नमस्कार,
कल की बड़ी खबर वन नेशन-वन इलेक्शन बिल की रही, इसे केंद्रीय कानून मंत्री ने लोकसभा में पेश किया। एक खबर राजस्थान-मध्य प्रदेश के पार्वती-कालीसिंध-चंबल-ERCP प्रोजेक्ट के उद्घाटन की रही, इससे राजस्थान के 21 और मध्य प्रदेश के 13 जिलों को पीने और सिंचाई का पानी मिलेगा।
आज के प्रमुख इवेंट्स:
- भारत के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (NSA) अजित डोभाल बीजिंग में चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ सीमा विवाद पर बात करेंगे।
- किसान आंदोलन की वजह से 10 महीने से बंद हरियाणा और पंजाब की शंभू बॉर्डर खोलने की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी।
अब कल की बड़ी खबरें…
एक देश-एक चुनाव: लोकसभा में बिल पेश, कांग्रेस ने दो-तिहाई बहुमत पर उठाए सवाल
लोकसभा में ‘एक देश, एक चुनाव’ से जुड़े दो बिल पेश
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने ‘एक देश, एक चुनाव’ के लिए दो अहम बिल लोकसभा में पेश किए। इन बिलों को लेकर सदन में वोटिंग हुई, जिसमें 269 सांसदों ने समर्थन किया और 198 सांसदों ने विरोध जताया। कांग्रेस ने सरकार के पास दो-तिहाई बहुमत न होने का दावा किया।
बिलों का विवरण:
- संविधान (129वां संशोधन) बिल
- केंद्र शासित प्रदेश कानून (संशोधन) बिल 2024
इन बिलों के जरिए तीन प्रमुख कानूनों में संशोधन किया जाएगा:
- गवर्नमेंट ऑफ यूनियन टेरिटरीज एक्ट-1963
- गवर्नमेंट ऑफ नेशनल कैपिटल टेरिटरी ऑफ दिल्ली-1991
- जम्मू एंड कश्मीर रीऑर्गनाइजेशन एक्ट-2019
इन संशोधनों का मकसद पुड्डचेरी, दिल्ली और जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनावों को लोकसभा चुनाव के साथ कराना है।
आगे की प्रक्रिया:
लोकसभा की कुल 543 सीटों में से NDA के पास फिलहाल 292 सीटें हैं। बिल को पास कराने के लिए दो-तिहाई बहुमत यानी 362 वोटों की जरूरत है। इसलिए, NDA को गठबंधन के बाहर के दलों का समर्थन जुटाना होगा। क्रॉस वोटिंग की संभावना भी है।
सरकार ने बिल पर आम सहमति बनाने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं और इसे संयुक्त संसदीय समिति (JPC) के पास भेजने की सहमति दी है।
समर्थन और विरोध:
- समर्थन: 32 पार्टियों ने बिल का समर्थन किया।
- विरोध: 15 पार्टियों ने विरोध जताया।
कांग्रेस का रुख:
कांग्रेस का कहना है कि सरकार के पास दो-तिहाई बहुमत नहीं है, जो इस तरह के बड़े बदलाव के लिए जरूरी है।
निष्कर्ष:
सरकार ‘एक देश, एक चुनाव’ की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए आम सहमति बनाने का प्रयास कर रही है। JPC में विचार-विमर्श के बाद बिल पर फिर से चर्चा होगी।
प्रियंका गांधी का नया विरोध: बांग्लादेशी अल्पसंख्यकों के समर्थन में प्रदर्शन
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी बांग्लादेशी हिंदुओं और ईसाइयों के समर्थन में एक विशेष संदेश वाला बैग लेकर प्रदर्शन में शामिल हुईं। इस बैग पर लिखा था, “बांग्लादेशी हिंदुओं और ईसाइयों के साथ खड़े हों।” प्रियंका के साथ कई अन्य सांसदों ने भी इसी तरह के बैग के साथ प्रदर्शन किया।
फिलिस्तीन के समर्थन के बाद बांग्लादेश का मुद्दा:
एक दिन पहले प्रियंका गांधी फिलिस्तीनी समर्थन के संदेश वाले बैग के साथ नजर आई थीं। अब बांग्लादेशी अल्पसंख्यकों के समर्थन में उनका यह कदम राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर बढ़ते हमले:
अगस्त 2024 से बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा के मामले बढ़े हैं। शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद छोड़ने के बाद हालात और खराब हुए। आंकड़ों के अनुसार:
- 5 से 20 अगस्त 2024 के बीच 2010 हिंसा के मामले दर्ज किए गए।
- 157 हमले हिंदू परिवारों पर हुए।
- 69 घटनाएं मंदिरों के अपमान की रहीं।
प्रियंका का प्रदर्शन क्यों:
प्रियंका गांधी का यह प्रदर्शन बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा की मांग को लेकर किया गया। उनका संदेश साफ था कि धार्मिक अल्पसंख्यकों के अधिकारों के समर्थन में भारत को खड़ा होना चाहिए।
विरोध का असर:
प्रियंका गांधी के इस कदम से बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर अंतरराष्ट्रीय ध्यान आकर्षित हुआ है।
अमित शाह का बयान: ‘कांग्रेस मुस्लिमों को आरक्षण देना चाहती है
गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान कांग्रेस पर निशाना साधा। अपनी डेढ़ घंटे की स्पीच में उन्होंने कहा, “कांग्रेस आरक्षण की 50% सीमा बढ़ाकर मुसलमानों को आरक्षण देना चाहती है।”
बीजेपी का रुख:
शाह ने स्पष्ट किया कि जब तक दोनों सदनों में बीजेपी का एक भी सदस्य मौजूद है, तब तक धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने इसे संविधान विरोधी करार दिया।
राहुल गांधी पर तंज:
राहुल गांधी के “मोहब्बत की दुकान” वाले बयान पर अमित शाह ने कहा:
“मैंने मोहब्बत की दुकान खोलने के बारे में सुना। मेरा उनको कहना है, मोहब्बत दुकान से बेचने की चीज नहीं है भइया… मोहब्बत दिल में बसाने का जज्बा है। मोहब्बत दूसरों को महसूस कराने का लम्हा है। अगर इतना समझ जाएंगे तो कोई तकलीफ नहीं पड़ेगी।”
राज्यसभा में चर्चा:
इस चर्चा के दौरान शाह ने संविधान की मूल भावना का हवाला देते हुए कहा कि आरक्षण का आधार धर्म नहीं होना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि बीजेपी धर्म आधारित आरक्षण का सख्त विरोध करती है।
सार:
शाह के इस बयान के बाद राज्यसभा में सियासी गर्मी बढ़ गई। कांग्रेस के मुस्लिम आरक्षण की मंशा पर सवाल उठाते हुए बीजेपी ने अपनी स्थिति साफ कर दी कि वे संविधान का उल्लंघन नहीं होने देंगे।
“मोदी का वादा: ‘राजस्थान के हर घर तक नल से पानी, कांग्रेस पर देरी का आरोप
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जयपुर में पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक (PKC-ERCP) प्रोजेक्ट के पहले चरण का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा, “राजस्थान के 100% घरों तक जल्द ही नल से पानी पहुंचेगा।” प्रधानमंत्री ने जल संकट के समाधान में देरी के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया।
इस कार्यक्रम में राजस्थान और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री भी मौजूद रहे।
46,300 करोड़ रुपए के 24 प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन
प्रधानमंत्री मोदी ने राजस्थान के लिए 46,300 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत वाले 24 प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन किया। इन परियोजनाओं का उद्देश्य राज्य में जल आपूर्ति और सिंचाई की समस्याओं को दूर करना है।
PKC-ERCP प्रोजेक्ट: कौन-कौन से जिलों को फायदा?
राजस्थान के 21 जिलों को लाभ:
इस प्रोजेक्ट से राजस्थान के निम्न जिलों में जल संकट खत्म होने की उम्मीद है:
- जयपुर
- झालावाड़
- बारां
- कोटा
- बूंदी
- सवाई माधोपुर
- अजमेर
- टोंक
- दौसा
मध्य प्रदेश के 13 जिलों को फायदा:
- इंदौर
- धार
- गुना
- शिवपुरी
- सीहोर
- देवास
- राजगढ़
- उज्जैन
- आगर-मालवा
- शाजापुर
- मंदसौर
- भिंड
- मुरैना
इन जिलों के कुल 3,217 गांवों की 6 लाख हेक्टेयर से अधिक जमीन को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा।
मोदी का कांग्रेस पर निशाना:
प्रधानमंत्री ने जल विवादों और देरी के लिए कांग्रेस को दोषी ठहराते हुए कहा कि कांग्रेस की नीतियों की वजह से विकास की गति धीमी हुई है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जल संकट को दूर करने के लिए केंद्र सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
निष्कर्ष:
यह प्रोजेक्ट राजस्थान और मध्य प्रदेश के कई जिलों में पानी की समस्या का समाधान कर सकता है। इससे लाखों किसानों को सिंचाई में मदद मिलेगी और घर-घर तक जल आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
NTA का बड़ा फैसला: 2025 से सिर्फ NEET, JEE जैसे एंट्रेंस एग्जाम लेगा, भर्ती परीक्षाओं से हटेगा
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) अब 2025 से सिर्फ एंट्रेंस परीक्षाएं आयोजित करेगी। नौकरियों के लिए भर्ती परीक्षाएं NTA नहीं कराएगा। इसकी जिम्मेदारी अब CBSE और राज्य एजेंसियों को सौंपी जाएगी।
शिक्षा मंत्री का बयान:
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि NTA अब सिर्फ NEET, JEE, और इसी तरह के एंट्रेंस एग्जाम करवाएगा। पहले NTA कुल 9 भर्ती परीक्षाएं आयोजित करता था।
इस फैसले की वजह:
- NEET-UG और UGC-NET में गड़बड़ियों के कारण NTA के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन हुए।
- NTA में सुधार के लिए एक पैनल गठित किया गया।
- पैनल की सिफारिशों के आधार पर NTA को भर्ती परीक्षाओं से हटाने का निर्णय लिया गया।
अब कौन कराएगा भर्ती परीक्षाएं?
