नमस्कार,
कल की बड़ी खबर चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ से जुड़ी रही, एक खबर महिला सुरक्षा को लेकर यूपी महिला आयोग के आदेश की रही।
आज के प्रमुख इवेंट्स:
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज महाराष्ट्र के अकोला और नांदेड़ में दो बड़ी चुनावी रैलियां करेंगे। यह रैलियां आगामी चुनावों के मद्देनजर भाजपा के समर्थन को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं।
- गृहमंत्री अमित शाह आज झारखंड में चार चुनावी सभाएं करेंगे। भाजपा झारखंड में चुनावी मैदान में अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रही है।
- कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस: भाजपा द्वारा लगाए गए झूठे चुनावी वादों के आरोपों का जवाब देने के लिए कांग्रेस आज मुंबई में एक बड़ी प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करेगी। इसमें कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे, जो अपनी सरकारों की उपलब्धियों को उजागर करेंगे।
अब कल की बड़ी खबरें…
सुप्रीम कोर्ट में CJI चंद्रचूड़ का आखिरी कार्य दिवस: भावुक होकर मांगी माफी, 612 फैसलों का रिकॉर्ड
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ 10 नवंबर को रिटायर होने वाले हैं। हालांकि, शुक्रवार को उनका सुप्रीम कोर्ट में आखिरी कार्य दिवस था। इस मौके पर उन्होंने भावुक होकर सभी से माफी मांगी और कहा, “अगर मैंने किसी को ठेस पहुंचाई हो, तो मुझे माफ कर दें। मेरा ऐसा करने का कोई इरादा नहीं था।”
45 मामलों की सुनवाई और विदाई संदेश
अपने आखिरी कार्य दिवस पर, CJI चंद्रचूड़ ने 45 केसों की सुनवाई की। उन्होंने अदालत में मौजूद वकीलों और सहयोगियों से भावुक होकर विदाई ली।
सबसे ज्यादा फैसले लिखने वाले मौजूदा जज
अपने कार्यकाल में, CJI चंद्रचूड़ ने 1,274 बेंचों का हिस्सा बनकर कुल 612 फैसले लिखे। यह संख्या उन्हें सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा जजों में सबसे अधिक फैसले लिखने वाला जज बनाती है।
CJI चंद्रचूड़ के ऐतिहासिक फैसले
CJI चंद्रचूड़ के 2 साल के कार्यकाल में कई ऐतिहासिक फैसले आए, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
- अनुच्छेद 370: जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले प्रावधान को हटाने पर फैसला।
- राम जन्मभूमि मंदिर विवाद: अयोध्या में मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया।
- वन रैंक-वन पेंशन: सशस्त्र बलों के लिए पेंशन के मुद्दे को सुलझाया।
- CAA-NRC: नागरिकता संशोधन कानून की वैधता पर सुनवाई।
- चुनावी बॉन्ड: राजनीतिक दलों को फंडिंग के स्रोत पर पारदर्शिता।
- सबरीमाला मंदिर विवाद: महिलाओं के प्रवेश से संबंधित विवाद पर फैसला।
- मदरसा शिक्षा: धार्मिक शिक्षा की वैधता पर सुनवाई।
CJI डी वाई चंद्रचूड़ का कार्यकाल न्यायपालिका के लिए कई ऐतिहासिक फैसलों और बदलावों का साक्षी रहा है। उनके द्वारा दिए गए फैसले न्यायिक प्रणाली में मिसाल बने रहेंगे।
यूपी में पुरुष टेलर नहीं ले सकेंगे महिलाओं का नाप, जिम और योगा सेंटर में महिला ट्रेनर अनिवार्य: राज्य महिला आयोग का सख्त आदेश
