नमस्कार,
कल की बड़ी खबर नागरिकता संशोधन कानून (CAA) की रही, कानून बनने के 4 साल बाद केंद्र सरकार ने देशभर में इसे लागू कर दिया है। एक खबर इलेक्टोरल बॉन्ड से जुड़ी रही, सुप्रीम कोर्ट ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से 12 मार्च तक इससे जुड़ी सारी जानकारी का खुलासा करने को कहा है।
लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर…
- PM मोदी गुजरात के साबरमती जाएंगे, यहां 1200 करोड़ रुपए की साबरमती आश्रम मेमोरियल परियोजना के मास्टर प्लान का अनावरण करेंगे। इसके बाद राजस्थान के पोखरण में वॉर गेम ‘भारत शक्ति’ में शामिल होंगे।
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तीन दिन की राजकीय यात्रा पर मॉरिशस में हैं। वे यहां के नेशनल डे सेलिब्रेशन में बतौर चीफ गेस्ट शामिल होंगी।
- विमेंस प्रीमियर लीग (WPL) में मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच मुकाबला होगा।
अब कल की बड़ी खबरें…
1. देश में नागरिकता संशोधन कानून लागू, गैर मुस्लिम PAK, बांग्ला और अफगान शरणार्थियों को नागरिकता मिलेगी
केंद्र सरकार ने सिटिजनशिप अमेंडमेंट एक्ट यानी CAA देशभर में लागू कर दिया है। इसके तहत 31 दिसंबर 2014 से पहले पाकिस्तान, बांग्लादेश अफगानिस्तान से आए गैर- मुस्लिम शरणार्थियों को नागरिकता मिलने का रास्ता साफ हो गया है। CAA के ऑनलाइन पोर्टल को रजिस्ट्रेशन के लिए तैयार कर लिया गया है। भारतीय नागरिकों से इस कानून का कोई सरोकार नहीं है। यह कानून किसी की नागरिकता नहीं छीन सकता।
क्या है CAA: 2016 में नागरिकता संशोधन विधेयक 2016 (CAA) पेश किया गया था। इसमें 1955 के कानून में कुछ बदलाव किया जाना था। ये बदलाव थे, भारत के तीन मुस्लिम पड़ोसी देश बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आए गैर मुस्लिम शरणार्थियों को नागरिकता देना। दिसंबर 2019 में राज्यसभा और लोकसभा से इससे जुड़ा बिल पास हुआ था।
भाजपा को इससे क्या फायदा होगा: CAA 2019 से पहले भाजपा के प्रमुख चुनावी वादों में से एक था। आगामी लोकसभा चुनाव में (खासकर पश्चिम बंगाल में) भाजपा को इससे फायदा मिल सकता है। भाजपा CAA के जरिए पश्चिम बंगाल में मतुआ समुदाय के हिंदू वोटों को साधना चाहती है।
कौन हैं मतुआ समुदाय के लोग: मतुआ समुदाय मूलत: पूर्वी पाकिस्तान के रहने हैं। ये भारत-पाक विभाजन के दौरान और बांग्लादेश के निर्माण के बाद भारत आ गए थे। बंगाल में इनकी आबादी 30 लाख से ज्यादा है। बंगाल की 5 लोकसभा और 30 से अधिक विधानसभा सीटों पर इनका प्रभाव है। CAA लागू होने के बाद मतुआ समुदाय ने जश्न मनाया। उत्तर 24 परगना के ठाकुरनगर में दावा किया कि यह उनका दूसरा स्वतंत्रता दिवस है।
2. SC का आदेश- SBI इलेक्टोरल बॉन्ड की जानकारी दे, बैंक ने 30 जून तक का समय मांगा था
सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्टोरल बॉन्ड मामले में समय देने की मांग वाली स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की अर्जी खारिज कर दी। कोर्ट ने आदेश दिया कि SBI 12 मार्च तक सारी जानकारी का खुलासा करे। साथ ही इलेक्शन कमीशन इस डेटा को 15 मार्च शाम 5 बजे तक अपनी वेबसाइट पर पब्लिश करे। सुप्रीम कोर्ट की 5 जजों की संविधान पीठ ने 15 फरवरी को इलेक्टोरल बॉन्ड की बिक्री पर रोक लगा दी थी। साथ ही SBI को 12 अप्रैल 2019 से अब तक खरीदे गए इलेक्टोरल बॉन्ड की जानकारी 6 मार्च तक इलेक्शन कमीशन को देने का निर्देश दिया था।
इलेक्टोरल बॉन्ड से क्या जानकारी मिलेगी: इलेक्टोरल बॉन्ड का डेटा सामने आने से यह पता चलेगा कि किन-किन लोगों ने किन पार्टियों को कितना चंदा दिया है। 2017 में केंद्र सरकार इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम लेकर आई थी। इसे कोई भी भारतीय नागरिक या कंपनी खरीद सकती थी। सरकार का तर्क था कि इससे ब्लैक मनी पर अंकुश लगेगा। वहीं, विरोध करने वालों का कहना था कि इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदने वाले की पहचान जाहिर नहीं की जाती है, इससे ये चुनावों में काले धन के इस्तेमाल का जरिया बन सकते हैं।
3. 5000 KM रेंज वाली अग्नि-5 मिसाइल का परीक्षण, पूरा चीन और आधा यूरोप जद में