- CBSE (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड)
- राज्यों की एजेंसियां
निष्कर्ष:
इस बदलाव का मकसद NTA को एंट्रेंस एग्जाम पर अधिक फोकस करने देना और भर्ती परीक्षाओं को अन्य संस्थानों के जरिए पारदर्शी तरीके से करवाना है।
यूक्रेनी हमले में रूस के न्यूक्लियर चीफ की मौत, स्कूटर में ब्लास्ट से हमला
रूस के न्यूक्लियर चीफ इगोर किरिलोव की मॉस्को में एक विस्फोट में मौत हो गई। जब किरिलोव अपने अपार्टमेंट से बाहर निकल रहे थे, तभी पास खड़े इलेक्ट्रिक स्कूटर में ब्लास्ट हो गया। धमाका क्रेमलिन से महज 7 किमी की दूरी पर हुआ।
कौन थे इगोर किरिलोव:
- किरिलोव ने अप्रैल 2017 में रूसी न्यूक्लियर फोर्सेस के चीफ का पद संभाला था।
- वे रूस के रणनीतिक परमाणु बलों के प्रमुख अधिकारी थे।
रूस में अधिकारियों पर बढ़ते हमले
पिछले 4 महीनों में ये तीसरी बड़ी घटना है:
- 12 दिसंबर:
- मिखाइल शेतस्की, रूस के मिसाइल विशेषज्ञ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
- 28 सितंबर:
- कर्नल एलेक्सी कोलोमीतसेव, जो एक ड्रोन स्पेशलिस्ट थे, मॉस्को में मृत पाए गए थे।
- इगोर किरिलोव:
- इलेक्ट्रिक स्कूटर में विस्फोट से जान गंवाने वाले तीसरे बड़े अधिकारी बने।
हमले का महत्व:
- इस घटना को रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच बढ़ते तनाव के रूप में देखा जा रहा है।
- मॉस्को के केंद्र में हमला होना रूस की सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती है।
निष्कर्ष:
रूस में शीर्ष अधिकारियों पर हमले बढ़ने से सुरक्षा चिंताएं गहरा रही हैं। इगोर किरिलोव की मौत से रूस के न्यूक्लियर कमांड पर असर पड़ सकता है।
भारत-ऑस्ट्रेलिया तीसरा टेस्ट: इंडिया ने फॉलोऑन बचाया, राहुल के 84 रन, स्कोर 252/9
गाबा स्टेडियम में खेले जा रहे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट में भारतीय टीम ने खुद को फॉलोऑन से बचा लिया। चौथे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 9 विकेट पर 252 रन बना लिए हैं। भारतीय टीम अब भी 193 रन पीछे है।
नाबाद बल्लेबाज:
- आकाश दीप: 27 रन
- जसप्रीत बुमराह: 10 रन
मैच के मुख्य पल:
- भारत ने दिन की शुरुआत 51/4 के स्कोर से की।
- केएल राहुल ने 33 रन से अपनी पारी को आगे बढ़ाते हुए 84 रन बनाए।
- भारतीय टीम की स्थिति शुरुआती झटकों के बाद संभली।
ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों का प्रदर्शन:
- कप्तान पैट कमिंस: 4 विकेट
- मिचेल स्टार्क: 3 विकेट
- नाथन लॉयन: 1 विकेट
- जोश हेजलवुड: 1 विकेट
निष्कर्ष:
भारत ने कठिन हालात में बल्लेबाजी करते हुए फॉलोऑन से बचने में सफलता पाई। अब भारत के निचले क्रम पर उम्मीदें टिकी हैं कि वे चौथे दिन का खेल खत्म होने के बाद मुकाबले में वापसी कर सकें।