AIN NEWS 1: हैदराबाद में एक बड़े हादसे के दौरान इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) से भरे कंटेनर में अचानक आग लग गई। हादसा उस वक्त हुआ, जब कंटेनर हाईवे पर एक स्थान से दूसरे स्थान जा रहा था। इस घटना में कुल 8 इलेक्ट्रिक कारें पूरी तरह से जलकर खाक हो गईं। हादसे का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और इसे लेकर लोगों में गहरी चिंता है।
कैसे हुआ हादसा?
घटना मंगलवार को हैदराबाद के बाहरी इलाके में हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कंटेनर में अचानक धुआं उठने लगा और कुछ ही मिनटों में आग ने विकराल रूप ले लिया। ड्राइवर और अन्य लोग जब तक कुछ समझ पाते, तब तक आग पूरी तरह फैल चुकी थी।
सुरक्षा के उपाय विफल रहे
फायर ब्रिगेड को तुरंत सूचित किया गया, लेकिन आग इतनी तेजी से फैली कि कारें जलने से नहीं बच पाईं। दमकल विभाग ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक काफी नुकसान हो चुका था। विशेषज्ञों का मानना है कि संभवतः बैटरी में शॉर्ट सर्किट होने से आग लगी, जो तेजी से पूरे कंटेनर में फैल गई।
बढ़ रही इलेक्ट्रिक वाहनों की आग की घटनाएं
यह पहली बार नहीं है जब इलेक्ट्रिक वाहनों से जुड़े कंटेनरों में आग लगी हो। हाल के दिनों में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें EV की बैटरी या अन्य इलेक्ट्रिक उपकरणों में आग लगने की समस्या सामने आई है। बैटरी में तकनीकी खामियों के कारण यह घटनाएं हो रही हैं, जो EV इंडस्ट्री के लिए चिंता का विषय बन चुकी हैं।
सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रिया
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। लोग इस घटना पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं और EV की सुरक्षा पर सवाल उठा रहे हैं। कई लोगों ने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बेहतर सुरक्षा उपाय और परीक्षण प्रक्रिया की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
सरकार और निर्माता कंपनियों के लिए चेतावनी
EV कंपनियां और सरकार के संबंधित विभागों को इस तरह की घटनाओं से सबक लेना होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि बैटरी की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सुधार और नियमों में बदलाव की जरूरत है। EV निर्माताओं को भी ऐसी तकनीक और उपायों को अपनाने पर विचार करना चाहिए जो आग की घटनाओं को रोक सकें।
निष्कर्ष
इस घटना ने एक बार फिर से इलेक्ट्रिक वाहनों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। EV उद्योग में बढ़ती आग की घटनाओं से लोगों में डर और संशय बढ़ रहा है। सरकार और कंपनियों को मिलकर इसे रोकने के उपाय करने होंगे, ताकि इस तरह के हादसे दोबारा न हो।