DRDO (रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन) ने 5000 किमी तक टारगेट हिट करने में सक्षम अग्नि-5 MIRV मिसाइल का सफल परीक्षण किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सफल टेस्टिंग पर बधाई दी और कहा कि मिशन दिव्यास्त्र के लिए हमें अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है। मिशन दिव्यास्त्र देश में ही विकसित हाइली एडवांस्ड वेपन सिस्टम है। इसका पहला परीक्षण अप्रैल 2012 में हुआ था, जबकि नई टेस्टिंग MIRV के साथ हुई है। इस मिसाइल की रेंज में पूरा चीन और आधा यूरोप आता है।
MIRV क्या है: MIRV यानी मल्टिपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल तकनीक, इसके तहत एक ही मिसाइल से अलग-अलग लोकेशंस पर कई वॉर हेड दागे जा सकते हैं। साथ ही अलग-अलग लोकेशंस पर मल्टिपल टारगेट हिट कर सकती है। MIRV तकनीक अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, फ्रांस और चीन के पास थी। अब भारत भी इन देशों के क्लब में शामिल हो गया है।
4. 10 ग्राम सोने की कीमत ₹65,500, इस साल 70 हजार पर पहुंचने की उम्मीद
सर्राफा बाजार में 10 ग्राम सोना 680 रुपए महंगा होकर 65,635 रुपए पर पहुंचा। ये ऑल टाइम हाई है। चांदी भी 274 रुपए महंगी होकर 72,539 रुपए प्रति किलो ग्राम पर पहुंच गई। इससे पहले 7 मार्च को सोना पहली बार 65 हजार का आंकड़ा पार किया था। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि साल के अंत तक सोने की कीमत 70 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती है।
सोने में तेजी की वजह: 2024 में दुनियाभर में मंदी की आशंका, शादी के सीजन से सोने की डिमांड बढ़ना, डॉलर इंडेक्स में कमजोरी, दुनियाभर के केंद्रीय बैंक सोना खरीद रहे हैं।
5. ओपेनहाइमर ने जीते सात ऑस्कर अवॉर्ड्स, किलियन बेस्ट एक्टर, नोलन बेस्ट डायरेक्टर
96वें ऑस्कर अवॉर्ड सेरेमनी में ओपेनहाइमर ने बेस्ट फिल्म समेत कुल 7 अवॉर्ड अपने नाम किए। किलियन मर्फी को बेस्ट एक्टर और क्रिस्टोफर नोलन को बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड मिला। नोलन को पहली बार ऑस्कर मिला है। इससे पहले वे 8 बार इसके लिए नॉमिनेट हो चुके हैं। फिल्म पुअर थिंग्स की लीड एक्ट्रेस एमा स्टोन को बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला। ’20 डेज इन मारियुपोल’ को बेस्ट डॉक्यूमेंट्री फिल्म का ऑस्कर दिया गया। इसमें रूसी हमले से तबाह यूक्रेनी शहर को दिखाया गया है।
रॉबर्ट डाउनी जूनियर को ऑस्कर: ओपेनहाइमर के लिए रॉबर्ट डाउनी जूनियर को बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का अवॉर्ड मिला। ये उनके करियर का पहला ऑस्कर है। बेस्ट एक्ट्रेस के अलावा पुअर थिंग्स को बेस्ट कॉस्ट्यूम डिजाइन, प्रोडक्शन डिजाइन और मेकअप एंड हेयरस्टाइलिंग कैटेगरी में भी ऑस्कर मिला। फिल्म बार्बी को इसके गाने ‘व्हाट वाज आई मेड फॉर’ के लिए ऑस्कर मिला।
कौन देता है ऑस्कर: ऑस्कर देने वाली संस्था का नाम है ‘एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज’। इसकी स्थापना साल 1927 में हुई थी। इस अवॉर्ड का शुरुआती नाम एकेडमी अवॉर्ड्स था। पहला एकेडमी अवॉर्ड 1929 में दिया गया था। 1939 में एकेडमी अवॉर्ड का नाम बदलकर ऑस्कर कर दिया गया था। इसका नाम ऑस्कर ही क्यों रखा गया, ये आज भी मिस्ट्री है।
6. MP की धार भोजशाला का ज्ञानवापी की तरह होगा सर्वे, हाईकोर्ट की इंदौर बेंच का आदेश
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर बेंच ने ज्ञानवापी की तर्ज पर धार की भोजशाला का सर्वे कराने के आदेश दिए हैं। कोर्ट ने आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) को 5 एक्सपर्ट की टीम बनाने को कहा है। टीम 6 हफ्ते में अपनी रिपोर्ट कोर्ट को सौंपेगी। हिंदू पक्ष की मांग है कि भोजशाला का अधिकार हिंदुओं को सौंपा जाए। इसके लिए जरूरी हो तो भोजशाला की फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी और खुदाई करवाई जाए। हाईकोर्ट ने इन्ही बिंदुओं के आधार पर सर्वे की मांग स्वीकार कर ली है।
क्या है भोजशाला से जुड़ा विवाद: भोजशाला में मंगलवार को हिंदू पक्ष को पूजा-अर्चना करने की अनुमति है। मुस्लिम पक्ष को नमाज के लिए शुक्रवार दोपहर 1 से 3 बजे तक प्रवेश दिया जाता है। बाकी दिनों में 1 रुपए का टिकट लगता है। इसके अलावा वसंत पंचमी पर सरस्वती पूजा के लिए हिंदू पक्ष को पूरे दिन पूजा और हवन करने की अनुमति है। हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस ने 1 मई 2022 को इंदौर हाईकोर्ट में यह याचिका दाखिल की थी। इसमें कहा गया था कि हर मंगलवार को हिंदू भोजशाला में यज्ञ कर उसे पवित्र करते हैं और शुक्रवार को मुसलमान नमाज के नाम पर यज्ञ कुंड को अपवित्र कर देते हैं। इसे रोका जाए।