Friday, January 10, 2025

Morning News Brief : असम में गोमांस बैन; फडणवीस आज CM बनेंगे; राहुल-प्रियंका को संभल जाने से रोका; पंजाब के पूर्व डिप्टी CM बादल पर फायरिंग

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नमस्कार,
कल की बड़ी खबर महाराष्ट्र की राजनीति की रही, चुनावी नतीजों के 13 दिन बाद आज महायुति सरकार का गठन होगा। एक खबर असम सरकार के गोमांस बैन करने के फैसले की रही।

 

Table of Contents

आज के प्रमुख इवेंट्स:

  • झारखंड में मंत्रिमंडल विस्तार:
    • दोपहर 12 बजे राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह होगा।
    • 28 नवंबर को सिर्फ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शपथ ली थी। आज नए मंत्रियों को शामिल किया जाएगा।
  • ISRO का प्रोबा-3 मिशन लॉन्च:
    • श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से शाम 4:16 बजे इस मिशन को लॉन्च किया जाएगा।
    • इस मिशन का उद्देश्य सूर्य का गहराई से अध्ययन करना है।
  • भूटान के राजा का भारत दौरा:
    • भूटान के किंग जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक दो दिन के दौरे पर भारत आएंगे।
    • वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात करेंगे।

 

अब कल की बड़ी खबरें…

असम में गोमांस पर बैन: सार्वजनिक स्थलों पर अब बीफ नहीं परोसा जाएगा

असम के CM हिमंत बिस्वा सरमा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। स्टेट कैबिनेट की मीटिंग में गोमांस बैन पर लिए फैसले की जानकारी दी।

असम सरकार ने राज्य में गोमांस (बीफ) के सेवन और परोसने पर प्रतिबंध लगाने का बड़ा फैसला किया है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने घोषणा की, “अब किसी भी रेस्टोरेंट, होटल, या सार्वजनिक कार्यक्रम में गोमांस परोसा नहीं जाएगा और इसका सेवन भी नहीं होगा।”

प्रतिबंध का उद्देश्य

यह फैसला राज्य के सांस्कृतिक और धार्मिक सौहार्द को बनाए रखने के लिए लिया गया है। जल संसाधन मंत्री पीयूष हजारिका ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, “कांग्रेस इस फैसले का स्वागत करे या पाकिस्तान चली जाए।” हालांकि, कांग्रेस ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

पहले क्या थे नियम?

  • 2021 में बने असम मवेशी संरक्षण अधिनियम के तहत किसी मंदिर के 5 किमी के दायरे में गोमांस बेचना और खाना प्रतिबंधित था।
  • अब इस कानून को और कड़ा करते हुए इसे राज्यभर में लागू कर दिया गया है।

विवाद की जड़

यह मुद्दा सामगुरी विधानसभा उपचुनाव के बाद चर्चा में आया। 23 नवंबर को आए नतीजों में कांग्रेस उम्मीदवार तंजील हुसैन हार गए। उनके पिता और कांग्रेस सांसद रकीबुल हुसैन ने BJP पर गोमांस बांटने का आरोप लगाया।

CM सरमा ने इस आरोप के जवाब में कहा, “मैं गोमांस पर पूरी तरह से बैन लगाने के लिए तैयार हूं, बशर्ते कांग्रेस मुझे लिखित में दे।” हालांकि, कांग्रेस की प्रतिक्रिया का इंतजार किए बिना ही सरकार ने प्रतिबंध लागू कर दिया।

निष्कर्ष

सरकार के इस फैसले ने असम में राजनीति को गरमा दिया है। यह प्रतिबंध राज्य के धार्मिक और सामाजिक संतुलन को बनाए रखने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।

 

 

देवेंद्र फडणवीस आज शाम लेंगे महाराष्ट्र के CM पद की शपथ, PM मोदी करेंगे शिरकत

फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की। तीनों ने सरकार बनाने का दावा पेश किया, फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस की।

