नमस्कार,
कल की बड़ी खबर तीन राज्यों की 14 सीटों पर उपचुनाव की नई तारीख की रही। इन सीटों पर 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को वोटिंग होगी। दूसरी खबर उत्तर प्रदेश के आगरा में वायुसेना के मिग-29 विमान क्रैश की है। हम आपको यह भी बताएंगे कि मध्य प्रदेश के रहने वाले चार बच्चों की कार में कैसे दम घुटकर मौत हो गई।
आज के प्रमुख इवेंट्स:
- अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव: भारतीय समय के अनुसार शाम 4:30 बजे से अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग शुरू होगी। यह चुनाव वैश्विक स्तर पर खासा महत्व रखता है और इसके नतीजों पर पूरी दुनिया की नजर होगी।
- मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि विवाद: सुप्रीम कोर्ट में मथुरा के कृष्ण जन्मभूमि विवाद से संबंधित तीन याचिकाओं पर सुनवाई होगी। यह मामला धार्मिक और कानूनी दृष्टिकोण से बेहद संवेदनशील है।
- यूपी मदरसा कानून पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला: इलाहाबाद हाईकोर्ट के यूपी मदरसा कानून को रद्द करने के फैसले के खिलाफ दाखिल याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट आज अपना निर्णय सुनाएगा। यह मामला शिक्षा और अल्पसंख्यक अधिकारों से जुड़ा हुआ है।
अब कल की बड़ी खबरें…
त्योहारी सीजन के कारण यूपी, पंजाब, केरल में उपचुनाव की तारीख बदली
चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश, पंजाब और केरल में होने वाले विधानसभा उपचुनाव की तारीखों में बदलाव किया है। अब इन तीनों राज्यों की 14 विधानसभा सीटों पर मतदान 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को होगा। हालांकि, मतगणना की तारीख 23 नवंबर ही रहेगी।
तारीख क्यों बदली गई?
तारीखों में बदलाव का कारण त्योहारों का होना है। भाजपा, कांग्रेस, RLD और बसपा ने चुनाव आयोग से अनुरोध किया था कि 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा और गुरु नानक देवजी का प्रकाश पर्व है, जो मतदान को प्रभावित कर सकता है। केरल में भी 13 से 15 नवंबर के बीच कलपाथि रास्थोलसेवम मनाया जाता है, जिससे वोटिंग में बाधा आ सकती थी।
किन राज्यों पर बदलाव लागू नहीं?
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि 11 राज्यों की 33 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीख में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इन सीटों पर मतदान पूर्व निर्धारित 13 नवंबर को ही होगा। इसी दिन झारखंड विधानसभा की 43 सीटों और केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर भी चुनाव होंगे।
चुनाव की पूर्व घोषणा
चुनाव आयोग ने 15 अक्टूबर को महाराष्ट्र, झारखंड और अन्य राज्यों में 48 विधानसभा और 2 लोकसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीखों की घोषणा की थी।
गुजरात में कार में दम घुटने से मध्य प्रदेश के 4 बच्चों की दर्दनाक मौत
गुजरात के अमरेली जिले के रंधिया गांव में एक दुखद घटना घटी, जहां एक ही परिवार के चार बच्चों की कार में दम घुटने से मौत हो गई। ये सभी बच्चे कार में खेलते वक्त फंस गए थे। कार का गेट अचानक लॉक हो गया, जिससे वे बाहर नहीं निकल सके और दम घुटने से उनकी जान चली गई।
परिवार की पृष्ठभूमि
मृतक बच्चों का परिवार मध्य प्रदेश के धार जिले से था और अमरेली में मजदूरी का काम करता था। माता-पिता एक मकान मालिक के घर पर काम करते थे और वहीं किराए पर रहते थे।
घटना कैसे हुई?