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अब पुरुष टेलर महिलाओं के कपड़ों का नाप नहीं ले सकेंगे। राज्य महिला आयोग ने यह आदेश जारी किया है, जिसमें महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई सख्त कदम उठाए गए हैं। इसके अलावा, जिम और योगा सेंटरों में महिला ट्रेनर रखना भी अनिवार्य कर दिया गया है। साथ ही, इन जगहों पर CCTV मॉनिटरिंग भी सुनिश्चित की जाएगी। महिलाओं के लिए विशेष कपड़े बेचने वाले स्टोर्स में अब केवल महिला स्टाफ ही कार्यरत होंगी।
कानपुर हत्याकांड के बाद आया सख्त फैसला
यह फैसला हाल ही में कानपुर के एक हत्याकांड के बाद लिया गया है। 27 अक्टूबर को कानपुर के डीएम आवास कैंपस में एक बिजनेसमैन की पत्नी की लाश दफन पाई गई थी। चार महीने पहले, महिला को उसके जिम ट्रेनर ने किडनैप किया था और बाद में कार में उसकी हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि आरोपी ने अजय देवगन की फिल्म ‘दृश्यम’ से प्रेरित होकर इस घटना को अंजाम दिया।
28 अक्टूबर को हुई महिला आयोग की आपात बैठक
घटना के बाद 28 अक्टूबर को राज्य महिला आयोग की बैठक हुई, जिसमें महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। आयोग ने सभी जिलों में इन नए नियमों को तुरंत लागू करने का निर्देश दिया है।
महिला सुरक्षा के लिए उठाए गए प्रमुख कदम
- पुरुष टेलर महिलाओं का नाप नहीं ले सकेंगे।
- जिम और योगा सेंटरों में महिला ट्रेनर अनिवार्य।
- महिलाओं के कपड़े बेचने वाले स्टोर्स में महिला स्टाफ ही रखी जाएगी।
- जिम और योगा सेंटर में CCTV मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जाएगी।
इन फैसलों का उद्देश्य महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देना और उन्हें सुरक्षित माहौल प्रदान करना है।
AMU के अल्पसंख्यक दर्जे पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला: नई बेंच करेगी अंतिम निर्णय
नई दिल्ली: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के अल्पसंख्यक दर्जे को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने 1967 के अपने पुराने फैसले को पलटते हुए एक नई तीन जजों की बेंच से मामले की सुनवाई का आदेश दिया है। सुप्रीम कोर्ट की 7 जजों की बेंच ने 4:3 के बहुमत से यह फैसला सुनाया, जिसमें 1967 के निर्णय को बदल दिया गया है। तब अदालत ने कहा था कि केंद्रीय कानून के तहत बना कोई भी संस्थान अल्पसंख्यक दर्जे का दावा नहीं कर सकता।
विवाद की शुरुआत कैसे हुई?
AMU ने 2005 में खुद को अल्पसंख्यक संस्थान घोषित करते हुए अपने मेडिकल पीजी कोर्सेस की 50% सीटें मुस्लिम छात्रों के लिए आरक्षित कर दी थीं। इस फैसले को चुनौती देते हुए कुछ हिंदू छात्रों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। हाईकोर्ट ने AMU को अल्पसंख्यक संस्थान मानने से इंकार कर दिया, जिसके बाद AMU ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया।
सुप्रीम कोर्ट की कार्रवाई
सुप्रीम कोर्ट ने इस विवाद को गंभीरता से लेते हुए 2019 में मामले को 7 जजों की संवैधानिक बेंच को भेज दिया था। अब, 7 जजों की बेंच ने 1967 के फैसले को पलटते हुए नई 3 जजों की बेंच से इस मुद्दे पर अंतिम निर्णय लेने का निर्देश दिया है।
क्या है 1967 का फैसला?
