नमस्कार,
कल की बड़ी खबर अयोध्या में स्थापित होने वाली रामलला की मूर्ति से जुड़ी रही। पहली बार प्रतिमा की पूरी तस्वीर सामने आई। मूर्ति में विष्णु के 10 अवतार भी हैं। दूसरी खबर जापान के मून मिशन की रही, जो सफलतापूर्वक लैंड हुआ। हम आपको यह भी बताएंगे कि दिल्ली में 26 जनवरी तक फ्लाइट पर रोज दो घंटे का बैन क्यों लगाया गया।
लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर…
1. PM मोदी तमिलनाडु के त्रिची में श्री रंगनाथस्वामी मंदिर जाएंगे। उसके बाद रामेश्वरम के रामनाथस्वामी मंदिर में दर्शन और पूजन करेंगे।
2. वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर स्थित वजूस्थल की भारी सुरक्षा के बीच सफाई होगी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद कार्रवाई हो रही।
अब कल की बड़ी खबरें…
1. प्राण-प्रतिष्ठा से 3 दिन पहले रामलला की पहली तस्वीर: 4.24 फीट की प्रतिमा, इस पर विष्णु के 10 अवतार
अयोध्या में 22 जनवरी को होने जा रही प्राण-प्रतिष्ठा से 3 दिन पहले 19 जनवरी को रामलला की प्रतिमा की पहली पूरी तस्वीर सामने आई। काले पत्थर से बनी मूर्ति में रामलला का चेहरा भी दिख रहा है। मूर्ति को एक ही पत्थर से बनाया है। यानी, पत्थर को कहीं जोड़ा नहीं गया है।
2. दिल्ली में गणतंत्र दिवस तक रोज 2 घंटे फ्लाइट बैन, सिर्फ स्पेशल विमानों को छूट
राजधानी दिल्ली में 26 जनवरी तक हर दिन सुबह 10:20 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक दिल्ली हवाई अड्डे से न तो कोई प्लेन उड़ान भरेगा और न ही लैंड करेगा। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) ने इस फैसले को लेकर नोटम (नोटिस टु एयर मिशन सिस्टम) जारी किया है।
3. चांद पर उतरा जापान का मून मिशन स्नाइपर, ऐसा करने वाला पांचवां देश बना
जापान की स्पेस एजेंसी JAXA ने बताया कि उसके मून मिशन स्नाइपर ने चांद पर लैंडिंग कर ली है। अमेरिका, रूस, चीन और भारत के बाद जापान अब चंद्रमा पर उतरने वाला पांचवां देश बन गया है।
स्नाइपर पर लगा सोलर पैनल फेल: जापान की स्पेस एजेंसी ने बताया, लैंडिंग तो सफल रही लेकिन स्नाइपर पर लगा सोलर पैनल काम नहीं कर रहा है। JAXA की अंतरिक्ष प्रयोगशाला के प्रमुख हितोशी कुनिनाका ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा, SLIM लैंडर अब केवल अपनी बैटरी पर काम कर रहा है।
4. सुप्रीम कोर्ट में बिलकिस के 11 दोषियों की याचिका खारिज, सरेंडर के लिए समय मांगा था
सुप्रीम कोर्ट ने बिलकिस बानो गैंगरेप मामले के 11 दोषियों के सरेंडर की अवधि बढ़ाने की याचिका खारिज कर दी। जस्टिस बीवी नागरत्ना और जस्टिस उज्जल भुईयां की बेंच ने कहा कि दोषियों ने सरेंडर के लिए समय बढ़ाने के जो कारण बताए हैं, उनमें दम नहीं है।
5. चंद्रयान-3 का लैंडर अभी भी मददगार, दुनियाभर के मून मिशन को दिशा दिखाएगा
![अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के लूनर रिकोनाइसेंस ऑर्बिटर (LRO) ने 12 दिसंबर 2023 को विक्रम लैंडर के LRA के जरिए रिफलेक्ट किए गए सिग्नल्स को कैच किया था।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/01/19/11169229200716923546021705659836_1705683058.gif)
चंद्रयान-3 का विक्रम लैंडर अभी पूरी तरह नाकाम नहीं हुआ है। यह अब दुनियाभर के मून मिशन की मदद कर रहा है। दरअसल, इस पर लगा लेजर रेट्रोरिफ्लेक्टर एरे (LRA) चंद्रमा के साउथ पोल पर लोकेशन मार्कर के रूप में काम कर रहा है।
LRA से क्या फायदा होगा: इसरो का कहना है कि चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर पर नासा का LRA लंबे समय तक जियोडेटिक स्टेशन और चंद्रमा की सतह पर लोकेटर की तरह काम करेगा। जिससे मौजूदा और भविष्य में चांद पर जाने वाले मून मिशन को फायदा मिलेगा।