Army Jawan Caught in Meerut with 70 AK-47 Cartridges Meant for Terror Ops in Kashmir
मेरठ में सेना का सिपाही 70 एके-47 कारतूस के साथ गिरफ्तार, आतंकियों पर चलाने के बजाय बेचने आया था
AIN NEWS 1: मेरठ के रैपिड रेलवे स्टेशन के पास बुधवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। उत्तर प्रदेश एटीएस (ATS) और पल्लवपुरम पुलिस की एक संयुक्त कार्रवाई में सेना का एक सिपाही राहुल गिरफ्तार किया गया, जिसके पास से एके-47 रायफल के 70 जिंदा कारतूस बरामद हुए।
🔍 चेकिंग के दौरान फंसा सेना का जवान
ATS को सूचना मिली थी कि एक कार में अवैध कारतूस लेकर एक व्यक्ति उन्हें बेचने जा रहा है। जैसे ही ATS की टीम मोदीपुरम चौकी पहुंची, वहां से चौकी इंचार्ज के साथ मिलकर टीम ने चेकिंग शुरू की। रैपिड स्टेशन के पास एक संदिग्ध कार को रोका गया, जिसमें एक व्यक्ति आर्मी की यूनिफॉर्म में था और गले में आईडी कार्ड टंगा था।
उसकी पहचान नगली आजड़, मेरठ निवासी राहुल के रूप में हुई, जो भारतीय सेना में सिपाही है। कार की तलाशी लेने पर उसके पास से एके-47 के 70 कारतूस मिले। राहुल तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया।
🪖 आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन के लिए मिले थे कारतूस
पूछताछ में राहुल ने बताया कि ये कारतूस उसे जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन के दौरान मिले थे। लेकिन उसने उन्हें वापस जमा करने के बजाय छिपा लिया। वर्तमान में उसकी पोस्टिंग महाराष्ट्र के अहमदनगर में M.I.C. एंड एस ट्रेनिंग सेंटर में है।
जब ATS ने उससे इन कारतूसों का लाइसेंस मांगा, तो वह कुछ नहीं दिखा पाया। यह साफ हो गया कि वह इन्हें अवैध रूप से अपने पास रखे हुए था।
🤝 दोस्ती और धोखे की कहानी
राहुल ने बताया कि वह मेरठ छुट्टी पर आया था और शास्त्रीनगर के एक दोस्त को ये कारतूस देने जा रहा था। दोस्त ने खुद को STF का जवान बताते हुए राहुल से कारतूस मांगे थे। उसने कहा था कि उसके कारतूस गुम हो गए हैं और अगर नए नहीं मिले तो उसकी नौकरी चली जाएगी।
राहुल ने दोस्ती में आकर छुट्टी के दौरान कारतूस लाकर देने की बात मान ली। दोनों की मुलाकात एक कॉलेज के पास तय थी। लेकिन जब राहुल वहां पहुंचा, तो उसका दोस्त नहीं आया।
🚨 ATS की फुर्ती, पुलिस की गोली और गिरफ़्तारी
इसी दौरान ATS और पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। तभी एक युवक राहुल के पास आया, जिसे देखकर राहुल घबरा गया और कारतूस उसके ऊपर फेंककर भागने लगा। मौके पर पुलिस ने फायरिंग भी की और राहुल को पकड़ लिया।
🧾 मुकदमा दर्ज, सेना भी हुई सक्रिय
ATS अधिकारी अमित कुमार भाटी ने पल्लवपुरम थाने में इस मामले में मुकदमा दर्ज करवाया है। इसके साथ ही सेना की तरफ से कमांडिंग ऑफिसर पुनीत शर्मा भी मौके पर पहुंचे और पूरी जानकारी ली।
📚 अब आगे क्या होगा?
इस घटना ने सुरक्षा एजेंसियों को झकझोर कर रख दिया है। ऐसे समय में जब सेना आतंकवाद से लड़ रही है, तब एक सैनिक का इस तरह से सेना के हथियारों का गलत इस्तेमाल करना गंभीर सवाल खड़े करता है।
पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि क्या इस घटना में और कोई शामिल है? क्या राहुल पहले भी ऐसा कर चुका है? क्या कारतूस कहीं और भी भेजे जाने वाले थे?
सेना के सिपाही का इस तरह से पकड़ा जाना न सिर्फ कानून व्यवस्था पर सवाल उठाता है, बल्कि सेना की आंतरिक प्रणाली की निगरानी की जरूरत को भी उजागर करता है। इस मामले की निष्पक्ष और सख्त जांच होनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
An Indian Army jawan was arrested in Meerut with 70 stolen AK-47 cartridges that were originally meant for use in counter-terror operations in Kashmir. The Anti-Terrorism Squad (ATS) and local police intercepted the soldier while he was attempting to sell the cartridges. The jawan, currently posted in Ahmednagar, had reportedly hidden these bullets during his deployment in Jammu and Kashmir. This shocking incident highlights a serious breach in army ammunition control and is currently under high-level investigation.