नमस्कार,
कल की बड़ी खबर कांग्रेस नेता मणिकम टैगोर के उस बयान की रही जिसमें उन्होंने RSS की तुलना अलकायदा से की। वहीं, दूसरी खबर रेपिस्ट कुलदीप सेंगर से जुड़ी है जिसके समर्थन में पोस्टर लहराए गए।
आज के प्रमुख इवेंट्स:
- अरावली पर्वतमाला विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। कोर्ट ने इस पर स्वतः संज्ञान लिया है।
- कुलदीप सेंगर की उम्रकैद की सजा पर रोक लगाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी।
कल की बड़ी खबरें:
उन्नाव रेप केस: कुलदीप सेंगर के समर्थन में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन, समर्थकों और पीड़ित पक्ष में झड़प
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उन्नाव रेप केस में दोषी पूर्व भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर के समर्थन में रविवार को जंतर-मंतर पर हंगामे की स्थिति बन गई। ‘पुरुष आयोग’ नाम के संगठन से जुड़े लोग सेंगर के समर्थन में बैनर लेकर पहुंचे और नारेबाजी करने लगे। बैनर पर “I Support Kuldeep Sengar” लिखा हुआ था।
इस दौरान पीड़िता के समर्थन में प्रदर्शन कर रहीं सामाजिक कार्यकर्ता योगिता भयाना ने इस प्रदर्शन का विरोध किया। विरोध के चलते दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और बात झड़प तक पहुंच गई। मौके पर मौजूद पुलिस ने स्थिति को संभाला।
इस बीच कुलदीप सेंगर की सजा निलंबन (सस्पेंशन) को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई होनी है। सीबीआई ने दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा दी गई जमानत को चुनौती दी है। मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत की अध्यक्षता वाली पीठ करेगी।
उल्लेखनीय है कि उन्नाव जिले में वर्ष 2017 में नाबालिग के अपहरण और बलात्कार के मामले में कुलदीप सेंगर और उसके साथियों को आरोपी बनाया गया था। जांच सीबीआई ने की थी। दिल्ली की तीस हजारी अदालत ने वर्ष 2019 में कुलदीप सेंगर को दोषी ठहराते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी और आदेश दिया था कि उसे मृत्यु तक जेल में रखा जाए। हालांकि, दिल्ली हाईकोर्ट ने 23 दिसंबर 2025 को सेंगर को जमानत दे दी थी।
मुख्य बिंदु:
कुलदीप सेंगर के समर्थन में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन, पीड़ित पक्ष से टकराव
सजा सस्पेंड करने के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई
2019 में उम्रकैद की सजा, दिसंबर 2025 में दिल्ली हाईकोर्ट से जमानत मिली
‘पुनर्जन्म लेना पड़ेगा’ बयान पर यूपी भाजपा अध्यक्ष पंकज चौधरी घिरे, विपक्ष ने बताया तथ्यहीन

उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी अपने एक बयान को लेकर विवादों में आ गए हैं। गाजियाबाद में दिए बयान में उन्होंने कहा कि भाजपा ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष का पद दिया है, जबकि इंडी गठबंधन के नेता ऐसा पद नहीं दे सकते। उन्होंने आगे कहा कि चाहे अखिलेश यादव हों, आरजेडी हो, कांग्रेस हो या ममता बनर्जी—ऐसा पद पाने के लिए उन्हें अपने परिवार में पुनर्जन्म लेना पड़ेगा।
पंकज चौधरी के इस बयान को विपक्ष ने तुरंत लपक लिया और इसे भ्रामक बताया। विपक्षी दलों का कहना है कि वे यह भूल गए कि किसी भी प्रमुख विपक्षी पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष पार्टी प्रमुख के परिवार से नहीं आता।
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता मनोज काका ने पंकज चौधरी का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा किया। उन्होंने तंज कसते हुए लिखा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष या तो विवेकहीनता के शिकार हैं या फिर भाजपा की आईटी सेल की ‘व्हाट्सऐप यूनिवर्सिटी’ से मिली जानकारी पढ़ रहे हैं।
मुख्य बिंदु:
पंकज चौधरी ने विपक्षी नेताओं को ‘परिवारवादी’ बताते हुए पुनर्जन्म वाली टिप्पणी की
विपक्ष ने बयान को तथ्यहीन और भ्रामक करार दिया
सपा प्रवक्ता ने सोशल मीडिया पर वीडियो साझा कर तीखी प्रतिक्रिया दी
पाकिस्तान में भारत पर बयानबाज़ी तेज: बिलावल बोले- मोदी मुनीर से डरते हैं, जरदारी ने कहा- युद्ध बच्चों का खेल नहीं

