Tuesday, November 26, 2024

Morning News Brief : फडणवीस का महाराष्ट्र CM बनना तय; IPL ऑक्शन- 13 साल के वैभव को राजस्थान ने खरीदा; तेलंगाना ने अडाणी का डोनेशन ठुकराया

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नमस्कार,
कल की बड़ी खबर IPL ऑक्शन की रही, 13 साल के वैभव लीग के सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं। एक खबर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की रही। हम आपको ये भी बताएंगे कि तेलंगाना सरकार ने अडाणी ग्रुप का डोनेशन क्यों ठुकरा दिया…।

 

Table of Contents

आज के प्रमुख इवेंट्स:

1. संविधान अपनाने के 75 साल का जश्न

  • स्थान: पुरानी संसद के सेंट्रल हॉल
  • मुख्य अतिथि: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
  • उपस्थित: सभी सांसद
    इस ऐतिहासिक आयोजन में संविधान के 75 वर्षों की यात्रा और इसके महत्व को याद किया जाएगा।

2. कांग्रेस का ‘भारत जोड़ो संविधान अभियान’

  • शुरुआत: दिल्ली
  • अवधि: 26 जनवरी तक
  • प्रमुख नेता: मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी
    कांग्रेस इस अभियान के जरिए संविधान की रक्षा और इसके मूल सिद्धांतों को प्रचारित करने का प्रयास करेगी।

 

अब कल की बड़ी खबरें…

देवेंद्र फडणवीस होंगे महाराष्ट्र के अगले CM, शाह से मुलाकात के बाद फैसला तय

महायुति ने राज्य की 288 सीटों में से 230 सीटें जीती हैं। वहीं, MVA को 46 सीटें मिली हैं

महाराष्ट्र में सत्ता का नया समीकरण बनता दिख रहा है। बीजेपी सूत्रों के अनुसार, देवेंद्र फडणवीस का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए तय हो चुका है। सोमवार रात फडणवीस ने दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की, जहां इस निर्णय पर मुहर लगाई गई।

सीएम पद के लिए 2.5-2.5 साल का फॉर्मूला

सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री पद को साझा करने का फॉर्मूला अपनाया गया है। पहले ढाई साल तक देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री रहेंगे और उसके बाद शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे इस पद की जिम्मेदारी संभालेंगे। मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद फडणवीस को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा भी है।

1 मुख्यमंत्री, 2 डिप्टी सीएम का फॉर्मूला जारी

भास्कर के सूत्रों के अनुसार, महाराष्ट्र सरकार में 1 मुख्यमंत्री और 2 उपमुख्यमंत्रियों का मौजूदा फॉर्मूला बरकरार रहेगा। महायुति की पार्टियों के बीच मंत्री पदों का बंटवारा भी फाइनल हो गया है। हर 6-7 विधायकों पर एक मंत्री पद दिया जाएगा।

मंत्री पदों का संभावित बंटवारा

  • भाजपा: 22-24 मंत्री
  • शिंदे गुट: 10-12 मंत्री
  • अजित पवार गुट: 8-10 मंत्री

अगले कदम पर नजरें

यह सियासी समीकरण महाराष्ट्र की राजनीति को एक नया स्वरूप देगा। आने वाले दिनों में इस फैसले पर औपचारिक ऐलान का इंतजार है।

 

 

 

 

 

IPL ऑक्शन 2025: भुवनेश्वर ₹10.75 करोड़ में बिके, 13 साल के वैभव ने रचा इतिहास

IPL Auction 2025 Players Price LIVE Update; CSK RCB MI | IPL Sold Unsold  Players List | IPL मेगा ऑक्शन- 182 प्लेयर्स बिके, 639.15 करोड़ खर्च: ऋषभ  पंत इतिहास के सबसे महंगे

IPL 2025 ऑक्शन का दूसरा दिन कई बड़े फैसलों का गवाह बना। भुवनेश्वर कुमार दूसरे दिन 10 करोड़ से अधिक की कीमत में बिकने वाले पहले खिलाड़ी बने। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने उन्हें ₹10.75 करोड़ में खरीदा। वहीं, 13 साल के वैभव सूर्यवंशी ऑक्शन में सबसे युवा खिलाड़ी बनकर सुर्खियों में रहे। राजस्थान रॉयल्स ने इस युवा क्रिकेटर को ₹1.10 करोड़ में अपनी टीम में शामिल किया।

