नमस्कार,
कल की बड़ी खबर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के जन्मजात नागरिकता खत्म करने के आदेश से जुड़ी रही, अमेरिका में अवैध रूप से या वीजा पर रह रही प्रेग्नेंट महिलाएं समय से पहले डिलीवरी कराना चाहती हैं, ताकि उनके बच्चे को वहां की नागरिकता मिल जाए। हालांकि एक अदालत ने ट्रम्प के आदेश पर अस्थायी रोक लगा दी है।
लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर…
- दिल्ली सरकार के कामकाज से जुड़ी CAG रिपोर्ट्स पब्लिक करने की मांग वाली अर्जी पर हाईकोर्ट में सुनवाई होगी।
- राहुल गांधी पर मुस्लिम विरोधी टिप्पणी करने का आरोप है, यूपी की सुल्तानपुर MP-MLA कोर्ट में केस चलाने पर फैसला होगा।
- देवी अहिल्या बाई होलकर की 300वी जयंती वर्ष पर मध्य प्रदेश सरकार की खरगोन में कैबिनेट मीटिंग होगी। इसमें 17 धार्मिक शहरों में शराबबंदी का ऐलान हो सकता है।
अब कल की बड़ी खबरें…
अमेरिका में 20 फरवरी से पहले सीजेरियन डिलीवरी की होड़, कोर्ट ने ट्रम्प के आदेश पर लगाई रोक
- ट्रम्प के आदेश के चलते महिलाएं समय से पहले डिलीवरी करा रहीं
- अमेरिकी कोर्ट ने जन्मजात नागरिकता खत्म करने के फैसले पर 14 दिन की रोक लगाई
- 18 हजार भारतीयों की अमेरिका से वापसी तय, H-1B वीजा बंद नहीं होगा
क्या है मामला?
अमेरिका में 20 फरवरी से पहले बच्चों को जन्म देने की होड़ मच गई है। कई गर्भवती महिलाएं, खासकर भारतीय, समय से पहले सीजेरियन डिलीवरी कराने की कोशिश कर रही हैं। इसकी वजह डोनाल्ड ट्रम्प का आदेश है, जिसमें उन्होंने जन्मजात नागरिकता (Birthright Citizenship) खत्म करने का फैसला किया था।
कोर्ट का हस्तक्षेप
गुरुवार देर रात, सिएटल फेडरल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने ट्रम्प के इस आदेश पर 14 दिनों की अस्थायी रोक लगा दी। कोर्ट ने इसे असंवैधानिक बताया और 4 राज्यों (वॉशिंगटन, एरिजोना, इलिनोइस और ओरेगन) की अपील पर यह फैसला सुनाया। मामले की अगली सुनवाई 5 फरवरी को होगी।
ट्रम्प के फैसले का असर
- रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में अवैध रूप से रह रहीं महिलाओं ने 2.55 लाख बच्चों को जन्म दिया था।
- ट्रम्प के आदेश से हर साल 1.5 लाख नवजातों की नागरिकता पर संकट आ सकता है।
- अमेरिकी संविधान का 14वां संशोधन जन्मजात नागरिकता की गारंटी देता है, लेकिन ट्रम्प इसे खत्म करना चाहते हैं।
भारत पर क्या असर पड़ेगा?
अमेरिका ने अवैध रूप से रह रहे 18 हजार भारतीयों को देश वापस भेजने का फैसला किया है। अमेरिकी दौरे पर गए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत इसके लिए तैयार है और उन्होंने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से इस मुद्दे पर चर्चा की है। भारत चाहता है कि इसका H-1B और स्टूडेंट वीजा पर कोई असर न पड़े।
H-1B वीजा जारी रहेगा
डोनाल्ड ट्रम्प ने यह स्पष्ट किया कि H-1B वीजा बंद नहीं किया जाएगा।
- अमेरिका को टैलेंट की जरूरत है, इसलिए यह वीजा जारी रहेगा।
- यह वीजा आईटी, हेल्थ, आर्किटेक्चर जैसी विशेष क्षेत्रों के पेशेवरों को दिया जाता है।
- 2024 में जारी 2.80 लाख H-1B वीजा में से 2 लाख भारतीयों को मिले थे।
पुष्पक एक्सप्रेस में आग की अफवाह बनी 13 मौतों की वजह
- चायवाले ने फैलाई आग लगने की झूठी खबर
- घबराकर यात्री ट्रेन से कूदे, कई लोग ट्रैक पर उतर गए
- तेज रफ्तार कर्नाटक एक्सप्रेस ने 23 यात्रियों को कुचल दिया
कैसे हुआ हादसा?
