Sunday, November 24, 2024

Morning News Brief : डॉक्टर्स की सुरक्षा के लिए केंद्र कमेटी बनाएगा; बजरंग पूनिया के तिरंगे पर पैर रखने पर विवाद; कर्नाटक CM पर करप्शन केस

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नमस्कार,

कल की बड़ी खबरों में कोलकाता के डॉक्टर रेप-मर्डर केस ने ध्यान खींचा, जहां केंद्र सरकार ने डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए कमेटी बनाने और उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर करप्शन केस चलाने की मंजूरी भी एक महत्वपूर्ण खबर रही। इसके अलावा, मुंबई हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण का रास्ता साफ हो गया, तुर्किये की संसद में एर्दोगन की पार्टी पर आतंकी संगठन कहने पर जमकर मारपीट हुई, और भारत ने दुनिया के पहले पोर्टेबल अस्पताल का सफल पैराड्रॉप किया।

Table of Contents

आज के प्रमुख इवेंट्स :

  1. न्यूयॉर्क में इंडिया डे परेड:
    • न्यूयॉर्क में आज इंडिया डे परेड का आयोजन होगा। इस परेड में अयोध्या के राम मंदिर की झांकी भी प्रदर्शित की जाएगी, जो परेड का मुख्य आकर्षण होगी। यह आयोजन भारतीय समुदाय के लिए गर्व का पल होगा और देशभक्ति का जश्न मनाने का एक अवसर भी।
  2. वेस्टइंडीज बनाम साउथ अफ्रीका, दूसरा टेस्ट (चौथा दिन):
    • त्रिनिदाद एंड टोबैगो में वेस्टइंडीज और साउथ अफ्रीका के बीच दूसरा टेस्ट मैच जारी है। आज इसका चौथा दिन है, और मैच के परिणाम पर नजरें टिकी होंगी। क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह दिन खास रहेगा क्योंकि मैच रोमांचक मोड़ पर है।

 

अब कल की बड़ी खबरें…

कोलकाता रेप-मर्डर केस: डॉक्टरों की हड़ताल जारी, केंद्र सरकार ने सुरक्षा के लिए कमेटी बनाने का आश्वासन दिया

कोलकाता रेप-मर्डर केस को लेकर देशभर के डॉक्टर्स हड़ताल पर रहे।

कोलकाता में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप और मर्डर की घटना के विरोध में रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल आज 8वें दिन भी जारी रही। इस हड़ताल के बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने डॉक्टरों से हड़ताल खत्म करने की अपील की है और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कमेटी बनाने का वादा किया है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रतिक्रिया

स्वास्थ्य मंत्रालय ने डॉक्टर्स से हड़ताल खत्म करने का आग्रह करते हुए कहा कि उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा। इसके साथ ही, राज्य सरकारों से भी सुझाव मांगे जाएंगे ताकि डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाए जा सकें।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) का बयान

IMA के चीफ ने कहा, “हम जीवन के अधिकार की मांग कर रहे हैं।” हेल्थ मिनिस्ट्री के आश्वासन के बाद IMA ने भी एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि वे सभी स्टेट ब्रांच से सलाह लेकर इस पर विचार करेंगे। IMA ने कहा, “हम स्वास्थ्य मंत्रालय के स्टेटमेंट की स्टडी कर रहे हैं और जल्द ही अपना जवाब देंगे।”

कोलकाता में धारा 163 लागू

कोलकाता पुलिस ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज के आसपास धारा 163 (पहले CRPC की धारा 144) लागू कर दी है। इस धारा के तहत, मेडिकल कॉलेज के आसपास 24 अगस्त तक किसी भी प्रकार के धरना-प्रदर्शन और लोगों के इकट्ठा होने पर रोक रहेगी।

गृह मंत्रालय का आदेश

16 अगस्त को गृह मंत्रालय ने एक आदेश जारी किया, जिसके अनुसार, सभी राज्यों को हर दो घंटे पर कानून-व्यवस्था की जानकारी केंद्र सरकार को देनी होगी। यह जानकारी गृह मंत्रालय के कंट्रोल रूम को फैक्स, ई-मेल या वॉट्सऐप के माध्यम से भेजी जाएगी।

इस पूरी स्थिति में डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर गंभीर कदम उठाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है, और सरकार ने इस दिशा में कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाने का वादा किया है।

 

 

 

कर्नाटक CM के खिलाफ भ्रष्टाचार मामले में केस चलाने की मंजूरी, राज्यपाल ने दी अनुमति

1 अगस्त को कर्नाटक सरकार ने राज्यपाल को नोटिस वापस लेने की सलाह दी थी।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ जमीन से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में केस चलाने की मंजूरी राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने दे दी है। सिद्धारमैया पर आरोप है कि उन्होंने मैसुरु अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी (MUDA) की जमीन के मुआवजे के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया।

मामला क्या है?

