AIN NEWS 1: हाल ही में, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत की सुरक्षा को जेड-प्लस (Z-plus) से उन्नत सुरक्षा लायजन (ASL) प्रोटोकॉल में अपग्रेड कर दिया गया है। यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की सुरक्षा के समान सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, इस निर्णय को दो सप्ताह पहले अंतिम रूप दिया गया। इसकी वजह यह थी कि भागवत की सुरक्षा की समीक्षा के दौरान यह पाया गया कि उनकी सुरक्षा गैर-भाजपा शासित राज्यों में “कमजोर” थी।
पहले मोहन भागवत की सुरक्षा जेड-प्लस प्रोटोकॉल के तहत CISF (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) के अधिकारियों और गार्ड्स द्वारा की जाती थी। लेकिन हाल के समय में विभिन्न संगठनों, विशेषकर उग्रवादी इस्लामिक समूहों से बढ़ते खतरों के मद्देनजर, गृह मंत्रालय ने भागवत को “ASL सुरक्षा प्राप्तकर्ता” के रूप में वर्गीकृत किया है।
ASL प्रोटोकॉल के अंतर्गत सुरक्षा में कई महत्वपूर्ण सुधार शामिल हैं:
1. विस्तृत एंटी-सबोटेज उपाय: सुरक्षा में व्यापक सुरक्षा उपाय जो किसी भी संभावित खतरों को रोकने के लिए लागू किए जाएंगे।
2. मल्टी-लेयर्ड सुरक्षा व्यवस्था: सुरक्षा के विभिन्न स्तरों की व्यवस्था, जो किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयार की जाएगी।
3. विशेष हेलीकॉप्टर यात्रा: भागवत की हवाई यात्रा विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए हेलीकॉप्टरों से की जाएगी और इसके लिए सख्त प्रोटोकॉल लागू होंगे।
इस सुरक्षा अपग्रेड के तहत, स्थानीय एजेंसियां जैसे कि जिला प्रशासन, पुलिस, और स्वास्थ्य विभाग भी भागवत की सुरक्षा में शामिल होंगे। यह सुनिश्चित करने के लिए कि उनकी सुरक्षा पूरी तरह से सुदृढ़ हो और किसी भी प्रकार के खतरे से निपटने के लिए तैयार हो, स्थानीय प्रशासन को भी सुरक्षा प्रोटोकॉल के लिए निर्देशित किया जाएगा।
इस उन्नत सुरक्षा व्यवस्था का उद्देश्य मोहन भागवत की सुरक्षा को अधिक सुदृढ़ और प्रभावी बनाना है, ताकि उनकी यात्रा और सार्वजनिक उपस्थिति के दौरान किसी भी प्रकार के संभावित खतरों से पूरी तरह से बचा जा सके।