पाकिस्तान के शीर्ष नेताओं के भारत को लेकर दिए गए बयानों से बयानबाज़ी तेज हो गई है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी ने फील्ड मार्शल आसिम मुनीर की खुलकर तारीफ करते हुए दावा किया कि उनके नाम से ही भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घबरा जाते हैं। बिलावल ने कहा कि अब मोदी विदेशों में पाकिस्तान के खिलाफ कुछ भी कहने से बचते हैं।
वहीं, पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने भी भारत पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि मई में हुए संघर्ष के दौरान पाकिस्तान ने भारत के हमले का मजबूती से जवाब दिया, जिसके बाद भारत सरकार को यह समझ आ गया कि युद्ध ‘बच्चों का खेल’ नहीं होता।
जरदारी ने आगे कहा कि जो देश खुद को एक बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बताता है, वह चार दिन का संघर्ष भी नहीं झेल सका। उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान ने इस दौरान संयम और इंसानियत दिखाई, वरना भारत के सभी विमान गिराए जा सकते थे।
राष्ट्रपति जरदारी ने यह भी कहा कि भारत अब जान चुका है कि पाकिस्तान अपनी रक्षा करने में पूरी तरह सक्षम है। यदि भविष्य में दोबारा युद्ध थोपा गया तो पाकिस्तान पूरी तरह तैयार है। गौरतलब है कि मई 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक सैन्य संघर्ष हुआ था, जिसमें भारत ने पाकिस्तान के कई एयरबेस को नुकसान पहुंचाने का दावा किया था।
मुख्य बिंदु:
बिलावल भुट्टो ने फील्ड मार्शल आसिम मुनीर की तारीफ करते हुए मोदी पर निशाना साधा
राष्ट्रपति जरदारी बोले- युद्ध बच्चों का खेल नहीं, पाकिस्तान ने मजबूती से जवाब दिया
दोबारा संघर्ष की स्थिति में पाकिस्तान के तैयार रहने का दावा
लंदन में भारतीयों के प्रदर्शन के दौरान खालिस्तानी समर्थकों का हंगामा, भारत विरोधी नारेबाज़ी

लंदन में बांग्लादेश हाई कमीशन के बाहर हिंदू समुदाय द्वारा किए जा रहे शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान उस समय तनाव की स्थिति बन गई, जब खालिस्तानी समर्थक वहां पहुंच गए और हुड़दंग करने लगे। ‘सिख फॉर जस्टिस’ (SFJ) से जुड़े खालिस्तानी कार्यकर्ताओं ने भारत विरोधी नारे लगाए और खालिस्तान के झंडे लहराए।
यह प्रदर्शन बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर बढ़ती हिंसा और कथित हत्याओं के विरोध में किया जा रहा था। प्रदर्शन में शामिल भारतीय और बांग्लादेशी हिंदू समुदाय के लोगों ने बांग्लादेश सरकार से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की।
प्रदर्शनकारियों ने भारत सरकार से भी अपील की कि वह बांग्लादेश से जुड़े बॉर्डर को मानवीय आधार पर खोले, ताकि हिंसा से जान बचाकर बांग्लादेशी हिंदू भारत आ सकें।
उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश में हाल के दिनों में हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा के मामले सामने आए हैं। 18 दिसंबर को 25 वर्षीय दीपू चंद्र दास की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। इसके छह दिन बाद एक अन्य हिंदू युवक की भी लिंचिंग की घटना सामने आई, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता बढ़ गई है।
मुख्य बिंदु:
लंदन में बांग्लादेश हाई कमीशन के बाहर प्रदर्शन के दौरान खालिस्तानी समर्थकों ने हंगामा किया
SFJ से जुड़े कार्यकर्ताओं ने भारत विरोधी नारे लगाए और झंडे लहराए
बांग्लादेश में हिंदुओं पर बढ़ती हिंसा और दो हत्याओं के मामलों को लेकर विरोध प्रदर्शन
हादी हत्या मामला: मेघालय बॉर्डर से भारत भागने के दावे पर विवाद, BSF ने खबरों को खारिज किया

बांग्लादेशी नेता उस्मान हादी की हत्या को लेकर वहां के कुछ मीडिया संस्थानों ने दावा किया है कि इस हत्याकांड के आरोपी मेघालय बॉर्डर के रास्ते भारत में घुस आए हैं। रिपोर्ट्स में कहा गया कि हादी की हत्या में शामिल संदिग्ध भारत में छिपे हो सकते हैं।
हालांकि, भारत ने इन दावों को पूरी तरह खारिज कर दिया है। सीमा सुरक्षा बल (BSF) और मेघालय पुलिस ने स्पष्ट किया है कि सीमा पार करने से जुड़ा कोई सबूत सामने नहीं आया है।
BSF मेघालय फ्रंटियर के आईजी ओ.पी. उपाध्याय ने कहा कि हलुआघाट सेक्टर से अपराधियों के सीमा पार करने की कोई पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने इन खबरों को आधारहीन और गुमराह करने वाला बताया।
उल्लेखनीय है कि उस्मान हादी को 12 दिसंबर को राजधानी ढाका में गोली मारी गई थी। गोली लगने के बाद उन्हें तुरंत ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया। बाद में बेहतर इलाज के लिए उन्हें सिंगापुर रेफर किया गया, जहां 18 दिसंबर को उनकी मौत हो गई।
भारत और बांग्लादेश के बीच कुल 4,096 किलोमीटर लंबी सीमा है, जिसमें पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, त्रिपुरा और मिजोरम शामिल हैं। इस सीमा की निगरानी BSF द्वारा की जाती है।
मुख्य बिंदु:
बांग्लादेशी मीडिया का दावा, हादी हत्या के आरोपी भारत में छिपे
BSF और मेघालय पुलिस ने आरोपों को बताया बेबुनियाद
12 दिसंबर को ढाका में उस्मान हादी की गोली मारकर हत्या




















