AIN NEWS 1 वाराणसी, 5 जनवरी: शनिवार को वाराणसी की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में ज्ञानवापी मामले की सुनवाई के दौरान एक अजीबोगरीब घटना घटी, जिससे कोर्ट में मौजूद लोग हैरान रह गए। दरअसल, कोर्ट के एक रूम में अचानक एक बंदर घुस आया, जिससे परिसर में अफरा-तफरी मच गई। यह बंदर सीजेएम (मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट) कोर्ट की टेबल पर चढ़ा, और फिर जिला जज के कोर्ट परिसर में घूमता नजर आया।
चौंकाने वाली बात यह रही कि बंदर ने किसी को भी नुकसान नहीं पहुँचाया और न ही उसने कोर्ट के काम में कोई बड़ी रुकावट डाली। सुनवाई के बाद बंदर खुद ही वहां से निकल गया। इस अनोखी घटना को देखकर सभी लोग 39 साल पुराने राम मंदिर से जुड़ी घटनाओं को याद करने लगे।
इस दौरान, बंदर का आना और जाना बिना किसी घटना के शांतिपूर्वक हुआ, जिससे कोर्ट में उपस्थित सभी लोग हैरान रह गए। हालांकि, यह घटना कोर्ट की कार्यवाही में किसी तरह की रुकावट नहीं बन पाई और जैसे ही सुनवाई खत्म हुई, बंदर भी वहां से चला गया।
इस अप्रत्याशित घटना को देखकर यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या यह घटना किसी विशेष समय पर हुई है, जब लोग धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से उसे जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। 39 साल पहले 1986 में राम मंदिर विवाद से जुड़ी घटनाओं ने देश में धार्मिक अस्थिरता का माहौल बना दिया था, और अब इस तरह की घटनाएं चर्चा का कारण बन रही हैं।
सभी लोगों ने इस घटना को एक चमत्कारी संयोग माना, लेकिन इसके बावजूद कोर्ट परिसर में स्थिति सामान्य बनी रही। बंदर ने न तो किसी तरह की तोड़फोड़ की और न ही किसी को कोई शारीरिक नुकसान पहुँचाया। यह घटना सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो गई और लोगों ने इसे अपनी-अपनी तरह से जोड़ा।
इस पूरी घटना ने यह भी साबित किया कि कभी-कभी अप्रत्याशित घटनाएं हमारी दिनचर्या को प्रभावित करती हैं, लेकिन हमें उन्हें सामान्य दृष्टिकोण से देखना चाहिए। इस घटना के बाद कोर्ट परिसर में किसी प्रकार की हड़कंप की स्थिति नहीं बनी, और सभी ने इसे एक अनोखी घटना के रूप में लिया।
वहीं, अब लोग यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि बंदर के इस अप्रत्याशित आगमन का क्या कारण था, लेकिन फिलहाल इसकी कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आई है।