1967 में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि कोई भी संस्थान, जो संसद द्वारा स्थापित किया गया हो, उसे अल्पसंख्यक दर्जा नहीं दिया जा सकता। इस फैसले का आधार यह था कि केंद्रीय कानून के तहत बनने वाले संस्थान माइनॉरिटी इंस्टीट्यूशन नहीं हो सकते।
आगे की राह
AMU के अल्पसंख्यक दर्जे को लेकर आने वाले समय में नई बेंच द्वारा अंतिम निर्णय लिया जाएगा। यह फैसला भारत में अल्पसंख्यक संस्थानों की स्थिति पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है।
भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए पाकिस्तान दौरा किया रद्द, BCCI ने दुबई में मैच खेलने की जताई इच्छा
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम ने 19 फरवरी 2025 से शुरू होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान दौरे से इंकार कर दिया है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को पत्र लिखकर सुरक्षा चिंताओं का हवाला दिया और अपने सभी मैच दुबई में खेलने की मांग की है।
16 साल से नहीं हुआ पाकिस्तान दौरा
भारतीय टीम ने 2007 के बाद से पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है। 2008 में मुंबई पर हुए आतंकी हमलों के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान में क्रिकेट खेलने पर प्रतिबंध लगा दिया था। तब से दोनों देशों की टीमें केवल ICC और ACC के टूर्नामेंट्स में ही एक-दूसरे के खिलाफ खेली हैं।
न्यूट्रल वेन्यू पर खेली गई सीरीज
2013 के बाद से भारत और पाकिस्तान ने कुल 21 मैच (13 वनडे और 8 टी-20) न्यूट्रल वेन्यू पर खेले हैं। हाल ही में, पाकिस्तान की टीम भारत में आयोजित वनडे वर्ल्ड कप 2023 में हिस्सा लेने के लिए आई थी।
BCCI का निर्णय क्यों महत्वपूर्ण है?
BCCI के इस फैसले का मतलब है कि अगर दुबई में मैच आयोजित होते हैं, तो यह टूर्नामेंट के शेड्यूल और आयोजन स्थल पर असर डाल सकता है। भारत की सुरक्षा चिंताओं के चलते इस फैसले पर अब ICC की प्रतिक्रिया का इंतजार है।
भारत-पाकिस्तान के बीच इस तरह के फैसलों का क्रिकेट के साथ-साथ राजनीतिक माहौल पर भी असर देखने को मिल सकता है। अब देखना यह है कि PCB और ICC इस स्थिति को कैसे संभालते हैं।
भारत ने पहले टी-20 में साउथ अफ्रीका को 61 रन से हराया, संजू सैमसन के शतक और चक्रवर्ती-बिश्नोई की घातक गेंदबाजी
नई दिल्ली: भारत ने 4 मैचों की टी-20 सीरीज के पहले मुकाबले में साउथ अफ्रीका को 61 रन से हराकर सीरीज की शानदार शुरुआत की। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 8 विकेट पर 202 रन बनाए। इसके जवाब में अफ्रीकी टीम 17.5 ओवर में 141 रन पर ऑलआउट हो गई। इस जीत में संजू सैमसन के बेहतरीन शतक और भारतीय स्पिनर्स की घातक गेंदबाजी का अहम योगदान रहा।
मैच के मुख्य आकर्षण
- संजू सैमसन ने 107 रन की शानदार शतकीय पारी खेलकर ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ का खिताब जीता।
- तिलक वर्मा ने 33, सूर्यकुमार यादव ने 21 और रिंकू सिंह ने 11 रन बनाए।
- साउथ अफ्रीका की ओर से जेराल्ड कूट्जी ने 3 विकेट झटके, जबकि एन पीटर, केशव महाराज और पैट्रिक क्रूगर को 1-1 विकेट मिला।
साउथ अफ्रीका की पारी
- अफ्रीकी टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और पूरी टीम 17.5 ओवर में 141 रन पर ढेर हो गई।
- हेनरिक क्लासन ने 25, जेराल्ड कूट्जी ने 23, रायन रिकेलटन ने 21 और डेविड मिलर ने 18 रन बनाए।
- भारतीय स्पिनर्स का शानदार प्रदर्शन रहा, वरुण चक्रवर्ती और रवि बिश्नोई ने 3-3 विकेट लेकर साउथ अफ्रीका की पारी को बिखेर दिया।
भारत की धमाकेदार जीत से सीरीज में बढ़त
