AIN NEWS 1: महिला थाने में पिछले तीन सालों में पति-पत्नी के रिश्तों में आई दरारों के कुल 3500 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। इन मामलों के कारणों में मोबाइल, शराब, विवाहेत्तर संबंध और अहंकार जैसी समस्याएं शामिल हैं। महिला थाना प्रभारी रंजना सचान ने बताया कि पुलिस का प्रयास इन विवादों को सुलझाने और रिश्तों को टूटने से बचाने का है।
काउंसलिंग से सुलझे 1865 मामले
महिला थाने में पुलिस ने काउंसलिंग के माध्यम से 1865 मामलों में पति-पत्नी के बीच दरार को खत्म किया। हालांकि, कुछ मामलों में विवाद इतने गहरे थे कि उन्हें मुकदमे में तब्दील करना पड़ा। अब तक 508 मामलों में पुलिस को मजबूरी में मुकदमा दर्ज करना पड़ा है। पुलिस का कहना है कि छोटे-छोटे विवाद बढ़ जाते हैं क्योंकि पति-पत्नी आपस में बैठकर सुलह नहीं करते, और इन विवादों को बढ़ा-चढ़ा कर थाने तक पहुंचा देते हैं।
एक महिला की शिकायत: “घर में छह लोगों का परिवार है, और कोई मदद नहीं करता”
हाल ही में एक महिला अपने पति से रिश्ता तोड़ने थाने पहुंची। महिला ने कहा, “हमारे घर में छह लोग रहते हैं, और मुझे ही सुबह जल्दी उठकर सभी के लिए खाना बनाना पड़ता है। मुझे सबके लिए काम करना पड़ता है, जबकि मेरे पति परिवार नहीं छोड़ना चाहते। मैंने कई बार उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन वो सुनते ही नहीं। इसलिए अब मुझे उनसे अलग रहना है।”
मामलों में अहंकार का बढ़ता असर
महिला थाना प्रभारी रंजना सचान ने बताया कि इन दिनों सबसे अधिक अहंकार की वजह से रिश्तों में खटास आ रही है। कई पति-पत्नी एक-दूसरे के प्रति इतना गुस्सा रखते हैं कि छोटे-छोटे मुद्दे भी बड़े विवाद का रूप ले लेते हैं। ऐसे मामलों में पुलिस को न सिर्फ काउंसलिंग करनी पड़ती है, बल्कि कई बार कानूनी कार्रवाई भी करनी पड़ती है।
काउंसलिंग के बाद बंद हुए 697 मामले
महिला थाने में एक साल में 697 ऐसे मामले आए, जिनमें पुलिस ने काउंसलिंग के बाद जोड़े के बीच विवाद सुलझाया। इन मामलों में पुलिस को सफलता मिली, और कोई कार्रवाई नहीं करनी पड़ी। इसके अलावा, 422 मामलों में पति-पत्नी ने आपसी समझौता किया, जिससे विवाद का समाधान हुआ।
वर्तमान स्थिति: मुकदमे और जांच जारी
इस वर्ष महिला थाने में कुल 1784 शिकायतें आईं। इनमें से 422 मामलों में पति-पत्नी के बीच समझौता हुआ, जबकि 697 मामलों में पहली काउंसलिंग के बाद ही विवाद सुलझा लिया गया। 184 मुकदमे दर्ज किए गए हैं, जबकि 53 मामलों में जांच जारी है। कुल 129 मामलों में चार्जशीट दाखिल की गई है। पुलिस इन मामलों के बाद भी फीडबैक लेकर उनकी स्थिति पर निगरानी रखती है।
महिला थाना प्रभारी रंजना सचान का कहना है कि वह रिश्तों को टूटने से बचाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं, क्योंकि अहंकार और छोटी-छोटी बातों पर विवाद तलाक तक पहुंच सकते हैं। पुलिस काउंसलिंग के जरिए इन रिश्तों को सुधारने की कोशिश कर रही है, ताकि परिवारों में शांति और सामंजस्य बना रहे।