वैभव सूर्यवंशी: कम उम्र में बड़ा मुकाम

बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले वैभव ने 2 महीने पहले अंडर-19 टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक लगाकर सबका ध्यान खींचा था। उनकी इस उपलब्धि ने उन्हें IPL टीम में जगह दिलाई।

अर्जुन तेंदुलकर को मिला मौका

सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर को मुंबई इंडियंस ने ₹30 लाख के बेस प्राइस पर खरीदा। हालांकि, पहले राउंड में किसी भी टीम ने उनके प्रति दिलचस्पी नहीं दिखाई थी।

ऑक्शन का रिकॉर्ड खर्च

सऊदी अरब के जेद्दाह में हुए IPL 2025 ऑक्शन में खर्च का नया रिकॉर्ड बना। 10 फ्रेंचाइजी ने 182 खिलाड़ियों (62 विदेशी) पर कुल ₹639.15 करोड़ खर्च किए। यह रकम IPL 2022 ऑक्शन में खर्च हुए ₹551.70 करोड़ से कहीं अधिक है।

मुख्य आकर्षण

  • भुवनेश्वर कुमार: ₹10.75 करोड़ (RCB)
  • वैभव सूर्यवंशी: ₹1.10 करोड़ (RR)
  • अर्जुन तेंदुलकर: ₹30 लाख (MI)

ऑक्शन ने इस बार कई रिकॉर्ड तोड़े और नए खिलाड़ियों को बड़ा मंच दिया। IPL 2025 का यह ऑक्शन निश्चित रूप से यादगार रहेगा।

 

 

 

 

तेलंगाना सरकार ने अडाणी ग्रुप का ₹100 करोड़ डोनेशन ठुकराया, CM बोले- “छवि को नुकसान होगा”

गौतम अडाणी ने 18 अक्टूबर को CM रेड्डी से मुलाकात की थी। इस दौरान प्रतीकात्मक तौर पर स्किल यूनिवर्सिटी के लिए 100 करोड़ रुपए का चेक सौंपा था।

तेलंगाना की कांग्रेस सरकार ने अडाणी ग्रुप के ₹100 करोड़ के डोनेशन का प्रस्ताव ठुकरा दिया है। यह डोनेशन यंग इंडिया स्किल यूनिवर्सिटी के विकास के लिए दिया जा रहा था। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस निर्णय की जानकारी दी। उन्होंने कहा, “डोनेशन स्वीकार करने से राज्य सरकार और मेरी व्यक्तिगत छवि को नुकसान पहुंच सकता है।”

डोनेशन ठुकराने की प्रक्रिया

तेलंगाना सरकार ने अडाणी ग्रुप को औपचारिक पत्र लिखकर डोनेशन की राशि ट्रांसफर न करने का अनुरोध किया है। सरकार ने यह स्पष्ट किया कि अभी तक यूनिवर्सिटी के लिए किसी भी प्राइवेट ग्रुप से कोई फंड नहीं लिया गया है।

सरकार का रुख

मुख्यमंत्री ने कहा कि यंग इंडिया स्किल यूनिवर्सिटी को कई कंपनियों ने फंड देने की पेशकश की है। हालांकि, सरकार ने किसी भी ग्रुप से अब तक फंड स्वीकार नहीं किया। यह कदम तेलंगाना सरकार की पारदर्शिता और स्वतंत्र छवि को बनाए रखने के लिए उठाया गया है।

मुख्य बिंदु

  • डोनेशन की राशि: ₹100 करोड़ (अडाणी ग्रुप)
  • यूनिवर्सिटी: यंग इंडिया स्किल यूनिवर्सिटी
  • सरकार का कारण: “छवि को नुकसान का डर”

तेलंगाना सरकार के इस फैसले ने राज्य की राजनीति और उद्योग जगत में चर्चा का विषय बना दिया है।

 

 

 

संभल हिंसा: तमंचे की गोली से हुई मौतें, इमाम बोले- “प्रशासन जिम्मेदार”

Sambhal News, Sambhal Samachar, संभल समाचार – Hindustan

उत्तर प्रदेश के संभल में हिंसा के दौरान हुई 4 मौतों को लेकर मुरादाबाद के कमिश्नर ने खुलासा किया कि सभी की मौत तमंचे की गोली लगने से हुई। यह जानकारी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर दी गई। उधर, शाही जामा मस्जिद के इमाम जफर अली ने प्रशासन पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया।

इमाम का बयान और प्रशासन पर आरोप

सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इमाम जफर अली ने कहा, “हिंसा के लिए पूरी तरह से प्रशासन जिम्मेदार है। SDM ने मस्जिद के वजूखाने का पानी खाली कराया, जिससे लोग भड़क गए।”

इमाम की हिरासत और रिहाई

प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद पुलिस ने जफर अली को हिरासत में ले लिया। करीब 4.5 घंटे पूछताछ के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। इस दौरान संभल के डीएम ने सफाई देते हुए कहा, “वजू टैंक की फोटो और वीडियोग्राफी होनी थी, इसलिए उसे खाली कराया गया। वैसे भी टैंक का पानी हर शुक्रवार को बदला जाता है।”

हिंसा के बाद कार्रवाई

  • पुलिस ने हिंसा से जुड़े मामलों में अब तक 7 FIR दर्ज की हैं।
  • कुल 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
  • प्रशासन का कहना है कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।

मुख्य बिंदु

  • मौत का कारण: तमंचे की गोली लगना
  • प्रशासन का बयान: वजू टैंक की वीडियोग्राफी के लिए पानी खाली कराया गया था।
  • इमाम का आरोप: प्रशासन की कार्रवाई से हिंसा भड़की।

संभल की इस घटना ने इलाके में तनाव का माहौल बना दिया है। पुलिस और प्रशासन मामले की जांच में जुटे हैं।

 

 

 

भारत ने पर्थ टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 295 रन से हराया, बुमराह बने प्लेयर ऑफ द मैच

पर्थ टेस्ट में जीत के बाद जश्न मनाते भारतीय खिलाड़ी।

भारत ने पर्थ में खेले गए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 295 रन के बड़े अंतर से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। चौथे दिन कंगारू टीम 534 रनों का पीछा करते हुए अपनी दूसरी पारी में मात्र 238 रन पर सिमट गई। कप्तान जसप्रीत बुमराह ने पहली पारी में 5 विकेट लेकर मैच में अहम भूमिका निभाई, जिसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।

भारत की ऑस्ट्रेलिया में सबसे बड़ी टेस्ट जीत

यह जीत ऑस्ट्रेलियाई धरती पर भारत की अब तक की सबसे बड़ी टेस्ट जीत बन गई। इससे पहले भारत ने 1977 में मेलबर्न टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 222 रन से हराया था।

मैच का विवरण

  • ऑस्ट्रेलिया का लक्ष्य: 534 रन
  • दूसरी पारी का स्कोर: 238 ऑलआउट
  • भारत की बढ़त: 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0

आगामी मुकाबला

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच 6 दिसंबर से एडिलेड में खेला जाएगा।

मुख्य बिंदु

  • जसप्रीत बुमराह: पहली पारी में 5 विकेट, प्लेयर ऑफ द मैच।
  • इतिहास रचने वाली जीत: ऑस्ट्रेलिया में 295 रन की सबसे बड़ी जीत।
  • सीरीज स्थिति: भारत ने शुरुआती बढ़त हासिल की।

यह जीत न केवल टीम इंडिया के लिए गर्व का क्षण है, बल्कि आने वाले मैचों के लिए मनोबल भी बढ़ाएगी।

 

 

 

 

फोन टैपिंग केस: गहलोत के पूर्व OSD लोकेश शर्मा गिरफ्तार, जमानत मिलने के बाद बन सकते हैं सरकारी गवाह

16 जुलाई 2020 को फोन टैपिंग की क्लिप्स वायरल हुए थे, इन्हें लोकेश शर्मा ने मीडिया में सर्कुलेट किया था।

राजस्थान के चर्चित फोन टैपिंग केस में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के OSD (ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी) रहे लोकेश शर्मा को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, गिरफ्तारी के कुछ देर बाद ही उन्हें जमानत मिल गई। माना जा रहा है कि लोकेश शर्मा इस केस में सरकारी गवाह बन सकते हैं।

क्या है फोन टैपिंग केस?

यह मामला जुलाई 2020 का है, जब सचिन पायलट खेमे की बगावत के दौरान गहलोत सरकार पर फोन टैपिंग के आरोप लगे थे।

  • केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मार्च 2021 में दिल्ली में लोकेश शर्मा और कुछ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज कराया था।
  • आरोप है कि अशोक गहलोत ने लोकेश शर्मा को एक पेन ड्राइव में ऑडियो क्लिप देकर उसे मीडिया में भेजने का निर्देश दिया था।

लोकेश शर्मा का पक्ष

दिल्ली क्राइम ब्रांच को दिए अपने बयान में लोकेश शर्मा ने कहा:

  • “फोन टैपिंग में मेरी कोई भूमिका नहीं थी।”
  • उन्होंने दावा किया कि वह सिर्फ गहलोत के आदेश का पालन कर रहे थे।

गिरफ्तारी और रिहाई

  • दिल्ली पुलिस ने सोमवार को शर्मा को हिरासत में लिया।
  • कुछ ही देर बाद उन्हें जमानत मिल गई।
  • संभावना है कि शर्मा केस में सरकारी गवाह बन सकते हैं, जिससे मामले की जांच को नया मोड़ मिल सकता है।

मुख्य बिंदु

  • केस दर्ज: मार्च 2021 (गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा)।
  • आरोप: फोन टैपिंग और मीडिया में ऑडियो लीक।
  • मामले की स्थिति: जांच जारी, शर्मा का सरकारी गवाह बनना संभावित।

यह केस राजस्थान की राजनीति में गहलोत सरकार के कार्यकाल के दौरान हुए विवादों को फिर से चर्चा में ले आया है।

 

 

 

 

इस्कॉन बांग्लादेश के धर्मगुरु चिन्मय प्रभु गिरफ्तार, देशद्रोह का केस; कई जिलों में प्रदर्शन

चिन्मय कृष्ण दास प्रभु बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा के मामलों को प्रमुखता से उठा रहे थे।

बांग्लादेश में इस्कॉन से जुड़े धर्मगुरु चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को देशद्रोह और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उनकी गिरफ्तारी के बाद ढाका समेत कई जिलों में उनके समर्थकों ने प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं, जिसमें उनकी रिहाई की मांग की जा रही है।

गिरफ्तारी का कारण

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह मामला 25 अक्टूबर को चटगांव में आयोजित बांग्लादेश सनातन जागरण मंच की रैली से जुड़ा है।

  • रैली में चिन्मय कृष्ण दास ने भाषण दिया था।
  • उन पर आरोप है कि उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया और राजद्रोह भड़काने वाली बातें कीं।
  • इसके अलावा, उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व भी किया था।

समर्थकों का विरोध प्रदर्शन

  • चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी के खिलाफ इस्कॉन समर्थकों ने ढाका, चटगांव, सिलहट समेत कई जिलों में रैलियां निकालीं।
  • प्रदर्शनकारियों ने उनकी जल्द रिहाई की मांग की और गिरफ्तारी को धार्मिक भेदभाव का मामला बताया।

मामले की स्थिति

चिन्मय कृष्ण दास पर लगे आरोपों ने बांग्लादेश में धार्मिक और राजनीतिक माहौल को तनावपूर्ण बना दिया है।

  • आरोप: राजद्रोह और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का।
  • समर्थकों का रुख: गिरफ्तारी को अन्यायपूर्ण बताते हुए रिहाई की मांग।

मुख्य बिंदु

  • चिन्मय प्रभु का भाषण और विरोध प्रदर्शन गिरफ्तारी का आधार।
  • मामला बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के सवाल को भी उठाता है।
  • कई जिलों में बढ़ते विरोध प्रदर्शन प्रशासन के लिए चुनौती बन गए हैं।

यह मामला बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों की स्थिति और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।

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सत्यमेव जयते नानृतं सत्येन पन्था विततो देवयानः।
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