इस जीत के साथ ही भारत ने 4 मैचों की टी-20 सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। सीरीज का अगला मुकाबला अब और भी रोमांचक होने की उम्मीद है।
बाबा सिद्दीकी मर्डर केस: पुलिस का खुलासा, आरोपियों को ₹25 लाख, कार, फ्लैट और दुबई ट्रिप का लालच दिया गया
मुंबई: मुंबई पुलिस ने NCP नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस के अनुसार, इस हत्या को अंजाम देने के लिए आरोपियों को भारी इनाम का वादा किया गया था। गिरफ्तार 18 आरोपियों में से 4 को ₹25 लाख कैश, कार, फ्लैट, और दुबई ट्रिप का प्रॉमिस किया गया था।
लॉरेंस गैंग ने ली हत्या की जिम्मेदारी
12 अक्टूबर की रात बाबा सिद्दीकी की उनके बेटे जीशान के ऑफिस के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या की जिम्मेदारी गैंगस्टर लॉरेंस गैंग ने ली है। गैंग ने इस हत्याकांड का कारण बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान को बताया। गैंग का कहना है कि बाबा सिद्दीकी सलमान खान के करीबी थे, जिसकी वजह से उनकी हत्या की गई।
अब तक 18 आरोपी गिरफ्तार
मामले की जांच करते हुए पुलिस ने अब तक 18 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का दावा है कि हत्या की साजिश में शामिल आरोपियों को मोटे इनाम का लालच देकर तैयार किया गया था।
मामले में आगे की जांच जारी
मुंबई पुलिस इस हत्याकांड की गहराई से जांच कर रही है और लॉरेंस गैंग से जुड़े अन्य संभावित कनेक्शन तलाशने में जुटी है। हत्या के पीछे की असल वजह और इसमें शामिल अन्य लोगों का पता लगाने के लिए पुलिस टीम सक्रिय है।
यह मामला मुंबई के राजनीतिक और आपराधिक जगत में हलचल मचा रहा है, क्योंकि बाबा सिद्दीकी का नाम बड़े राजनीतिक और फिल्मी हस्तियों से जुड़ा हुआ था। अब सभी की नजरें इस केस के आगे आने वाले खुलासों पर टिकी हैं।
ट्रम्प की जीत पर पुतिन की बधाई: बोले- ‘वो बहादुर हैं, रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म करने पर बातचीत को तैयार’
मॉस्को: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने डोनाल्ड ट्रम्प की अमेरिकी राष्ट्रपति पद की जीत के 2 दिन बाद उन्हें बधाई दी है। पुतिन ने ट्रम्प की बहादुरी की तारीफ करते हुए कहा, “उन्होंने मुश्किल परिस्थितियों में भी खुद को संभाला। मैं रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए उनसे बातचीत करने को तैयार हूं।”
ट्रम्प ने की ऐतिहासिक नियुक्ति
डोनाल्ड ट्रम्प ने अपनी नई सरकार के लिए सूसी विल्स को व्हाइट हाउस में चीफ ऑफ स्टाफ नियुक्त किया है। 67 वर्षीय विल्स इस पद को संभालने वाली अमेरिकी इतिहास की पहली महिला बन गई हैं।
क्या सुधरेंगे रूस-अमेरिका के रिश्ते?
रूसी सरकार के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने ट्रम्प की जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “यह कहना जल्दबाजी होगी कि डोनाल्ड ट्रम्प के आने के बाद अमेरिका और रूस के रिश्तों में गर्मजोशी आएगी। मॉस्को अभी भी अमेरिका को एक ‘अनफ्रेंडली’ देश मानता है, जो यूक्रेनी संघर्ष में सीधे तौर पर शामिल है।”
ट्रम्प का यूक्रेन पर रुख
चुनावी अभियान के दौरान, ट्रम्प ने यूक्रेन को दी जा रही अमेरिकी फंडिंग पर सवाल उठाए थे और उसका विरोध किया था। उनके इस रुख से यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि उनके कार्यकाल में अमेरिका की यूक्रेन नीति में बदलाव हो सकता है।
रूस-अमेरिका के रिश्तों में ट्रम्प की नई सरकार क्या बदलाव लाएगी, यह देखने वाली बात होगी, खासकर तब जब रूस-यूक्रेन युद्ध जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे उनके सामने हैं।