घटना उस समय हुई जब बच्चे मकान मालिक की कार के पास खेल रहे थे। किसी तरह से बच्चों को कार की चाबी मिल गई, और उन्होंने कार का गेट खोलकर अंदर खेलना शुरू कर दिया। खेलते वक्त कार का गेट अंदर से लॉक हो गया। शाम तक किसी ने भी बच्चों पर ध्यान नहीं दिया। जब माता-पिता घर लौटे और बच्चों को ढूंढना शुरू किया, तब उन्हें चारों बच्चों के शव कार के अंदर मिले।
आगरा में एयरफोर्स का मिग-29 विमान क्रैश, पायलट ने समय रहते खुद को बचाया
उत्तर प्रदेश के आगरा में सोमवार शाम को भारतीय वायुसेना का मिग-29 फाइटर प्लेन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। घटना शाम करीब 4 बजे हुई, जब ग्वालियर से उड़ान भरने वाला यह विमान आगरा की सीमा में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जमीन पर गिरते ही विमान में आग लग गई और विस्फोट होने लगे।
पायलट ने समय रहते किया इजेक्ट
विमान में मौजूद पायलट, मनीष मिश्रा, ने दुर्घटना के दौरान खुद को सुरक्षित बचा लिया। उन्होंने विमान से इमरजेंसी इजेक्ट सिस्टम का इस्तेमाल करते हुए पैराशूट की मदद से चंद सेकंड पहले विमान से कूदकर अपनी जान बचाई।
प्लेन के मलबे का फैलाव
दुर्घटना के बाद विमान के टुकड़े आसपास के खेतों में लगभग 1 किलोमीटर के दायरे में बिखर गए। इन टुकड़ों में पायलट का पैराशूट भी मिला। पुलिस और वायुसेना ने इन सभी टुकड़ों को अपने कब्जे में ले लिया है। प्रारंभिक जांच में तकनीकी खामी के कारण यह दुर्घटना होने की आशंका जताई जा रही है।
इजेक्ट सिस्टम कैसे काम करता है?
फाइटर जेट्स में पायलट की सुरक्षा के लिए एक विशेष इजेक्ट सिस्टम होता है। यह एक रॉकेट पावर सिस्टम होता है, जो पायलट की सीट के नीचे लगा होता है। विमान में तकनीकी समस्या होने पर, पायलट इस सिस्टम को सक्रिय करता है, जिससे विमान का एक छोटा हिस्सा खुल जाता है और पायलट सीट समेत विमान से बाहर निकल आता है।
उत्तराखंड बस हादसा: 150 फीट गहरी खाई में गिरी, 36 लोगों की मौत, 6 घायल
उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में एक दर्दनाक बस हादसा हुआ, जिसमें 36 लोगों की मौत हो गई और 6 लोग घायल हो गए। यह हादसा मार्चुला के पास हुआ जब बस 150 फीट गहरी खाई में गिर गई। बस में कुल 42 यात्री सवार थे। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मोड़ पर बस का संतुलन बिगड़ने से यह हादसा हुआ।
हादसे का विवरण
कुमाऊं मंडल के आयुक्त दीपक रावत के अनुसार, बस नदी से करीब 10 फीट पहले एक पेड़ में फंसकर रुक गई। गिरने के दौरान जोरदार झटकों से कई यात्री खिड़कियों से बाहर जा गिरे। बस किनाथ से रामनगर की ओर जा रही थी।
बस की स्थिति और कारण
हादसे के बाद जांच में पता चला कि बस गढ़वाल मोटर्स ओनर्स यूनियन लिमिटेड की थी और उसकी हालत काफी खराब थी। सोमवार को दिवाली की छुट्टियों के बाद पहला वर्किंग डे होने के कारण बस पूरी तरह भरी हुई थी। ज्यादातर यात्री स्थानीय लोग थे।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
प्रशासन ने घटना स्थल पर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। पुलिस और स्थानीय बचाव दल घायलों को अस्पताल पहुंचाने में लगे हैं।
झारखंड में PM मोदी का प्रहार: परिवारवाद, झूठे वादे और घुसपैठियों पर निशाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में गढ़वा और चाईबासा में चुनावी रैलियां कीं। यह गढ़वा में आजादी के बाद किसी प्रधानमंत्री की पहली चुनावी सभा थी। मोदी की दूसरी सभा चाईबासा के टाटा कॉलेज मैदान में हुई। उनके भाषण में तीन प्रमुख मुद्दे छाए रहे।
1. परिवारवाद पर तीखा हमला
पीएम मोदी ने JMM, राजद, और कांग्रेस को ‘परिवारवादी’ करार दिया। उन्होंने कहा, “ये पार्टियां चाहती हैं कि सत्ता की चाबी केवल उनके परिवारों के पास ही रहे।” मोदी ने उन नेताओं की आलोचना की जो कहते थे, “हमारी छाती पर झारखंड बनेगा,” और फिर उन्होंने झारखंड बनने के बाद उन्हीं नेताओं के कुछ नेताओं के अन्य दलों से गठजोड़ की ओर इशारा किया।