महाराष्ट्र के जलगांव में 22 जनवरी को एक भीषण रेल हादसा हुआ, जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई। लखनऊ से मुंबई जा रही पुष्पक एक्सप्रेस में सफर कर रहे यात्रियों ने बताया कि एक चायवाले ने आग लगने की अफवाह फैलाई थी। इस खबर से घबराए लोग ट्रेन से कूदने लगे।
- दो यात्री चलती ट्रेन से कूद गए।
- किसी ने चेन पुलिंग कर ट्रेन रोक दी, जिससे कई लोग नीचे उतर आए।
- तभी दूसरे ट्रैक पर तेज रफ्तार से आ रही कर्नाटक एक्सप्रेस ने 23 लोगों को कुचल दिया।
मृतकों की पहचान
- हादसे में मारे गए 13 लोगों में से 10 की पहचान हो चुकी है।
- 3 शवों की शिनाख्त बाकी है।
- मृतकों में 4 लोग नेपाल के नागरिक थे।
रेस्क्यू ऑपरेशन
हादसे के बाद कई शव टुकड़ों में बंट गए थे। रेस्क्यू टीम और स्थानीय लोगों ने चादरों में शवों के टुकड़ों को इकट्ठा किया। यह हादसा सिर्फ एक अफवाह के कारण हुआ, जिसने कई लोगों की जान ले ली।
एंड्रॉयड और iPhone पर अलग किराया: सरकार ने ओला-उबर को भेजा नोटिस
- CCPA ने कंपनियों से मांगा स्पष्टीकरण
- शिकायत: एक ही राइड के लिए iPhone और एंड्रॉयड पर अलग किराया
- उबर ने आरोपों से किया इनकार, बताया किराया तय करने के पैमाने
क्या है मामला?
सरकार ने कैब सर्विस कंपनियों ओला और उबर को नोटिस भेजा है। आरोप है कि ये कंपनियां iPhone और एंड्रॉयड यूजर्स से अलग-अलग किराया वसूल रही हैं। सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (CCPA) ने कंपनियों से इसका कारण स्पष्ट करने को कहा है।
मामला कैसे उठा?
दिसंबर में एक X (ट्विटर) यूजर ने दो अलग-अलग फोन की स्क्रीनशॉट शेयर किए, जिनमें उबर ऐप पर एक ही जगह के लिए अलग-अलग किराया दिखाया गया था।
- पोस्ट वायरल होने के बाद सरकार ने लिया संज्ञान।
- उबर ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि किराया तय करने के लिए कई फैक्टर्स देखे जाते हैं, जैसे:
- पिक-अप पॉइंट
- एस्टिमेटेड अराइवल टाइम (ETA)
- ड्रॉप-ऑफ लोकेशन
सरकार अब कंपनियों के जवाब का इंतजार कर रही है। यदि आरोप सही साबित होते हैं, तो इन कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सकती है।
पत्नी की हत्या कर शव के टुकड़े उबाले, फिर झील में फेंके; रिटायर्ड जवान गिरफ्तार
- तेलंगाना में सेना के रिटायर्ड जवान गुरुमूर्ति ने की पत्नी माधवी की हत्या
- सबूत मिटाने के लिए शव के टुकड़े कर प्रेशर कुकर में उबाला और झील में फेंका
- पुलिस को अभी तक शव के टुकड़े नहीं मिले, आरोपी ने गुनाह कबूला
कैसे हुआ खौफनाक कत्ल?
तेलंगाना में एक रिटायर्ड फौजी गुरुमूर्ति ने अपनी पत्नी माधवी की निर्मम हत्या कर दी। हत्या के बाद उसने शव को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटा, उन्हें प्रेशर कुकर में उबाला और फिर पास की झील में फेंक दिया।
- कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, हड्डियों से मांस अलग करने के लिए उसने मूसल से उन्हें कुचला।
- हत्या के वक्त उसके बच्चे उसकी बहन के घर गए हुए थे।
- उसने गुमशुदगी का नाटक किया और माधवी के माता-पिता को इसकी सूचना दी।
हत्या के बाद क्या हुआ?
- गुरुमूर्ति ने शव के टुकड़ों को तीन दिन तक पकाया, फिर उन्हें थैले में भरकर झील में फेंक दिया।
- पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन अभी तक शव के टुकड़े बरामद नहीं हुए हैं।
- आरोपी ने जुर्म कबूल कर लिया है, लेकिन बिना सबूत पुलिस उसे दोषी साबित करने में मुश्किल झेल रही है।
यह घटना निर्ममता की सारी हदें पार कर चुकी है, और पुलिस अब सबूत जुटाने में लगी हुई है।
PM मोदी ने नेताजी जयंती पर बच्चों से की बातचीत, मज़ाकिया लहजे में पूछा- टिफिन लाए हो?
- PM मोदी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती पर दी श्रद्धांजलि
- संसद के सेंट्रल हॉल में स्कूली बच्चों से की मुलाकात
- मजाकिया अंदाज में पूछा- टिफिन लाए हो? फिर बोले- बताओ, मैं खाऊंगा नहीं
कैसा रहा कार्यक्रम?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान वे संसद के सेंट्रल हॉल में स्कूली बच्चों से भी मिले और हल्के-फुल्के अंदाज में बातचीत की।
- मोदी ने बच्चों से पूछा, “क्या तुम टिफिन लेकर आए हो?”
- जब बच्चों ने ना में जवाब दिया, तो उन्होंने हंसते हुए कहा, “बताओ, मैं खाऊंगा नहीं!”
- उनकी इस बातचीत पर बच्चे और मौजूद लोग मुस्कुरा उठे।
नेताजी को याद करने पहुंचे दिग्गज नेता
इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में कई प्रमुख नेता मौजूद रहे, जिनमें शामिल थे:
- लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला
- कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
PM मोदी का यह हल्का-फुल्का अंदाज एक बार फिर चर्चा में आ गया और बच्चों के साथ उनकी यह बातचीत लोगों को काफी पसंद आई।