नमस्कार,
कल की बड़ी खबर VB-G RAM G बिल लोकसभा से पास होने को लेकर रही। वहीं, दूसरी बड़ी खबर UP पुलिस के कथावाचक को सैल्यूट करने को लेकर है।
कल की बड़ी खबरें:
लोकसभा से पास हुआ VB-G राम G बिल, मनरेगा की जगह नया रोजगार मिशन लागू

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को लोकसभा में विकसित भारत गारंटी फॉर रोजगार एंड आजीविका मिशन (ग्रामीण) यानी VB-G राम G बिल पर सरकार का पक्ष रखा। इस दौरान विपक्ष ने बिल का विरोध करते हुए जोरदार नारेबाजी की। कई विपक्षी सांसद वेल में पहुंच गए और सदन में कागज भी फेंके गए।
करीब 20 साल पुराने मनरेगा कानून की जगह लेने वाला यह नया बिल लोकसभा से पारित हो गया। इस बिल पर संसद में बुधवार और गुरुवार को लगभग 14 घंटे तक चर्चा हुई, जिसमें 50 से अधिक सांसदों ने भाग लिया।
बिल पर बहस के दौरान भाजपा सांसद अजय भट्ट के बयान ने भी ध्यान खींचा। उन्होंने कहा कि बिल के नाम को लेकर राजनीति करना उचित नहीं है। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर कोई ‘जय श्रीराम’ बोलता है तो उसकी नीयत पर सवाल कैसे उठाया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि जीवन की परेशानियों में राम का नाम लेने से समाधान निकल सकता है।
मुख्य बातें
VB-G राम G बिल लोकसभा से पास, मनरेगा की जगह लागू होगा
बिल पर संसद में 14 घंटे बहस, 50 से ज्यादा सांसदों ने रखी राय
भाजपा सांसद अजय भट्ट के बयान को लेकर सदन में चर्चा तेज हुई
कथावाचक को गार्ड ऑफ ऑनर पर सियासी घमासान, अखिलेश और चंद्रशेखर ने योगी सरकार को घेरा

वृंदावन के कथावाचक पुंडरीक गोस्वामी को गार्ड ऑफ ऑनर दिए जाने के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने इस फैसले पर योगी सरकार और यूपी पुलिस को निशाने पर लिया है।
अखिलेश यादव ने कहा कि जब पूरा पुलिस महकमा सलामी देने में व्यस्त रहेगा, तो प्रदेश में अपराधियों के हौसले बुलंद रहेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा शासन में बढ़ते अपराध और माफिया राज पर नियंत्रण करने के बजाय पुलिस का ध्यान ऐसे आयोजनों में लगाया जा रहा है।
वहीं, सांसद चंद्रशेखर आजाद ने कथावाचक को सलामी दिए जाने को संविधान पर हमला बताया। उन्होंने कहा कि अब आस्था को संविधान से ऊपर रखा जा रहा है, जो लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए चिंताजनक है।
कथावाचक को एसपी ने किया था सैल्यूट
कथावाचक पुंडरीक गोस्वामी 17 नवंबर को बहराइच पहुंचे थे। इस दौरान पुलिस लाइन में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने पुलिसकर्मियों को संबोधित कर उनका मनोबल बढ़ाया। यह कार्यक्रम पूरी तरह पुलिस विभाग का था, जिसमें कथावाचक के स्वागत के लिए रेड कारपेट बिछाई गई और एसपी द्वारा उन्हें सैल्यूट किया गया।
मुख्य बातें
कथावाचक पुंडरीक गोस्वामी को गार्ड ऑफ ऑनर मिलने पर विवाद
अखिलेश यादव ने अपराध नियंत्रण छोड़ ‘सलामी संस्कृति’ पर सवाल उठाए
चंद्रशेखर आजाद बोले- आस्था को संविधान से ऊपर रखना खतरनाक
हिजाब विवाद पर गिरिराज सिंह का समर्थन, बोले– नीतीश कुमार ने सही किया, भारत कोई इस्लामिक देश नहीं
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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक कार्यक्रम के दौरान महिला का हिजाब हटाने के मामले पर सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। भाजपा सांसद गिरिराज सिंह ने मुख्यमंत्री के कदम का समर्थन करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने कोई गलत काम नहीं किया।
गिरिराज सिंह ने कहा कि अगर कोई नियुक्ति पत्र लेने जा रही है तो उसे अपना चेहरा दिखाना चाहिए। उन्होंने सवाल उठाया कि यह कोई इस्लामिक देश नहीं है, जहां चेहरा ढककर आधिकारिक कार्यक्रमों में हिस्सा लिया जाए।
क्या है हिजाब विवाद
15 दिसंबर को बिहार में आयोजित एक सरकारी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नियुक्ति पत्र वितरित कर रहे थे। इसी दौरान डॉक्टर नुसरत परवीन हिजाब पहनकर मंच पर पहुंचीं। मुख्यमंत्री ने हिजाब की ओर इशारा करते हुए पूछा कि यह क्या है और अपने हाथ से उसे हटा दिया, जिसके बाद यह मामला विवाद का रूप ले बैठा।
नौकरी न करने का फैसला बदला
विवाद के बाद डॉक्टर नुसरत परवीन ने पहले नौकरी न करने का फैसला किया था और राज्य छोड़कर चली गई थीं। हालांकि, परिवार के समझाने के बाद उन्होंने अपना फैसला बदल लिया है। देर रात वे कोलकाता से पटना लौट आई हैं और अब नौकरी जॉइन करने का मन बना लिया है।
मुख्य बातें
गिरिराज सिंह ने हिजाब हटाने के मामले में नीतीश कुमार का किया समर्थन
नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम के दौरान सामने आया विवाद
रिटायरमेंट से पहले जजों के ताबड़तोड़ फैसलों पर सुप्रीम कोर्ट की कड़ी टिप्पणी

सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि सेवानिवृत्ति से ठीक पहले कुछ जजों द्वारा बाहरी प्रभाव में आकर तेजी से फैसले सुनाना दुर्भाग्यपूर्ण है। कोर्ट ने इस प्रवृत्ति की तुलना क्रिकेट मैच के आखिरी ओवर में लगातार छक्के मारने से की और इसे गलत आदत बताया।
मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि रिटायरमेंट से पहले बड़े “शॉट” खेलने की मानसिकता न्यायिक मर्यादा के अनुरूप नहीं है। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि इस विषय पर विस्तार से चर्चा करना उचित नहीं समझा गया।
यह टिप्पणी क्यों की गई
यह टिप्पणी मध्य प्रदेश के एक प्रिंसिपल डिस्ट्रिक्ट जज की याचिका पर सुनवाई के दौरान की गई। संबंधित जज ने हाईकोर्ट के उस आदेश को चुनौती दी है, जिसके तहत उन्हें रिटायरमेंट से 10 दिन पहले निलंबित कर दिया गया था। आरोप है कि जज ने अपने सेवा काल के अंतिम दिनों में कुछ संदिग्ध आदेश पारित किए थे।
RTI पर भी कोर्ट की नाराजगी
सुप्रीम कोर्ट ने निलंबन के कारण जानने के लिए सूचना के अधिकार (RTI) आवेदन दाखिल किए जाने पर भी असंतोष जताया। पीठ ने कहा कि एक वरिष्ठ न्यायिक अधिकारी से यह अपेक्षा नहीं की जाती कि वह जानकारी पाने के लिए RTI का सहारा ले।
मुख्य बातें
रिटायरमेंट से पहले जजों के ताबड़तोड़ फैसलों को सुप्रीम कोर्ट ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण
मध्य प्रदेश के एक जज की निलंबन याचिका पर सुनवाई के दौरान आई टिप्पणी
वरिष्ठ न्यायिक अधिकारी द्वारा RTI लगाने पर भी कोर्ट ने जताई आपत्ति
चांदी ने बनाया नया रिकॉर्ड, ₹1,479 की तेजी के साथ ₹2.01 लाख प्रति किलो के ऑलटाइम हाई पर

चांदी की कीमतों में लगातार दूसरे दिन जोरदार तेजी देखने को मिली है। 1 किलो चांदी का भाव ₹1,479 बढ़कर ₹2,01,250 प्रति किलो पहुंच गया है, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है।
इस साल चांदी की कीमतों में जबरदस्त उछाल आया है। साल 2025 में अब तक चांदी ₹1,15,233 प्रति किलो महंगी हो चुकी है। वहीं, पिछले एक हफ्ते में इसकी कीमत में करीब ₹6,000 का इजाफा दर्ज किया गया है।
एक साल में ₹1.15 लाख महंगी हुई चांदी
पिछले एक साल में चांदी के दाम ₹1,15,112 बढ़े हैं। 31 दिसंबर 2024 को चांदी का भाव ₹86,017 प्रति किलो था, जो अब बढ़कर ₹2,01,129 प्रति किलो तक पहुंच गया है।
चांदी का 2 लाख तक का सफर
2004 में चांदी ₹10,000 प्रति किलो थी
2008 में ₹20,000 प्रति किलो पहुंची
2011 में ₹30,000 से ₹50,000 के स्तर को पार किया
2020 में ₹60,000 प्रति किलो हुई
2023 में ₹70,000 प्रति किलो पहुंची
2024 में ₹80,000 और ₹90,000 के स्तर छुए
2025 में ₹1 लाख के बाद अब ₹2 लाख प्रति किलो के पार
मुख्य बातें
चांदी लगातार दूसरे दिन ऑलटाइम हाई पर पहुंची
1 किलो चांदी ₹1,479 बढ़कर ₹2.01 लाख के पार
एक साल में चांदी ₹1.15 लाख से ज्यादा महंगी हुई
गडकरी–प्रियंका मुलाकात में हल्का-फुल्का माहौल, रोड प्रोजेक्ट पर चर्चा और खास डिश का स्वाद

कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की। इस दौरान प्रियंका गांधी ने अपने क्षेत्र से जुड़े कुछ सड़क परियोजनाओं के प्रस्ताव गडकरी के सामने रखे।
बैठक के दौरान नितिन गडकरी ने मजाकिया अंदाज में कहा कि पहले राहुल गांधी का काम किया था, अब अगर बहन का काम नहीं किया तो सवाल उठेंगे। इस बयान से मुलाकात का माहौल हल्का और अनौपचारिक रहा।
प्रियंका ने खास चावल की डिश चखी
मुलाकात के बाद प्रियंका गांधी ने चावल की एक खास डिश भी खाई, जिसे नितिन गडकरी ने खुद यूट्यूब देखकर बनवाया था। बताया गया कि प्रियंका गांधी ने संसद के प्रश्नकाल के दौरान गडकरी से मिलने का समय मांगा था और कहा था कि जून महीने से उन्हें अपॉइंटमेंट नहीं मिल पा रहा है।
मुख्य बातें
प्रियंका गांधी और नितिन गडकरी के बीच सड़क परियोजनाओं पर चर्चा
गडकरी का मजाकिया बयान: भाई का काम किया तो बहन का भी होगा
मुलाकात के बाद प्रियंका ने खास चावल की डिश का स्वाद लिया



















