AIN NEWS 1 ( Meerut OYO): उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में अवैध रूप से संचालित होने वाले ओयो होटल के खिलाफ मेरठ विकास प्राधिकरण ने अब एक बड़ी कार्रवाई की है. उन्होने कुल 25 अवैध होटल्स को पूरी तरह से सील कर दिया गया है. इस दौरान मेरठ विकास प्राधिकरण और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से ही अवैध रूप से ओयो होटल संचालित करने वालों में काफ़ी ज्यादा हड़कंप मचा है. इस दौरान मेडा अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही कई सारे और अवैध ओयो होटल्स को सील किए जाएंगे.अवैध रूप से संचालित ओयो होटल्स के खिलाफ अब मेरठ में ये अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई बताई जा रही है. एक दिन में ही कुल 25 ओयो होटल सील किए गए हैं. इस दौरान मेरठ विकास प्राधिकरण में लगातार शिकायतें भी आ रही थी. सीएम पोर्टल भी ओयो होटल में चल रहे कृत्यों की काफ़ी ज्यादा शिकायत हो रही थी. आखिरकार मेरठ विकास प्राधिकरण ने इस कार्रवाई का प्लान बनाया और बागपत रोड पर एक-एक करके कुल 25 ओयो होटल सील कर दिए गए. इस दौरान मेडा वीसी अभिषेक पाण्डेय के निर्देश पर प्रवर्तन दल प्रभारी अर्पित यादव और उप प्रभारीपवन भारद्वाज अपने पूरे लाव लश्कर के साथ पहुंचे और यह बड़ा एक्शन ले लिया.
इस दौरान भाग खड़े हुए होटल संचालक
इस दौरान बागपत रोड पर जिस वक्त मेरठ विकास प्राधिकरण, जानी थाना, परतापुर थाना, कंकरखेड़ा थाने की फोर्स एक साथ पहुंची और अवैध ओयो होटल पर सील लगाने की अपनी कार्रवाई शुरू की गई तो कई सारे होटल संचालकों ने ओयो होटल के बोर्ड ही हटा दिए. कई ओयो होटल संचालक सीसीटीवी कैमरों की डीवीआर को लेकर भाग खड़े हुए. कई सारे होटल संचालकोंने ताले ही डाल दिए, लेकिन मेरठ विकास प्राधिकरण ने इस दौरान किसी को भी नहीं बख्शा और 25 ओयो होटल सील कर दिए. इस कार्रवाई का एक बड़ा संदेश जाएगा.
कई सारी शिकायत मिलने पर लिया गया कड़ा एक्शन
बागपत रोड पर वैसे तो गली-गली में ओयो होटल खोल दिए गए. ये होटल ऐसी जगह खोले गए जहां बड़े इंस्टीट्यूट और इंजीनियरिंग कॉलेज स्थित हैं. लगातार इन ओयो होटल में अनैतिक कार्य भी चल रहे थे. पुलिस, मेरठ विकास प्राधिकरण और तमाम लोगों की पोर्टल पर शिकायत की जा रही थी. लगातार स्थानीय लोग भी इसका विरोध कर रहे थे. ये सभी शिकाय मिलने पर आज आखिरकार पुलिस और मेडा टीम ने अपना एक्शन ले लिया.मेरठ विकास प्राधिकरण के वीसी अभिषेक पाण्डेय का भी कहना है कि कई घरों में अवैध रूप से चल रहे ओयो होटल्स पर सील लगाने की यह कार्रवाई की गई है. जल्द ही इनके ध्वस्तीकरण भी कार्यवाही होगी. सभी को नोटिस देकर जवाब भी मांगा जाएगा. जिन लोगों ने रेजिडेंशियल नक्शा पास कराया है उनमें आखिर किस आधार पर यह कॉमर्शियल यूज किया गया. जानकारी मिल रही है इनमें कुछ निर्माण अवैध भी हैं और हम उनके खिलाफ ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करेंगे.