यह मामला साल 1992 से जुड़ा है, जब MUDA ने रिहायशी इलाके बनाने के लिए किसानों से जमीन अधिग्रहित की थी। इसके बदले, MUDA ने 50:50 इंसेंटिव स्कीम के तहत किसानों को 50% साइट या एक वैकल्पिक साइट देने का वादा किया था।

सिद्धारमैया की पत्नी पार्वती को इस स्कीम के तहत साउथ मैसुरु के पॉश इलाके में 14 साइट्स मिले। आरोप है कि इन साइट्स की कीमत, उनकी मूल गांव की जमीन से काफी ज्यादा थी। यह मुआवजा 2022 में, जब बसवराज बोम्मई की सरकार थी, तब दिया गया था।

कौन-कौन हैं आरोपी?

इस मामले में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के साथ उनकी पत्नी, साले और कुछ अन्य अधिकारियों के खिलाफ भी जुलाई 2023 में शिकायत दर्ज की गई थी।

राज्यपाल की मंजूरी के बाद अब इस मामले में कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी।

 

 

 

बजरंग पूनिया के तिरंगे पर पैर रखने पर विवाद; विनेश फोगाट के स्वागत समारोह के दौरान हुआ मामला

कार की बोनट पर तिरंगे का पोस्टर लगा हुआ था। इसी पर बजरंग पूनिया खड़े हो गए।

रेसलर विनेश फोगाट शनिवार को भारत लौटीं और उनका काफिला दिल्ली एयरपोर्ट से हरियाणा के दादरी स्थित उनके पैतृक गांव पहुंचा। स्वागत समारोह के दौरान एक विवाद खड़ा हो गया, जब बजरंग पूनिया तिरंगे के पोस्टर पर पैर रखकर खड़े हो गए। यह घटना उस समय हुई जब बजरंग विनेश के स्वागत में लाई गई एक कार के बोनट पर चढ़ गए, जिस पर तिरंगे के पोस्टर लगे थे। सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर नाराजगी जताई जा रही है, जहां यूजर्स ने इसे तिरंगे का अपमान बताया।

विनेश फोगाट का स्वागत और उनकी प्रतिक्रिया

विनेश फोगाट का स्वागत दिल्ली से उनके गांव तक के 125 किलोमीटर लंबे रोड शो के दौरान 70 से ज्यादा स्थानों पर हुआ। दिल्ली एयरपोर्ट पर विनेश ने देशवासियों का धन्यवाद करते हुए कहा, “मैं बहुत भाग्यशाली हूं।” हरियाणा के झज्जर में उन्होंने कहा, “मैं अपनी लड़ाई जारी रखूंगी। जो मान-सम्मान आप लोगों ने दिया है, यह हजार ओलिंपिक गोल्ड मेडल से भी बड़ा है।”

विनेश की इस प्रतिक्रिया के बीच, बजरंग पूनिया के तिरंगे पर पैर रखने का मुद्दा सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है। लोग इस घटना को लेकर गुस्से का इजहार कर रहे हैं और तिरंगे के सम्मान की बात कर रहे हैं।

 

 

 

भारत में बने पोर्टेबल अस्पताल का सफल पैराड्रॉप: C-130J हरक्यूलिस से 15,000 फीट की ऊंचाई से गिराया गया

भारतीय एयरफोर्स और आर्मी ने दुनिया के पहले पोर्टेबल अस्पताल का सफलतापूर्वक पैराड्रॉप किया है। डिफेंस मिनिस्ट्री के अनुसार, इस पोर्टेबल अस्पताल को C-130J हरक्यूलिस विमान से 15,000 फीट की ऊंचाई से गिराया गया। आर्मी की पैरा ब्रिगेड ने प्रिसिजन ड्रॉप इक्विपमेंट्स का उपयोग करके इस अस्पताल को सुरक्षित नीचे लाया। हालांकि, मंत्रालय ने इस पोर्टेबल अस्पताल को कहां गिराया गया, इसकी जानकारी सार्वजनिक नहीं की।

