नमस्कार,
कल की बड़ी खबर लोकसभा और राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर हुई चर्चा की रही। राहुल गांधी समेत विपक्ष के कई नेताओं ने सरकार पर आरोप लगाए, जिनका प्रधानमंत्री मोदी समेत केंद्रीय मंत्रियों ने जवाब दिया।
आज के प्रमुख इवेंट्स:
1. संसद के मानसून सत्र का आठवां दिन है। राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा होगी।
2. आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से NASA और ISRO का निसार सैटेलाइट लॉन्च होगा। यह धरती की सतह और पर्यावरण को मॉनिटर करेगा।
3. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पश्चिम बंगाल के कल्याणी AIIMS के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी।
कल की बड़ी खबरें:
राहुल गांधी का प्रधानमंत्री पर हमला: कहा- दम है तो पीएम साफ बोलें, मोदी का जवाब- सेना को दी खुली छूट
लोकसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला
प्रधानमंत्री ने कहा कि सेना को कार्रवाई की खुली छूट दी गई, और 22 अप्रैल का बदला सिर्फ 22 मिनट में ले लिया गया
गृहमंत्री अमित शाह ने आतंकियों के नाम गिनाकर कांग्रेस को घेरा
लोकसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर गर्मागर्म बहस देखने को मिली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि अगर उनमें दम है, तो साफ कहें कि उन्होंने पाकिस्तान के सामने सरेंडर नहीं किया।
राहुल गांधी ने कहा,
“आपने 35 मिनट में पाकिस्तान के सामने सरेंडर कर दिया। सरकार ने वायुसेना के पायलटों के हाथ-पांव बांध दिए। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 29 बार कहा कि उन्होंने भारत-पाक युद्ध को रोका।”
राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी से इंदिरा गांधी का उदाहरण देते हुए कहा, “अगर आपमें दम है तो कहें कि युद्धविराम आपने नहीं कराया।”
राहुल गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि पाकिस्तान की सेना के प्रमुख ट्रंप के साथ डिनर करता है और पहलगाम हमले के बाद किसी भी देश ने पाकिस्तान की निंदा नहीं की।
इसके जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,
“सेना को कार्रवाई की पूरी छूट दी गई थी। उन्हें तय करने दिया गया कि कहां, कैसे और किस तरह से जवाब देना है। सेना ने 22 अप्रैल को सिर्फ 22 मिनट में बदला लिया। दुनिया के किसी नेता ने भारत को पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई से नहीं रोका।”
पीएम मोदी ने यह भी दोहराया कि ऑपरेशन सिंदूर अभी जारी है और सरकार पूरी तरह सतर्क है।
द्रौपदी मुर्मू की टिप्पणी:
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि पहलगाम में हमला हुआ, लेकिन सरकार ने वहां मौजूद लोगों को भगवान भरोसे छोड़ दिया। घटना के वक्त वहां एक भी सुरक्षा कर्मी नजर नहीं आया।
गृह मंत्री अमित शाह का बयान:
गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा,
“यूपीए सरकार के समय पाकिस्तान भागे आतंकियों को संरक्षण मिला। सैयद सलाहुद्दीन, दाऊद इब्राहिम जैसे आतंकी कांग्रेस के शासनकाल में भागे थे।”
अमित शाह ने यह भी कहा कि आतंकियों को लेकर कांग्रेस हमेशा नरमी दिखाती रही है, लेकिन अब की सरकार आतंक के खिलाफ सख्त है।
पाकिस्तानी वोटर ID और चॉकलेट से हुई आतंकियों की पहचान, अमित शाह बोले- 3 महीने की प्लानिंग के बाद घेरकर मारा
गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा में 74 मिनट का भाषण दिया
ऑपरेशन महादेव के तहत पहलगाम हमले के तीनों आतंकी मारे गए
आतंकियों की पहचान पाकिस्तानी वोटर ID और चॉकलेट के रैपर से हुई
गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को लोकसभा में 74 मिनट लंबा भाषण देते हुए पहलगाम हमले से जुड़े आतंकियों के मारे जाने की जानकारी दी। शाह ने बताया कि इन आतंकियों को ‘ऑपरेशन महादेव’ के तहत मार गिराया गया।
उन्होंने बताया,
“हमारे सुरक्षाबलों ने तीनों आतंकियों—सुलेमान, अफगान और जिब्रान—को 3 महीने तक ट्रैक किया और फिर उन्हें घेरकर मार गिराया। इनकी पहचान पाकिस्तानी वोटर आईडी कार्ड और चॉकलेट के रैपर जैसी चीज़ों से की गई। हमारे पास इनके खिलाफ पुख्ता सबूत मौजूद हैं।”
गृह मंत्री ने इस हमले को पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद की कड़ी बताया और कहा कि सरकार और सुरक्षा एजेंसियां हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं।
हालांकि, अपने भाषण में शाह ने अमेरिका, सीजफायर या ट्रंप के किसी भी बयान या भूमिका का ज़िक्र नहीं किया।
