Wednesday, January 29, 2025

Morning News Brief : अजित बोले- बंटेंगे-कटेंगे महाराष्ट्र में नहीं चलेगा; कनाडा में खालिस्तानी आतंकी डल्ला हिरासत में; महाराष्ट्र BJP का वादा- 25 लाख नौकरियां देंगे

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नमस्कार,

कल की बड़ी खबर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से जुड़ी रही, एक तरफ BJP और महाविकास अघाड़ी (MVA) ने अपने-अपने मेनिफेस्टो जारी किए तो दूसरी तरफ राज्य के डिप्टी CM अजित पवार ने यूपी CM योगी आदित्यनाथ के बयान पर आपत्ति जताई। एक खबर कनाडा में खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप डल्ला की हिरासत की रही।

 

Table of Contents

आज के प्रमुख इवेंट्स:

  • जस्टिस संजीव खन्ना की शपथ
    • देश के 51वें चीफ जस्टिस के रूप में जस्टिस संजीव खन्ना आज शपथ लेंगे। यह शपथग्रहण समारोह सुप्रीम कोर्ट में आयोजित होगा। न्यायपालिका में यह एक महत्वपूर्ण बदलाव होगा, जिससे न्यायिक व्यवस्था में नई दिशा मिलने की उम्मीद है।
  • यूपी में PCS और RO-ARO भर्ती परीक्षाओं को लेकर प्रदर्शन
    • उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग (UPPSC) के सामने आज अभ्यर्थी प्रदर्शन करेंगे। वे मांग कर रहे हैं कि PCS और RO-ARO परीक्षाएं एक दिन और एक ही शिफ्ट में कराई जाएं। यह प्रदर्शन अभ्यर्थियों की लंबे समय से चली आ रही मांगों के समर्थन में हो रहा है, जिससे भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता लाने की उम्मीद है।

 

 

अब कल की बड़ी खबरें…

अजित पवार का पलटवार: ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ का नारा महाराष्ट्र में नहीं चलेगा, हम सबका साथ, सबका विकास पर यकीन रखते हैं

महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना शिंदे-NCP अजित पवार मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। इस गठबंधन को महायुति नाम दिया गया है।

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और महायुति गठबंधन के नेता अजित पवार ने उत्तर प्रदेश और झारखंड में चल रहे ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ के नारे पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने साफ कहा, “ये नारा महाराष्ट्र में नहीं चलेगा। हमारा नारा है- सबका साथ, सबका विकास।”

अजित पवार का बयान:

अजित पवार ने कहा, “महाराष्ट्र में ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ जैसी राजनीति नहीं चलेगी। यह नारा यूपी और झारखंड में भले ही लोकप्रिय हो, लेकिन हमारे राज्य में हम एकता और विकास की बात करते हैं।”

यूपी-झारखंड में योगी और मोदी का नारा:

दरअसल, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने झारखंड और महाराष्ट्र की रैलियों में ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ और ‘एक रहेंगे तो नेक रहेंगे’ का नारा दिया है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी रैलियों में ‘एक रहेंगे सेफ रहेंगे’ का नारा देकर एकजुटता पर जोर दिया।

शिवसेना (शिंदे गुट) की प्रतिक्रिया:

अजित पवार के इस बयान पर शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता संजय निरुपम ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “योगी आदित्यनाथ का मतलब है कि अगर आप बंटते हैं, तो कमजोर हो जाते हैं और अगर एकजुट रहते हैं, तो मजबूत रहते हैं। अजित दादा आज इसे नहीं समझ रहे, लेकिन आगे समझ जाएंगे। ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ का नारा पूरी तरह सही है और इसे समझने की जरूरत है।”

निष्कर्ष:

इस राजनीतिक बयानबाजी से महाराष्ट्र की राजनीति में नया मोड़ आ गया है। जहां एक तरफ महायुति के नेता विकास और एकता की बात कर रहे हैं, वहीं विपक्ष इसे एक बड़े मुद्दे के रूप में उछालने की कोशिश कर रहा है।

 

 

 

कनाडा में खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप डल्ला हिरासत में, हरदीप सिंह निज्जर का करीबी सहयोगी

Canada Khalistani Terrorist Arsh Dalla Arrested; Hardeep Nijjar | India Canada | कनाडा में खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप डल्ला हिरासत में: हरदीप सिंह निज्जर का करीबी, पिछले महीने ...

कनाडा में खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप डल्ला को हिरासत में लिया गया है। डल्ला, खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर का करीबी सहयोगी बताया जा रहा है। भारत सरकार ने उसे 2 साल पहले आतंकवादी घोषित किया था। हालांकि, कनाडा और भारत के बीच मौजूदा डिप्लोमैटिक तनाव के कारण इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है।

डल्ला की गिरफ्तारी का मामला:

28 अक्टूबर को कनाडा के मिल्टन शहर में हुए एक शूटआउट के दौरान पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया था। हालांकि, आरोपियों की पहचान उस वक्त सार्वजनिक नहीं की गई थी। अब यह सामने आया है कि उनमें से एक आरोपी अर्शदीप डल्ला ही है।

भारत में अर्शदीप डल्ला के खिलाफ मामले:

भारत की नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी (NIA) ने अर्शदीप डल्ला को हत्या, आतंक के लिए धन उगाही, हत्या के प्रयास और पंजाब में आतंक फैलाने के कई मामलों में दोषी ठहराया है।

डिप्लोमैटिक तनाव के चलते जांच पर असर:

भारत और कनाडा के बीच राजनयिक संबंधों में तनाव के चलते डल्ला की गिरफ्तारी को लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। इस बीच, दोनों देशों के बीच सुरक्षा और आतंकवाद से जुड़ी बातचीत पर भी असर पड़ रहा है।

इस गिरफ्तारी ने कनाडा और भारत के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों को और जटिल बना दिया है। भारत इस मामले में और सख्त कार्रवाई की मांग कर सकता है।

 

 

 

महाराष्ट्र चुनाव: BJP का किसानों की कर्ज माफी का वादा, MVA ने पेश की 5 बड़ी गारंटियां

maharashtra assembly elections 2024 - महायुति के मेनिफेस्टो में किसान कर्जमाफी, राहुल के मंच पर सावरकर का गीत... जानिए महाराष्ट्र की जोनल पॉलिटिक्स का गणित ...

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी और महाविकास अघाड़ी (MVA) ने अपने-अपने घोषणा पत्र (संकल्प पत्र) जारी कर दिए हैं। दोनों दलों ने राज्य के मतदाताओं को लुभाने के लिए कई बड़े वादे किए हैं।

BJP के संकल्प पत्र की मुख्य बातें:

  • किसानों की कर्ज माफी: बीजेपी ने राज्य के किसानों का कर्ज माफ करने का ऐलान किया है।
  • रोजगार: अगले 5 सालों में 25 लाख नौकरियां देने का वादा।
  • महिलाओं के लिए आर्थिक सहायता: राज्य की महिलाओं को हर महीने 2100 रुपए दिए जाएंगे।
  • स्किल सेंटर्स: युवाओं को ट्रेनिंग देने के लिए स्किल सेंटर्स स्थापित किए जाएंगे।

MVA की 5 गारंटियां:

महाविकास अघाड़ी ने अपने घोषणा पत्र में 5 गारंटियां दी हैं:

  1. हर परिवार को सालाना 3 लाख रुपए की आर्थिक मदद।
  2. महिलाओं को हर महीने 3 हजार रुपए का भत्ता।
  3. किसानों को 50 हजार रुपए की सीधी आर्थिक सहायता।
  4. नौकरियों और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के वादे।
  5. युवाओं और बेरोजगारों के लिए विशेष योजनाएं।

निष्कर्ष:

इस बार के विधानसभा चुनाव में बीजेपी और MVA के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है। जहां बीजेपी ने कृषि और रोजगार पर फोकस किया है, वहीं महाविकास अघाड़ी ने महिलाओं और परिवारों को आर्थिक सुरक्षा देने पर जोर दिया है। अब देखना होगा कि जनता किसके वादों पर भरोसा जताती है।

ग्राफिक्स में दोनों दलों के वादों की तुलना देखने के लिए आगे की स्लाइड्स देखें।

 

 

किश्तवाड़ में आतंकियों से मुठभेड़: स्पेशल फोर्सेस का जवान शहीद, 3 घायल; 24 घंटे में तीसरी मुठभेड़