पोर्टेबल अस्पताल का नाम और उद्देश्य

इस पोर्टेबल अस्पताल का नाम “आरोग्य मैत्री हेल्थ क्यूब” है, जिसे प्रोजेक्ट BHISHM (भारत हेल्थ इनिशिएटिव फॉर सहयोग हित एंड मैत्री) के तहत विकसित किया गया है। यह दुनिया का पहला पोर्टेबल अस्पताल है, जिसमें ट्रॉमा केयर की सुविधा उपलब्ध है। इस क्यूब के माध्यम से दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों को ट्रॉमा केयर सर्विस प्रदान की जा सकेगी।

इस महत्वपूर्ण विकास के साथ, भारत ने चिकित्सा सेवा क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है, जो आपातकालीन स्थितियों में तेजी से चिकित्सा सहायता पहुंचाने में मदद करेगी।

 

 

26/11 के आतंकी तहव्वुर राणा का भारत प्रत्यर्पण, अमेरिकी अदालत ने अपील खारिज की

पाकिस्तानी मूल का कनाडाई बिजनेसमैन तहव्वुर राणा अभी अमेरिकी जेल में बंद है।

26 नवंबर 2008 के मुंबई हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा को भारत लाने का रास्ता साफ हो गया है। अमेरिकी अदालत ने उसके प्रत्यर्पण के खिलाफ दायर अपील को खारिज कर दिया है। अदालत ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच प्रत्यर्पण संधि के तहत राणा को भारत भेजा जा सकता है। अगस्त 2018 में भारत की नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) के स्पेशल कोर्ट ने भी राणा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। राणा को 2009 में अमेरिका में गिरफ्तार किया गया था।

राणा और मुंबई हमले के मास्टरमाइंड डेविड हेडली का कनेक्शन

तहव्वुर राणा, मुंबई हमले के मास्टरमाइंड डेविड हेडली का बचपन का दोस्त है। राणा ने 7 सितंबर 2009 को हेडली से कहा था कि मुंबई हमले में मारे गए 9 आतंकियों को पाकिस्तान का सबसे ऊंचा सैन्य सम्मान, निशान-ए-हैदर, दिया जाना चाहिए। राणा को हेडली की गतिविधियों, हमले की योजना और कुछ टारगेट्स की जानकारी भी थी।

आगे का रास्ता

अमेरिकी अदालत के इस फैसले के बाद अब राणा को भारत लाने की प्रक्रिया शुरू हो सकती है, जिससे उसे 26/11 के मुंबई हमलों में उसकी भूमिका के लिए भारतीय न्याय प्रणाली के तहत कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।

 

 

 

तुर्किये की संसद में 30 मिनट तक मारपीट: एर्दोगन की पार्टी को आतंकी संगठन कहने पर मचा हंगामा

वर्कर्स पार्टी ऑफ तुर्की (TIP) के सदस्य अहमत सिक ने अपने सहयोगी कैन अताले की रिहाई की मांग की। इसके बाद ही हंगामा शुरू हुआ।

तुर्किये की संसद में शुक्रवार को जमकर मारपीट हुई, जो लगभग 30 मिनट तक चली। इस दौरान सांसदों ने एक-दूसरे पर लात-घूंसे चलाए, जिससे 3 विपक्षी सांसद घायल हो गए। मारपीट इतनी तीव्र थी कि स्पीकर के पोडियम की सीढ़ियों पर खून के छींटे भी दिखाई दिए।

विवाद कैसे शुरू हुआ?

यह हंगामा तब शुरू हुआ जब एक विपक्षी सांसद ने तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन की पार्टी, जस्टिस एंड डेवलपमेंट पार्टी (AKP), को आतंकी संगठन कह दिया। इस बयान के बाद एर्दोगन की पार्टी के एक नेता ने विपक्षी नेता अहमद सिक पर हमला कर दिया, जिससे संसद में तनाव बढ़ गया और सांसदों के बीच मारपीट शुरू हो गई।

जेल में बंद सांसद के मामले पर हो रही थी चर्चा

इस स्पेशल सेशन के दौरान सांसद कैन अताले को लेकर चर्चा हो रही थी। अताले ने 2013 में एर्दोगन सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था, जिसमें हिंसा भड़क गई थी। इसके बाद अताले को गिरफ्तार कर लिया गया था और 2022 में उन्हें 18 साल की सजा सुनाई गई थी। वे तब से जेल में हैं। इसी मामले पर चर्चा के दौरान यह विवाद शुरू हुआ, जो मारपीट तक पहुंच गया।

इस घटना ने तुर्किये की राजनीतिक स्थिति में तनाव और विभाजन को और गहरा कर दिया है।

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सत्यमेव जयते नानृतं सत्येन पन्था विततो देवयानः।
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