उन्होंने पंडित नेहरू, इंदिरा गांधी, सोनिया गांधी, पी. चिदंबरम, अटल बिहारी वाजपेयी, मनमोहन सिंह, चीन, कश्मीर और अनुच्छेद 370 जैसे मुद्दों का उल्लेख किया, लेकिन विपक्ष की ओर से उठाए गए ट्रंप और युद्धविराम से जुड़े सवालों पर चुप्पी साधे रखी।
गृहमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत अब आतंकियों को केवल जवाब नहीं देता, बल्कि उन्हें खत्म करने की नीति पर काम कर रहा है।
राज्यसभा में जेपी नड्डा और खड़गे में तीखी नोकझोंक, मानसिक संतुलन वाले बयान पर नड्डा ने मांगी माफी
ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे और भाजपा अध्यक्ष नड्डा के बीच हुआ टकराव
नड्डा ने खड़गे पर “मानसिक संतुलन” खोने की टिप्पणी की, बाद में माफी मांगी
विवादित टिप्पणी को राज्यसभा की कार्यवाही से हटाया गया
राज्यसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के दौरान मंगलवार को उस समय तनाव का माहौल बन गया जब भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच तीखी नोकझोंक हो गई।
बहस की शुरुआत खड़गे ने की और पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सरकार को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने सवाल उठाया,
“इस हमले की जिम्मेदारी किसकी है? अगर कोई जवाबदेह है तो वह अपनी कुर्सी छोड़ दे।”
इस पर जेपी नड्डा ने तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा,
“आपने प्रधानमंत्री पर टिप्पणी की है, जो दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता हैं। आप मानसिक संतुलन खोकर इस तरह की बातें कर रहे हैं।”
नड्डा की इस टिप्पणी से खड़गे भड़क गए और नाराजगी जताई। इसके बाद स्थिति को संभालते हुए जेपी नड्डा ने अपने शब्द वापस लेते हुए कहा,
“अगर मेरी बात से आपकी भावनाओं को ठेस पहुंची है तो मैं क्षमा चाहता हूं।”
इसके बाद सभापति के निर्देश पर नड्डा की टिप्पणी को राज्यसभा की कार्यवाही से रिकॉर्ड से हटा दिया गया।
यह घटना बताती है कि संसद में भले ही राजनीतिक मतभेद हों, लेकिन गरिमा बनाए रखना जरूरी होता है और जरूरत पड़ने पर माफी मांगना भी एक जिम्मेदार नेता का कर्तव्य होता है।
अब फिंगरप्रिंट और फेस ID से होगा UPI पेमेंट, PIN डालना होगा ऑप्शनल
NPCI जल्द ही बायोमेट्रिक आधारित UPI पेमेंट की सुविधा शुरू करने जा रहा है
अब UPI पेमेंट फेस ID या फिंगरप्रिंट से भी किया जा सकेगा
PIN की जरूरत नहीं होगी, बायोमेट्रिक विकल्प ज्यादा सुरक्षित माना जा रहा है
UPI (Unified Payments Interface) से भुगतान करना अब और आसान और सुरक्षित होने वाला है। UPI को ऑपरेट करने वाली संस्था नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) जल्द ही बायोमेट्रिक पेमेंट की सुविधा शुरू करने जा रही है। इसके तहत यूजर्स फिंगरप्रिंट या फेस ID के जरिए भी भुगतान कर सकेंगे।
फिलहाल UPI लेनदेन के लिए मोबाइल PIN की आवश्यकता होती है, लेकिन इस नए अपडेट के बाद PIN डालना ऑप्शनल हो जाएगा। यह सुविधा अगले कुछ महीनों में UPI ऐप्स में दिखाई दे सकती है।
क्या है बायोमेट्रिक पेमेंट?
बायोमेट्रिक पेमेंट में आपकी पहचान फिंगरप्रिंट या फेस ID जैसी शारीरिक विशेषताओं के जरिए की जाती है। यह तरीका PIN या पासवर्ड से अधिक सुरक्षित और यूज़र-फ्रेंडली है, क्योंकि इसे न तो आसानी से कॉपी किया जा सकता है और न ही हैक किया जा सकता है।
यह ठीक उसी तरह काम करेगा जैसे आप अपने स्मार्टफोन को फिंगरप्रिंट या फेस ID से अनलॉक करते हैं। इस तकनीक के आने से न केवल पेमेंट करना तेज होगा, बल्कि फ्रॉड की संभावना भी घटेगी।
NPCI का यह कदम डिजिटल पेमेंट को और भी अधिक भरोसेमंद और सुविधाजनक बना देगा।
PM मोदी से मिले राजस्थान CM भजनलाल, वसुंधरा राजे की मुलाकात के बाद मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें तेज
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और प्रधानमंत्री मोदी के बीच संसद भवन में हुई 45 मिनट की मुलाकात
एक दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी पीएम से की थी मुलाकात
मुलाकातों को मंत्रिमंडल विस्तार और जाट राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है
राजस्थान की राजनीति में हलचल एक बार फिर तेज हो गई है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद भवन में करीब 45 मिनट तक मुलाकात की। इससे ठीक एक दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी पीएम मोदी से मिली थीं।
इन लगातार हुई दोनों मुलाकातों के बाद राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें तेज हो गई हैं। सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों नेताओं से प्रदेश की वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर फीडबैक लिया।
क्या है मुलाकात की अहम वजह?