महाराष्ट्र में आज शाम बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम होगा। देवेंद्र फडणवीस शाम 5:30 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उपस्थित रहेंगे। फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हम तीनों नेता (शिंदे, पवार और मैं) एक हैं। CM और डिप्टी CM केवल तकनीकी पद हैं।” हालांकि, शपथ ग्रहण में शामिल अन्य मंत्रियों के नामों का खुलासा शाम तक किया जाएगा।

शिंदे का रुख: डिप्टी CM बनने पर सहमति, लेकिन गृह मंत्रालय पर अड़े

सूत्रों के मुताबिक, शिंदे ने डिप्टी CM पद स्वीकार कर लिया है, लेकिन वे गृह मंत्रालय अपने पास रखने की मांग पर अड़े हुए हैं। महायुति की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद फडणवीस और शिंदे ने मुख्यमंत्री आवास पर 45 मिनट तक चर्चा की।

अजित पवार का मजाकिया अंदाज

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, जब शिंदे और पवार के शपथ लेने को लेकर सवाल किया गया, तो अजित पवार ने चुटकी लेते हुए कहा, “शपथ कौन लेगा, यह शाम तक तय होगा, लेकिन मैं कल शपथ ले रहा हूं।” इस पर शिंदे ने मजाक में कहा, “अजित दादा को सुबह और शाम, दोनों समय शपथ लेने का अनुभव है।” इस बयान पर सभी नेता ठहाके लगाकर हंस पड़े।

समारोह की तैयारियां

शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन राजभवन में किया जाएगा, जिसमें महाराष्ट्र के सभी बड़े राजनीतिक नेता और गणमान्य लोग शामिल होंगे। शिंदे और फडणवीस के बीच तालमेल और विभागों के बंटवारे को लेकर अभी सस्पेंस बरकरार है।

निष्कर्ष

देवेंद्र फडणवीस की यह नई पारी महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा बदलाव लाएगी। सभी की नजरें अब इस बात पर हैं कि किसे कौन-सा मंत्रालय सौंपा जाएगा।

 

 

राहुल-प्रियंका को यूपी पुलिस ने रोका, राहुल बोले- 6 दिसंबर को संभल जाऊंगा

कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को उत्तर प्रदेश पुलिस ने संभल हिंसा पीड़ितों से मिलने से रोक दिया। उनका काफिला दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर पर ही रोक दिया गया। इस पर राहुल गांधी ने कहा, “एक विपक्षी नेता के तौर पर मेरा अधिकार है कि मैं वहां जाऊं। पुलिस ने भले मना किया हो, लेकिन मैं 6 दिसंबर को संभल जाऊंगा।”

क्या है संभल हिंसा का मामला?

24 नवंबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर संभल की जामा मस्जिद का सर्वे किया जा रहा था। इसी दौरान हिंसा भड़क गई, जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई। इस घटना के बाद कांग्रेस नेताओं ने पीड़ितों से मिलने की कोशिश की, लेकिन प्रशासन ने उन्हें रोक दिया।

CBI जांच की मांग खारिज

हिंसा की CBI जांच की मांग को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है। अदालत का कहना है कि स्थानीय प्रशासन और पुलिस मामले की जांच कर रहे हैं और इसमें हस्तक्षेप की जरूरत नहीं है।

राहुल का बयान

राहुल गांधी ने कहा, “यह घटना बेहद दुखद है। हिंसा पीड़ितों से मिलना मेरा नैतिक कर्तव्य है। भले ही आज पुलिस ने मुझे रोका, लेकिन मैं 6 दिसंबर को वहां जरूर जाऊंगा।”

निष्कर्ष

संभल हिंसा अब राजनीतिक चर्चा का केंद्र बन गई है। राहुल गांधी के अगले कदम और हिंसा की जांच पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।

 

 

 

 

