही ममता कुलकर्णी ने संन्यास को लेकर अपनी सफाई दी हो, लेकिन उनका निष्कासन और विवाद अभी भी चर्चा में बना हुआ है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या आने वाले दिनों में कोई नया विवाद खड़ा होता है या यह मामला यहीं समाप्त हो जाता है।
Mamta Kulkarni, a former Bollywood actress, took sanyas and was recently given the Mahamandaleshwar title at Mahakumbh 2025 by Kinnar Akhada. However, her appointment led to controversy, and she was removed from the post within 7 days. A viral video of her chanting incorrect mantras has further fueled debates. In a recent Aap Ki Adalat interview, Mamta clarified that she has fully embraced spirituality and will never return to Bollywood. With social media backlash and Akhada disputes, the truth about her renunciation remains a topic of debate.