राजनीतिक गलियारों में इस मुलाकात को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद राजस्थान की राजनीति में बने जाट नेतृत्व के खालीपन से जोड़कर देखा जा रहा है।
धनखड़ के इस्तीफे के बाद अब केंद्र या राज्य के किसी भी बड़े पद पर कोई प्रभावशाली जाट चेहरा मौजूद नहीं है।
ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी ने वसुंधरा राजे और भजनलाल शर्मा से इस मुद्दे पर चर्चा की कि आने वाले समय में जाट समुदाय को कैसे साधा जाए, और उन्हें सत्ता एवं संगठन में किस तरह से समायोजित किया जाए।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि आगामी मंत्रिमंडल विस्तार में जाट समुदाय को प्रतिनिधित्व देकर संतुलन बनाने की कोशिश की जा सकती है।
हिमाचल में बादल फटा, MP के 34 जिलों में मूसलधार बारिश, राजस्थान के 15 जिलों में स्कूल बंद
हिमाचल प्रदेश के मंडी में बादल फटने से भारी नुकसान, कई वाहन मलबे में दबे
मध्य प्रदेश के भोपाल सहित 34 जिलों में तेज बारिश से जनजीवन प्रभावित
राजस्थान के 15 जिलों में स्कूल बंद, सड़कों पर नाव चलने जैसी स्थिति
देश के कई हिस्सों में मानसून का कहर जारी है। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। मलबे में कई वाहन दब गए हैं और कई लोग घरों के अंदर फंसे हुए हैं। राहत कार्य जारी है, लेकिन लगातार बारिश के कारण बचाव में मुश्किलें आ रही हैं।
दिल्ली में भी रुक-रुक कर बारिश हो रही है, जिससे ट्रैफिक और जनजीवन प्रभावित हुआ है।
राजस्थान में स्थिति और गंभीर है। भारी बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव इतना बढ़ गया है कि कुछ जगहों पर नाव चलानी पड़ी है। राज्य सरकार ने एहतियात के तौर पर 15 जिलों में स्कूलों को बंद कर दिया है।
मध्य प्रदेश के भोपाल सहित 34 जिलों में मूसलधार बारिश हो रही है। कई जगहों पर पानी भर गया है, जिससे यातायात और जनजीवन प्रभावित हुआ है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 48 घंटों में भी कई राज्यों में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।
गौतम गंभीर की ओवल के पिच क्यूरेटर से बहस, बोले- “आप सिर्फ ग्राउंड्समैन हैं”
टीम इंडिया के कोच गौतम गंभीर और ओवल स्टेडियम के क्यूरेटर ली फोर्टिस के बीच पिच को लेकर बहस
गंभीर पिच की स्थिति से नाराज़, बोले- “हमें मत बताइए क्या करना है”
भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का पांचवां और निर्णायक मुकाबला 31 जुलाई से ओवल में
टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर और ओवल क्रिकेट स्टेडियम के चीफ पिच क्यूरेटर ली फोर्टिस के बीच पिच को लेकर तीखी बहस हो गई। यह घटना उस वक्त हुई जब गंभीर मैदान का मुआयना कर रहे थे। बहस का वीडियो न्यूज एजेंसी PTI द्वारा जारी किया गया है, जिसमें गंभीर को पिच की स्थिति को लेकर नाराज़गी जाहिर करते हुए देखा गया।
वीडियो में गंभीर को क्यूरेटर की ओर उंगली दिखाते हुए यह कहते सुना गया,
“आप सिर्फ ग्राउंड्समैन हैं, हमें यह मत बताइए कि हमें क्या करना है और क्या नहीं।”
मामला तब शांत हुआ जब टीम इंडिया के बल्लेबाजी कोच सितांशु कोटक ने हस्तक्षेप किया और क्यूरेटर को बातचीत के लिए अलग ले गए।
क्यों बढ़ा विवाद?
बताया जा रहा है कि पिच की स्थिति को लेकर गंभीर और क्यूरेटर के बीच मतभेद हुआ। गंभीर को लग रहा था कि पिच में भारत के लिए पक्षपात या असंतुलन हो सकता है, जो टेस्ट मैच के नतीजे को प्रभावित कर सकता है।
गौरतलब है कि 31 जुलाई से भारत और इंग्लैंड के बीच पांचवां टेस्ट मुकाबला ओवल में खेला जाएगा। इंग्लैंड फिलहाल सीरीज में 2-1 से आगे है, और भारत के पास इसे जीतकर 2-2 से बराबर करने का मौका है।
यह बहस मैच से पहले भारत की रणनीति और माहौल दोनों पर असर डाल सकती है। अब देखना होगा कि टीम इंडिया इस विवाद से निकलकर मैदान में कैसा प्रदर्शन करती है।