गोल्डन टेंपल के बाहर पूर्व डिप्टी CM सुखबीर बादल पर फायरिंग, बाल-बाल बचे

सुखबीर सिंह बादल गोल्डन टेंपल के बाहर व्हील चेयर पर बैठे थे। हमलावर ने गोली चलाई, तभी सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़ लिया और गोली दीवार पर जा लगी।

पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल पर रविवार को गोल्डन टेंपल के बाहर एक खालिस्तानी आतंकी ने हमला किया। हमलावर ने गोली चलाई, लेकिन सुरक्षाकर्मी ने तत्परता दिखाते हुए उसका हाथ ऊपर उठा दिया, जिससे बादल बाल-बाल बच गए। उस समय बादल, अकाल तख्त के निर्देश पर टेंपल के गेट पर सेवा कर रहे थे।

हमले की वजह

सुखबीर बादल ने पहले डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को माफी दी थी, जिसे लेकर सिख समुदाय में नाराजगी थी। इसके चलते अकाल तख्त ने उन्हें गोल्डन टेंपल में सेवा करने का आदेश दिया था। इसी दौरान हमलावर ने उन पर फायरिंग की।

हमलावर कौन?

  • फायरिंग करने वाला आतंकी नारायण सिंह चौड़ा गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक का निवासी है।
  • चौड़ा खालिस्तानी आतंकी संगठन बब्बर खालसा से जुड़ा हुआ है।
  • वह बादल परिवार को सिख पंथ का गद्दार मानता है और उनकी हत्या की साजिश रच रहा था।

सुरक्षा के सवाल

यह हमला पंजाब में बढ़ते खालिस्तानी खतरे और नेताओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है। सुखबीर बादल के समर्थकों ने इस घटना की कड़ी निंदा की और सुरक्षा में चूक की जांच की मांग की है।

निष्कर्ष

सुखबीर बादल पर हुए इस हमले ने पंजाब की राजनीति और कानून-व्यवस्था पर एक बार फिर ध्यान आकर्षित किया है। इस घटना ने राज्य में खालिस्तानी गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई की जरूरत को उजागर किया है।

 

 

 

 

संसद परिसर में प्रियंका गांधी का जवाब: “जय सियाराम कहो, सीता को मत भूलो”

संसद परिसर में महिला सांसदों से मुलाकात करतीं वायनाड सांसद प्रियंका गांधी।

संसद के शीतकालीन सत्र के 7वें दिन लोकसभा और राज्यसभा में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा और हंगामा हुआ। इसी दौरान संसद परिसर में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और महिला सांसदों के बीच दिलचस्प संवाद हुआ।

महिला सांसदों ने किया अभिवादन

महिला सांसदों ने प्रियंका गांधी को “जय श्रीराम” कहकर संबोधित किया। इस पर प्रियंका ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “हम महिलाएं हैं। जय सियाराम बोलो, सीता को मत छोड़ो।” उनका यह बयान संसद परिसर में चर्चा का विषय बन गया।

बांग्लादेश हिंसा का मुद्दा

मथुरा से सांसद हेमा मालिनी ने बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों, इस्कॉन भक्तों और हिंदू समुदाय पर हो रहे हमलों को लेकर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “बांग्लादेश में हो रही घटनाएं बेहद दुखद और चिंताजनक हैं। भारत सरकार को इस मामले में कड़ा रुख अपनाना चाहिए।”

अन्य प्रमुख घटनाएं

  • किसान मुद्दे पर हंगामा: राज्यसभा में विपक्ष ने किसान मुद्दों पर सरकार को घेरा और चर्चा की मांग की।
  • रेलवे संशोधन विधेयक, 2024: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में यह विधेयक पेश किया।

निष्कर्ष

प्रियंका गांधी का “जय सियाराम” का संदेश और हेमा मालिनी की बांग्लादेश हिंसा पर चिंता दोनों ही संसद के बाहर और भीतर की चर्चाओं में प्रमुख रहे। यह घटनाक्रम महिला सशक्तिकरण और धार्मिक सहिष्णुता के संदेश को भी रेखांकित करता है।

 

 