Jammu And Kashmir: किश्तवाड़ में आतंकवादियों से मुठभेड़, JCO शहीद, 3 जवान घायल

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें स्पेशल फोर्सेस के नायब सूबेदार राकेश कुमार शहीद हो गए। इस मुठभेड़ में 3 अन्य जवान भी घायल हुए हैं। सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी कि किश्तवाड़ के घने जंगलों में आतंकी छिपे हुए हैं, जिसके बाद ऑपरेशन शुरू किया गया। बताया जा रहा है कि ये आतंकी कश्मीर टाइगर्स ग्रुप के थे, जिन्होंने हाल ही में 2 विलेज गार्ड की हत्या की थी।

24 घंटे में तीसरी मुठभेड़:

जम्मू-कश्मीर में पिछले 24 घंटों में यह तीसरी मुठभेड़ है। वहीं, नवंबर के पहले 10 दिनों में अब तक 8 एनकाउंटर हो चुके हैं, जिनमें 8 आतंकियों को मार गिराया गया है।

  • 9 नवंबर: बारामूला के सोपोर में सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को मार गिराया।
  • 8 नवंबर: बारामूला में ही 2 आतंकियों का सफाया किया गया।

ऑपरेशन की पृष्ठभूमि:

सुरक्षाबलों ने इस ऑपरेशन को आतंकी गतिविधियों को खत्म करने के उद्देश्य से अंजाम दिया। किश्तवाड़ में कश्मीर टाइगर्स ग्रुप के आतंकियों की सक्रियता बढ़ती जा रही है, जिससे इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है। सुरक्षाबलों की ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही है ताकि क्षेत्र में शांति बहाल की जा सके।

इस घटना ने एक बार फिर से जम्मू-कश्मीर में बढ़ते आतंकवाद की समस्या को उजागर किया है। सुरक्षाबलों की बहादुरी और बलिदान को देखते हुए देशभर से श्रद्धांजलि दी जा रही है।

 

 

 

उत्तराखंड के पहाड़ों में नवंबर में भी नहीं गिरी बर्फ, तुंगनाथ मंदिर समेत चारधाम में बर्फबारी का इंतजार

तस्वीर उत्तराखंड में रुद्रप्रयाग जिले के चोपता में स्थित भगवान शंकर के मंदिर तुंगनाथ पर्वत की है।

हर साल नवंबर की शुरुआत में हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी का सिलसिला शुरू हो जाता है, लेकिन इस बार उत्तराखंड के ऊंचे पहाड़ों पर अब तक बर्फबारी नहीं हुई है। दुनिया के सबसे ऊंचाई पर स्थित तुंगनाथ मंदिर में भी इस बार बर्फ का नामोनिशान नहीं है। यही हाल केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री जैसे पवित्र तीर्थ स्थलों का भी है, जहां का तापमान मैदानों जैसा बना हुआ है।

मानसून के बाद बारिश में 90% की कमी:

सितंबर के बाद उत्तराखंड में सामान्य से 90% कम बारिश दर्ज की गई है। इसके कारण तापमान में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है, जिससे ठंड का असर कम हो गया है।

मौसम में बदलाव की संभावना:

हालांकि, एक हल्का पश्चिमी विक्षोभ उत्तराखंड की ओर बढ़ रहा है, जिससे अगले कुछ दिनों में ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इस विक्षोभ के बाद तापमान में गिरावट आ सकती है, जिससे ठंड धीरे-धीरे बढ़ेगी।

देरी से आ सकती है ठंड:

इस बार मौसम में बदलाव देरी से होने के कारण पहाड़ों में बर्फबारी का इंतजार लंबा हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि जल्द ही बर्फबारी नहीं हुई, तो इसका असर सर्दियों के पूरे मौसम पर पड़ सकता है, जिससे उत्तराखंड के पर्यटन और तीर्थयात्रा पर भी असर पड़ सकता है।

निष्कर्ष:

पर्यावरण में हो रहे इस बदलाव ने एक बार फिर जलवायु परिवर्तन की गंभीरता को उजागर किया है। उत्तराखंड के पहाड़ों में बर्फबारी की देरी से न केवल स्थानीय पर्यावरण प्रभावित हो रहा है, बल्कि आने वाले समय में पानी की किल्लत का भी सामना करना पड़ सकता है।

 

 

 

साउथ अफ्रीका ने रोमांचक मुकाबले में भारत को 3 विकेट से हराया, सीरीज 1-1 से बराबर

साउथ अफ्रीका से मिडिल ऑर्डर बैटर ट्रिस्टन स्टब्स ने 41 बॉल पर 47 रन बनाए।

4 मैचों की टी-20 सीरीज के दूसरे मुकाबले में साउथ अफ्रीका ने भारत को 3 विकेट से मात देकर सीरीज को 1-1 से बराबर कर लिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम 20 ओवर में 6 विकेट पर सिर्फ 124 रन ही बना पाई। जवाब में साउथ अफ्रीका ने आखिरी ओवरों में जोरदार वापसी की और आखिरी 4 ओवर में 37 रन बनाकर मैच जीत लिया।

