Meerut Dadri Shiva Temple Case: Hindu Organization Demands NSA Action on Kasim and Starts Poster Campaign
मेरठ के दादरी शिव मंदिर प्रकरण में कासिम पर कार्रवाई की मांग, मंदिर का शुद्धीकरण कर पोस्टर अभियान की शुरुआत
AIN NEWS 1: मेरठ जिले के ग्राम दादरी स्थित प्राचीन शिव मंदिर में हाल ही में एक गंभीर विवाद सामने आया है। अखिल भारतीय हिन्दू सुरक्षा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सचिन सिरोही ने इस प्रकरण पर बड़ा कदम उठाते हुए मंदिर का शुद्धीकरण (Sanctification) कराया और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सख्त कार्रवाई की मांग की।
क्या है पूरा मामला?
ग्राम दादरी के इस प्राचीन शिव मंदिर में कासिम नामक व्यक्ति, कथित रूप से अपना नाम बदलकर और स्वयं को हिंदू बताकर, लंबे समय से सक्रिय था। आरोप है कि कासिम मंदिर परिसर में आने वाले लोगों, विशेषकर हिंदू महिलाओं के हाथ देखकर भविष्य बताने का काम करता था, जबकि पुरुषों को भविष्यवाणी नहीं करता था। ग्रामीणों का आरोप है कि इस मंदिर में कासिम का संदिग्ध लोगों का आना-जाना भी होता था, जिससे सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे।
क्यों उठी शुद्धीकरण की आवश्यकता?
शिव मंदिर में कासिम की मौजूदगी की जानकारी सामने आने के बाद हिंदू समाज में गहरा रोष देखने को मिला। ग्रामीणों और कार्यकर्ताओं को आशंका थी कि धार्मिक स्थल पर धोखाधड़ी के जरिए कोई बड़ी घटना भी हो सकती थी। खासतौर पर यह आशंका तब और बढ़ गई जब याद किया गया कि शिवरात्रि के दौरान सैकड़ों शिव भक्त इस मंदिर में रुके थे और यहां भंडारा (सामूहिक भोजन) आयोजित हुआ था। ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह के मौकों पर खाद्य पदार्थों में मिलावट या अन्य प्रकार का षड्यंत्र संभव था।
शिव मंदिर का शुद्धीकरण
अखिल भारतीय हिन्दू सुरक्षा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सचिन सिरोही स्वयं कार्यकर्ताओं और गांव के लोगों के साथ मंदिर पहुंचे। वहां विधिवत पूजा-पाठ और शुद्धीकरण अनुष्ठान कराया गया। इसके बाद मंदिर में पोस्टर अभियान की शुरुआत की गई। इन पोस्टरों में स्पष्ट लिखा गया –
“हिंदू मंदिर में मुस्लिम लोगों का आना वर्जित है”
सचिन सिरोही ने कहा कि यह अभियान देश के हर मंदिर तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा –
“कासिम जैसे लोग, जो अपना नाम बदलकर हिंदू समाज को धोखा देते हैं, समाज और देश के लिए खतरा हैं। इन्हें पकड़ना न केवल हमारी बल्कि सरकार की भी जिम्मेदारी है।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग
संगठन और ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ज्ञापन भेजकर कासिम के खिलाफ रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम) लगाने की मांग की। उनका कहना है कि कासिम के परिवार और उसके संपर्क में रहने वाले लोगों की भी जांच होनी चाहिए।
सचिन सिरोही ने आगे कहा –
“उत्तर प्रदेश के सभी मंदिरों में नियुक्त पंडितों का सरकारी सत्यापन अनिवार्य होना चाहिए। इससे मंदिरों में ऐसे लोगों की घुसपैठ रोकी जा सकेगी।”
गांव के लोगों की प्रतिक्रिया
गांववासियों ने इस पूरे प्रकरण पर नाराजगी व्यक्त की और कहा कि धार्मिक स्थलों की पवित्रता को किसी भी कीमत पर खतरे में नहीं डाला जा सकता। उनका मानना है कि सरकार को सख्त और ठोस कदम उठाने होंगे, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
भविष्य में क्या?
संगठन के अनुसार, पोस्टर अभियान केवल मेरठ तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि उत्तर प्रदेश के हर जिले और फिर देशभर के मंदिरों तक इसे फैलाया जाएगा। उनका मानना है कि जब तक हर मंदिर में सुरक्षा और सत्यापन की व्यवस्था नहीं होती, तब तक इस तरह के नाम बदलकर छिपे लोगों से धोखे की संभावना बनी रहती है।
In the Meerut Dadri Shiva Temple case, Hindu leader Sachin Sirohi and his team performed temple purification rituals after allegations that a man named Kasim posed as a Hindu and deceived devotees. The organization demanded NSA action against Kasim and started a poster campaign across temples, restricting entry of non-Hindus to preserve temple sanctity. The group also urged Yogi Adityanath to ensure temple priest verification across Uttar Pradesh for better Hindu temple security.