 

भारत U-19 एशिया कप के सेमीफाइनल में, 13 साल के वैभव ने लगाए 6 छक्के

भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए UAE को 10 विकेट से हराकर U-19 एशिया कप के सेमीफाइनल में जगह बना ली है। भारत ने यह मुकाबला महज 16.1 ओवर में जीत लिया।

मैच का हाल

  • UAE की बल्लेबाजी: पहले खेलते हुए UAE ने 44 ओवर में सिर्फ 137 रन बनाए। भारतीय गेंदबाजों ने शुरू से ही दबाव बनाए रखा।
  • भारत की बल्लेबाजी: जवाब में भारतीय ओपनरों ने दमदार प्रदर्शन किया। 13 साल के वैभव ने 76* और आयुष ने 67* रन बनाए। दोनों ने मिलकर सिर्फ 16.1 ओवर में 143 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई।

वैभव का धमाकेदार प्रदर्शन

वैभव ने अपनी पारी में 6 छक्के और 3 चौके लगाए। उनका यह प्रदर्शन काफी चर्चा में है। वैभव को पिछले IPL ऑक्शन में राजस्थान रॉयल्स ने ₹1.1 करोड़ में खरीदा था। इतनी कम उम्र में उनका यह प्रदर्शन भविष्य में उनकी संभावनाओं को और मजबूत करता है।

सेमीफाइनल में भारत की चुनौती

इस शानदार जीत के बाद भारत सेमीफाइनल में पहुंच गया है। टीम का आत्मविश्वास इस जीत से काफी बढ़ा हुआ है, और अब फाइनल तक का सफर तय करने के लिए उन्हें अपना बेहतरीन खेल जारी रखना होगा।

निष्कर्ष

भारत के युवा खिलाड़ियों ने इस जीत के साथ अपने शानदार प्रदर्शन का परिचय दिया। खासकर वैभव की पारी ने क्रिकेट प्रशंसकों को उत्साहित कर दिया है। अब सेमीफाइनल में सभी की नजरें भारतीय टीम पर टिकी हैं।

 

 

मोहम्मद यूनुस का आरोप: “शेख हसीना ने देश बर्बाद किया, ट्रायल के बाद प्रत्यर्पण की मांग करेंगे”

Mohammad Yunus said- Sheikh Hasina ruined everything | मोहम्मद यूनुस बोले- शेख  हसीना ने देश बर्बाद किया: कहा- ट्रायल के बाद भारत से प्रत्यर्पण की मांग  करेंगे; फिलहाल ...

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि हसीना ने अपने 15 साल के कार्यकाल में देश के सरकारी ढांचे को पूरी तरह नष्ट कर दिया।

यूनुस का बयान

मोहम्मद यूनुस ने कहा, “हम शेख हसीना पर ट्रायल पूरा होने के बाद भारत से उनके प्रत्यर्पण के लिए आधिकारिक रूप से मांग करेंगे।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हसीना की नीतियों ने देश को राजनीतिक और आर्थिक संकट में डाल दिया।

शेख हसीना भारत में

  • हसीना का इस्तीफा: बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी छात्रों के हिंसक आंदोलन के बाद, 5 अगस्त को शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया।
  • भारत में शरण: इस्तीफे के बाद से ही हसीना भारत में हैं और चार महीने से वहीं रह रही हैं।

बांग्लादेश का मौजूदा संकट

बांग्लादेश इस समय राजनीतिक अस्थिरता और हिंसा के दौर से गुजर रहा है। यूनुस ने हसीना के 15 वर्षों के कार्यकाल को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है।

निष्कर्ष

मोहम्मद यूनुस के आरोपों और शेख हसीना के भारत में शरण लेने से बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिति और जटिल हो गई है। प्रत्यर्पण की संभावित मांग भारत और बांग्लादेश के संबंधों को भी प्रभावित कर सकती है।

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सत्यमेव जयते नानृतं सत्येन पन्था विततो देवयानः।
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