भारत की पारी:

  • हार्दिक पंड्या: 39 रन
  • अक्षर पटेल: 27 रन
  • तिलक वर्मा: 20 रन

साउथ अफ्रीका के गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। मार्को यानसन, जेराल्ड कूट्जी, एंडिले सिमेलाने, ऐडन मार्करम और एन पीटर ने 1-1 विकेट चटकाए।

साउथ अफ्रीका की पारी:

साउथ अफ्रीका ने 88 रन पर अपने 7 विकेट गंवा दिए थे, लेकिन ट्रिस्टन स्टब्स और जेराल्ड कूट्जी की जोड़ी ने 20 गेंदों में 42 रन की साझेदारी कर टीम को जीत दिला दी।

  • ट्रिस्टन स्टब्स: 47 रन (प्लेयर ऑफ द मैच)
  • रीजा हेंड्रिक्स: 24 रन
  • जेराल्ड कूट्जी: 19 रन

भारत के गेंदबाजों में वरुण चक्रवर्ती ने 5 विकेट लेकर प्रभावित किया, जबकि अर्शदीप सिंह और रवि बिश्नोई ने 1-1 विकेट लिया।

मैच के अहम पल:

  • साउथ अफ्रीका ने आखिरी 4 ओवर में 37 रन बनाकर जीत दर्ज की।
  • भारतीय स्पिनर वरुण चक्रवर्ती का शानदार प्रदर्शन भी टीम को जीत नहीं दिला सका।
  • सीरीज अब रोमांचक मोड़ पर है, जिसमें दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर हैं।

निष्कर्ष:

इस जीत के साथ साउथ अफ्रीका ने सीरीज में जोरदार वापसी की है। अब तीसरे मैच में दोनों टीमों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी। भारत के बल्लेबाजों को अगले मुकाबले में बेहतर प्रदर्शन करना होगा, जबकि साउथ अफ्रीका अपनी जीत की लय को बरकरार रखने की कोशिश करेगा।

 

 

 

 

व्हाइट हाउस में बाइडेन और ट्रम्प की पहली औपचारिक मुलाकात, राजनीतिक जगत की निगाहें

दोनों नेताओं के बीच ये पहली औपचारिक मुलाकात होगी। इससे पहले जून में हुई प्रेसिडेंशियल डिबेट में दोनों ने हाथ तक नहीं मिलाए थे।

अमेरिकी राजनीति में एक ऐतिहासिक पल आने वाला है, जब राष्ट्रपति जो बाइडेन और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की पहली औपचारिक मुलाकात व्हाइट हाउस में होगी। यह बैठक दोनों नेताओं के बीच अब तक की पहली आधिकारिक बातचीत होगी, जिसे लेकर राजनीतिक हलकों में काफी चर्चा है।

क्या है मुलाकात का उद्देश्य?

इस मुलाकात का उद्देश्य अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि यह बैठक आगामी चुनावों और राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा के लिए आयोजित की जा रही है। बाइडेन और ट्रम्प के बीच राजनीतिक मतभेदों के बावजूद, यह मुलाकात अमेरिकी राजनीति के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

राजनीतिक विश्लेषण:

  • दोनों नेताओं के बीच पहली औपचारिक बैठक होने के नाते, यह मुलाकात कई अहम संकेत दे सकती है।
  • विशेषज्ञों का मानना है कि यह मुलाकात दोनों पार्टियों के बीच तनाव को कम करने और राजनीतिक स्थिरता लाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकती है।

पृष्ठभूमि:

बाइडेन और ट्रम्प के बीच पिछले चुनावों के दौरान तीखी राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता रही है। ऐसे में इस मुलाकात को राजनीतिक और सामाजिक दृष्टि से बेहद अहम माना जा रहा है।

निष्कर्ष:

इस ऐतिहासिक बैठक पर दुनिया भर की नजरें टिकी हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि दोनों नेता किन मुद्दों पर सहमति जताते हैं और आगे क्या कदम उठाते हैं।

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सत्यमेव जयते नानृतं सत्येन पन्था विततो देवयानः।
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