2. झूठे वादे और इरादों पर सवाल
मोदी ने कांग्रेस और आरजेडी पर आरोप लगाया कि उन्होंने जनता से झूठे वादे किए हैं और पांच साल तक महिलाओं के लिए कुछ भी नहीं किया। उन्होंने कहा, “भाजपा की योजनाओं ने महिलाओं को सशक्त बनाया है, लेकिन इन दलों ने केवल झूठी घोषणाएं करके आंखों में धूल झोंकी है।”
3. बांग्लादेशी घुसपैठियों का मुद्दा
प्रधानमंत्री ने तीनों दलों पर आरोप लगाया कि वे बांग्लादेशी घुसपैठियों को वोट बैंक के लिए झारखंड में बसाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब स्कूलों में सरस्वती वंदना पर रोक लगाई जाती है, तो यह दर्शाता है कि स्थिति कितनी गंभीर है।
मोदी के इस भाषण में हेमंत सोरेन का नाम सीधे तौर पर नहीं लिया गया, लेकिन उनके शब्दों से स्पष्ट था कि उनका इशारा झारखंड के मौजूदा नेतृत्व और विपक्षी दलों की ओर था।
सुप्रीम कोर्ट का सवाल- दिल्ली में पटाखे क्यों चले, सरकार और पुलिस से एक हफ्ते में जवाब तलब
सुप्रीम कोर्ट ने दिवाली के दौरान अपने आदेश का उल्लंघन होने पर दिल्ली सरकार और पुलिस को कड़ी फटकार लगाई। कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए कहा कि पटाखों पर बैन का पालन प्रभावी रूप से नहीं हो सका। कोर्ट ने जोर देकर कहा कि अगले साल दिवाली पर प्रतिबंध के आदेशों का उल्लंघन न हो, इसके लिए सख्त कदम उठाने होंगे।
एक हफ्ते में मांगा जवाब
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार और पुलिस आयुक्त से पूछा है कि पटाखों पर प्रतिबंध लागू करने के लिए क्या कदम उठाए गए थे। कोर्ट ने इस पर विस्तृत रिपोर्ट एक हफ्ते के भीतर प्रस्तुत करने को कहा है। मामले की अगली सुनवाई 14 नवंबर को होगी।
प्रदूषण पर सरकार की प्रतिक्रिया
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने प्रदूषण बढ़ने की एक वजह हवा की धीमी गति को बताया। उन्होंने कहा कि तापमान में गिरावट के साथ हवा का दबाव कम हो रहा है, जिससे वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। मंत्री ने कहा कि सरकार सक्रिय रूप से इस समस्या पर काम कर रही है। प्रदूषण कम करने के लिए केंद्र द्वारा कृत्रिम बारिश के विकल्प पर चर्चा के लिए एक बैठक भी बुलाई जाएगी।
कनाडा में हिंदू मंदिर पर हमले की घटना, पीएम मोदी और ट्रूडो ने की निंदा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा के ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर पर हुए हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “कनाडा में एक हिंदू मंदिर पर जानबूझकर किए गए हमले की निंदा करता हूं। हमारे राजनयिकों को डराने-धमकाने की कायरतापूर्ण कोशिशें भी चिंताजनक हैं। हम कनाडा सरकार से न्याय और कानून के पालन की उम्मीद करते हैं।”
घटना का विवरण
3 नवंबर को ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर के बाहर खालिस्तानी समर्थकों ने श्रद्धालुओं पर हमला किया। हमलावर खालिस्तानी झंडे लिए हुए थे और उन्होंने लाठी-डंडों से लोगों को पीटा। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो उसने भी श्रद्धालुओं के साथ मारपीट की।
कनाडाई प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी इस घटना की निंदा करते हुए लिखा, “ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर में हुई हिंसा को स्वीकार नहीं किया जा सकता। हर कनाडाई को अपने धर्म का स्वतंत्र और सुरक्षित पालन करने का अधिकार है।”
भारत की अपील
भारत ने इस घटना पर गंभीर चिंता जताई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि कनाडा सरकार को सभी पूजास्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। भारत ने यह भी उम्मीद जताई कि इस हमले के दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी।