नमस्कार,
कल की बड़ी खबर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन की रही, उन्होंने 92 साल की उम्र में आखिरी सांस ली। एक खबर कांग्रेस को आम आदमी पार्टी की धमकी से जुड़ी रही।
आज का प्रमुख इवेंट:
- PM मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 10 राज्यों के 50 हजार गांवों में 58 लाख स्वामित्व संपत्ति कार्ड बाटेंगे।
अब कल की बड़ी खबरें…
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की आयु में निधन
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने दिल्ली के AIIMS अस्पताल में रात 9:51 बजे अंतिम सांस ली। घर पर बेहोश होने के बाद उन्हें इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था। डॉ. मनमोहन सिंह को भारत में आर्थिक सुधारों का जनक माना जाता है। बतौर वित्त मंत्री, उन्होंने 1991 में उदारीकरण की शुरुआत की और भारतीय अर्थव्यवस्था को वैश्विक बाजार से जोड़ा।
7 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित
केंद्र सरकार ने डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर 7 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। इसके तहत शुक्रवार के सभी आधिकारिक कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं। देर रात उनका पार्थिव शरीर उनके आवास पर लाया गया, जहां उन्हें अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। आज उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
देशभर में शोक की लहर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त करते हुए X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा,
“डॉ. मनमोहन सिंह जी ने हमारी आर्थिक नीतियों पर अपनी गहरी छाप छोड़ी। संसद के भीतर उनका योगदान बहुत महत्वपूर्ण रहा है।”
वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लिखा,
“मैंने अपना मार्गदर्शक और गुरु खो दिया।”
डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से पूरा देश शोकाकुल है। वे अपने अद्वितीय योगदान और सादगीपूर्ण जीवनशैली के लिए हमेशा याद किए जाएंगे।
ईश्वर-अल्लाह तेरो नाम भजन पर हंगामा, गायिका को माफी मांगनी पड़ी
बिहार के पटना में आयोजित अटल जयंती समारोह में उस समय विवाद हो गया जब भजन गायिका देवी देवी ने “ईश्वर-अल्लाह तेरो नाम… सब को सन्मति दे भगवान” भजन गाया। इस भजन के दौरान कुछ लोगों ने कार्यक्रम को बीच में रोक दिया और जोर-जोर से “जय श्रीराम” के नारे लगाने लगे। स्थिति तनावपूर्ण हो गई, जिसके बाद गायिका को माफी मांगनी पड़ी।
गायिका का बयान
माफी मांगने के बावजूद गायिका देवी देवी ने बाद में कहा कि विरोध करने वाले लोग “छोटी सोच” का परिचय दे रहे हैं। उन्होंने इस भजन को गांधी जी की प्रेरणा का प्रतीक बताया और कहा कि उनका उद्देश्य केवल शांति और समरसता का संदेश देना था।
भजन की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
“ईश्वर-अल्लाह तेरो नाम” महात्मा गांधी का प्रिय भजन था, जिसे वे अक्सर गाया करते थे। यह भजन “रघुपति राघव राजाराम” का एक संशोधित रूप है।
- मूल भजन का रचना कार्य 17वीं सदी में संत और कवि स्वामी रामदास ने किया था।
- एक अन्य थ्योरी के अनुसार, इस भजन को श्री लक्ष्मणाचार्य ने लिखा था। यह उनके ग्रंथ “श्री नमः रामनायनम” से लिया गया है।
मूल भजन का स्वरूप
भजन का मूल संस्करण इस प्रकार है:
रघुपति राघव राजाराम, पतित पावन सीताराम।
सुंदर विग्रह मेघाश्याम, गंगा तुलसी शालीग्राम।
भद्रगिरीश्वर सीताराम, भगत-जनप्रिय सीताराम।
जानकीरमणा सीताराम, जय जय राघव सीताराम।
गांधी जी का संशोधित संस्करण
महात्मा गांधी ने भजन में बदलाव कर इसे समरसता और धार्मिक सौहार्द का प्रतीक बनाया:
ईश्वर-अल्लाह तेरो नाम, सब को सन्मति दे भगवान।
घटना पर प्रतिक्रिया
यह घटना धार्मिक सहिष्णुता और समाज में बढ़ते असहिष्णु माहौल पर सवाल खड़े करती है। गांधी जी द्वारा किए गए बदलावों का उद्देश्य धर्मों के बीच एकता और सद्भाव का संदेश देना था। हालांकि, इस मामले ने दिखाया कि कुछ लोग इस संदेश को समझने में असफल रहे।
AAP की चेतावनी: अजय माकन पर कार्रवाई करे कांग्रेस या गठबंधन से बाहर निकाले
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर कांग्रेस नेता अजय माकन के विवादास्पद बयान को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) ने कड़ी आपत्ति जताई है। इस बयान में माकन ने केजरीवाल को “फ्रॉड किंग” और “फर्जीवाल” कहा था।
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा:
“दिल्ली के चुनाव के लिए कांग्रेस ने भाजपा से सांठगांठ कर ली है। अजय माकन जी अरविंद केजरीवाल को एंटी नेशनल कहते हैं।”
AAP की मांग
AAP ने कांग्रेस से मांग की है कि वह अजय माकन के खिलाफ 24 घंटे के भीतर कार्रवाई करे।
- अगर कांग्रेस ऐसा नहीं करती, तो AAP I.N.D.I.A गठबंधन से कांग्रेस को बाहर करने का प्रस्ताव रखेगी।
- आतिशी ने इसे गठबंधन के लिए “गंभीर मामला” बताया और कांग्रेस की मंशा पर सवाल उठाए।
अजय माकन का बयान
अजय माकन ने 25 दिसंबर को कहा था:
“अरविंद केजरीवाल देश के फ्रॉड किंग हैं। अगर उन्हें एक शब्द में परिभाषित करना हो, तो वो ‘फर्जीवाल’ होगा। लोकसभा चुनाव के लिए AAP के साथ गठबंधन में आना कांग्रेस की भूल थी, जिसे अब सुधारा जाना चाहिए।”
I.N.D.I.A गठबंधन पर असर
यह विवाद I.N.D.I.A गठबंधन के भीतर आपसी संबंधों को कमजोर कर सकता है। AAP और कांग्रेस के बीच पहले से ही मतभेद हैं, और माकन के बयान ने इसे और बढ़ा दिया है।
- AAP का कहना है कि अगर कांग्रेस ने कार्रवाई नहीं की, तो इसका असर गठबंधन के सामंजस्य पर पड़ेगा।
- कांग्रेस की ओर से अभी तक इस मामले में कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
राजनीतिक परिदृश्य
इस विवाद ने विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A में दरार की ओर इशारा किया है। AAP और कांग्रेस के बीच आपसी तनाव 2024 के लोकसभा चुनाव में गठबंधन की सफलता के लिए चुनौती बन सकता है।
कांग्रेस की ‘संविधान बचाओ’ पदयात्रा: मनमोहन सिंह के निधन के कारण अधिवेशन रद्द
कर्नाटक के बेलगावी में आयोजित कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पार्टी 26 जनवरी 2025 से ‘संविधान बचाओ राष्ट्रीय पद यात्रा’ शुरू करेगी। इस यात्रा का उद्देश्य लोगों से जुड़े मुद्दों को उठाना और संविधान की रक्षा के प्रति जन-जागरूकता फैलाना है।
पदयात्रा की रूपरेखा
पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बैठक में बताया:
- यह अभियान दिसंबर 2024 से जनवरी 2026 तक चलेगा।
- इसके तहत ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ का नारा देकर राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर लोगों को जागरूक किया जाएगा।
- यात्रा का मुख्य फोकस संविधान की रक्षा और जनता के अधिकारों की रक्षा होगा।
मनमोहन सिंह के निधन के कारण अधिवेशन रद्द
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के चलते दो दिन का अधिवेशन पहले ही दिन रद्द कर दिया गया। पार्टी ने उनके योगदान को याद करते हुए शोक व्यक्त किया और कहा कि इस दुखद परिस्थिति में अधिवेशन को जारी रखना उचित नहीं है।
राजनीतिक अभियान और महत्व
कांग्रेस ने इस अभियान को 2024 लोकसभा चुनाव के बाद उत्पन्न राजनीतिक और सामाजिक परिस्थितियों के संदर्भ में बेहद महत्वपूर्ण बताया।
- संविधान बचाओ यात्रा का उद्देश्य संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों पर कथित हमलों का विरोध करना है।
- यह यात्रा कांग्रेस को जनता से जोड़ने और आगामी चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति का हिस्सा होगी।
पार्टी का रुख
इस अभियान और यात्रा के जरिए कांग्रेस उन मुद्दों पर फोकस करना चाहती है जो देश के संविधान और नागरिक अधिकारों से जुड़े हैं। डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बाद पार्टी ने उनकी याद में अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा का संकल्प लिया है।
मेलबर्न टेस्ट: विराट कोहली पर 20% मैच फीस का जुर्माना, डी-मेरिट पॉइंट भी मिला
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के मेलबर्न टेस्ट में भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने अनुशासनात्मक कार्रवाई की है। कोहली पर मैच फीस का 20% जुर्माना लगाया गया है और उनके खाते में एक डी-मेरिट पॉइंट भी जोड़ा गया है। यह कार्रवाई उनके द्वारा ऑस्ट्रेलियाई ओपनर सैम कोंस्टास को धक्का देने और बहस करने के कारण की गई।
क्या था मामला?
- कोहली ने डेब्यू मैच खेल रहे सैम कोंस्टास को धक्का दिया और फिर मौखिक बहस में उलझ गए।
- घटना पहले दिन की है, जब ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ 6 विकेट पर 311 रन बनाए।
- ICC ने इसे खेल भावना के खिलाफ मानते हुए कोहली पर जुर्माना लगाया।
डी-मेरिट पॉइंट का महत्व
- डी-मेरिट पॉइंट एक पेनल्टी सिस्टम है, जो खिलाड़ियों के अनुशासनहीन व्यवहार पर लागू किया जाता है।
- अगर किसी खिलाड़ी के खाते में दो या अधिक डी-मेरिट पॉइंट जुड़ जाते हैं, तो उन्हें एक या अधिक टेस्ट, वनडे, या टी-20 मैचों के लिए प्रतिबंधित किया जा सकता है।
कोहली की प्रतिक्रिया पर नजर
विराट कोहली ने घटना के बाद किसी सार्वजनिक बयान से परहेज किया है। उनके आक्रामक स्वभाव और ऑन-फील्ड ऊर्जा के लिए वे जाने जाते हैं, लेकिन यह घटना उनके लिए नुकसानदेह साबित हो सकती है।
ऑस्ट्रेलिया की पारी का हाल
- मेलबर्न टेस्ट के पहले दिन ऑस्ट्रेलियाई टीम ने सधी हुई शुरुआत की।
- सैम कोंस्टास ने अपने डेब्यू मैच में शानदार प्रदर्शन किया और भारतीय गेंदबाजों को चुनौती दी।
पुष्पा-2 भगदड़ केस: तेलंगाना CM और अनुराग ठाकुर के बयानों से विवाद बढ़ा
पुष्पा-2 के प्रीमियर के दौरान हुई भगदड़ में एक महिला की मौत और कई लोगों के घायल होने के बाद विवाद तेज हो गया है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी और BJP सांसद अनुराग ठाकुर के बयानों ने इस घटना को और चर्चा में ला दिया।
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी का बयान
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा:
- “भीड़ और फैंस को नियंत्रित करना फिल्म इंडस्ट्री और एक्टर्स की जिम्मेदारी है।”
- विधानसभा में अल्लू अर्जुन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, “मौत की सूचना के बावजूद अल्लू अर्जुन ने थिएटर नहीं छोड़ा और रोड शो में हिस्सा लिया।”
- उन्होंने यह भी कहा कि अल्लू अर्जुन बिना सूचना के 4 दिसंबर को हैदराबाद के संध्या थिएटर पहुंचे, जिससे भगदड़ मची।
अनुराग ठाकुर की प्रतिक्रिया
BJP सांसद अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा:
- “कांग्रेस को ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर राजनीति नहीं करनी चाहिए।”
- “तेलुगू फिल्मों ने भारतीय सिनेमा को वैश्विक पहचान दिलाई है। कुछ लोग इन उपलब्धियों को बर्बाद करना चाहते हैं।”
घटना का विवरण
- 4 दिसंबर 2024 को हैदराबाद के संध्या थिएटर में पुष्पा-2 के प्रीमियर के दौरान अल्लू अर्जुन के अचानक पहुंचने से भारी भीड़ इकट्ठा हो गई।
- भीड़ बेकाबू हो गई, जिससे भगदड़ मच गई। इस हादसे में एक महिला की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए।
फिल्म इंडस्ट्री पर सवाल
इस घटना ने फिल्म इंडस्ट्री की जिम्मेदारियों पर सवाल खड़े किए हैं:
- भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा प्रबंधन: बड़े इवेंट्स के दौरान फैंस की सुरक्षा को प्राथमिकता देना चाहिए।
- सेलिब्रिटीज की भूमिका: अप्रत्याशित रूप से कार्यक्रम में पहुंचने के कारण समस्याएं और बढ़ सकती हैं।