नमस्कार,
कल की बड़ी खबर संभल हिंसा पर नए खुलासे से जुड़ी रही। हिंसा में पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आया है। दूसरी बड़ी खबर संसद में विदेश मंत्री एस. जयशंकर के दिए बयान को लेकर रही। उन्होंने कहा कि चीन से LAC पर अभी भी विवाद है।
आज के प्रमुख इवेंट्स:
1. राहुल गांधी का संभल दौरा:
- कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज यूपी के संभल जाएंगे।
- उनके साथ 5 अन्य पार्टियों के सांसद और प्रियंका गांधी के भी शामिल होने की संभावना है।
- यह दौरा हालिया हिंसा और स्थिति का जायजा लेने के लिए है।
2. हेमंत सोरेन की कोर्ट पेशी:
- झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की आज MP-MLA कोर्ट में पेशी होगी।
- उन पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) के समन के बावजूद पूछताछ में शामिल न होने का आरोप है।
- कोर्ट में सोरेन से जुड़े केस पर सुनवाई की जाएगी।
अब कल की बड़ी खबरें…
संभल हिंसा: पाकिस्तानी कारतूस बरामद, फोरेंसिक जांच में हुआ खुलासा
उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा में पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आया है। फोरेंसिक जांच टीम को घटनास्थल के पास नालियों से 5 खोखे और 2 मिसफायर कारतूस बरामद हुए हैं। इनमें से कुछ कारतूस पाकिस्तान की ऑर्डनेंस फैक्ट्री में बने पाए गए हैं, जिन्हें आमतौर पर पाकिस्तानी आर्मी उपयोग करती है।
क्या मिला जांच में?
- पाकिस्तानी फैक्ट्री के कारतूस: 5 खोखे और 2 मिसफायर कारतूस पाकिस्तान निर्मित।
- अन्य खोखे:
- 12 बोर के 2 खोखे।
- 32 बोर के 2 खोखे।
- एक खोखा विनचेस्टर मेड इन USA का है।
हिंसा में 4 की मौत, 20 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल
यह हिंसा 24 नवंबर को उस समय हुई जब चंदौसी कोर्ट के आदेश पर शाही जामा मस्जिद का सर्वे किया जा रहा था। हिंदू पक्ष ने 19 नवंबर को कोर्ट में दावा किया था कि यह मस्जिद पहले हरिहर मंदिर थी।
सर्वे के दौरान हजारों की भीड़ ने पुलिस पर पत्थरबाजी और फायरिंग की। इस घटना में 4 लोगों की मौत हो गई और 20 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए।
जांच जारी
फोरेंसिक टीम अब इन खोखों और कारतूसों की गहराई से जांच कर रही है। इस बात की भी पड़ताल की जा रही है कि ये हथियार हिंसा के दौरान कैसे और कहां से पहुंचे।
संसद में हंगामा: अडाणी केस और संभल हिंसा पर विपक्ष का प्रदर्शन, अखिलेश ने उठाए गंभीर सवाल
संसद सत्र के छठे दिन अडाणी मामले और संभल हिंसा को लेकर विपक्ष ने जोरदार प्रदर्शन किया। समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद अखिलेश यादव ने संभल हिंसा को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।
अखिलेश यादव का बयान:
अखिलेश यादव ने कहा, “संभल में हुई घटना एक सोची-समझी साजिश है। वहां के भाईचारे को खत्म करने की कोशिश की गई। हिंसा इसलिए कराई गई क्योंकि उत्तर प्रदेश में चुनाव होने वाले हैं। इस मामले में अफसरों पर एफआईआर दर्ज होनी चाहिए।”
अडाणी मुद्दे पर प्रदर्शन:
विपक्षी गठबंधन INDIA ब्लॉक ने संसद के बाहर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य अडाणी मामले और संभल हिंसा पर चर्चा की मांग करना था। विपक्ष जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (JPC) से जांच कराने की मांग कर रहा है।
प्रदर्शन में टीएमसी और सपा गैरमौजूद:
- प्रदर्शन में तृणमूल कांग्रेस (TMC) और समाजवादी पार्टी (SP) ने भाग नहीं लिया।
- विपक्ष का आरोप है कि गौतम अडाणी समेत 8 लोगों ने अमेरिका में करीब ₹2200 करोड़ की रिश्वत दी है।
सरकार पर दबाव बढ़ा:
अडाणी और संभल हिंसा जैसे मुद्दों पर विपक्ष के आक्रामक रुख से सरकार पर दबाव बढ़ गया है। हालांकि, इन मुद्दों पर अभी तक कोई स्पष्ट जवाब नहीं आया है।
भारत-चीन संबंध: मामूली सुधार के बावजूद LAC पर विवाद बरकरार – एस जयशंकर
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत-चीन सीमा विवाद और द्विपक्षीय संबंधों पर संसद में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दोनों देश बातचीत और कूटनीति के जरिए सीमा विवाद सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं।
मुख्य बिंदु:
- डिसइंगेजमेंट: पूर्वी लद्दाख में विवादित क्षेत्रों से पूरी तरह डिसइंगेजमेंट हो चुका है।
- LAC पर विवाद: कई इलाकों में अब भी विवाद जारी है। जयशंकर ने कहा कि भारत का लक्ष्य ऐसा समाधान ढूंढना है, जो दोनों पक्षों के लिए स्वीकार्य हो।
भारत-चीन संबंधों में सुधार के प्रयास:
जयशंकर ने बताया कि दोनों देशों के बीच संबंध सुधारने के लिए अब तक 38 बैठकें हो चुकी हैं। इन बैठकों के बाद 21 अक्टूबर 2024 को पूर्वी लद्दाख के देपसांग और डेमचोक क्षेत्रों को लेकर समझौता हुआ।
रिश्तों पर जयशंकर का बयान:
“2020 के बाद से भारत और चीन के रिश्ते सामान्य नहीं रहे। बॉर्डर पर शांति भंग होने के कारण दोनों देशों के संबंध प्रभावित हुए हैं। हालांकि, हाल ही में हुई बातचीत से स्थिति में कुछ सुधार हुआ है।”
आगे का रास्ता:
जयशंकर ने कहा कि भारत शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए कूटनीतिक प्रयासों को जारी रखेगा। विवाद सुलझाने के लिए ठोस और संतुलित समाधान की जरूरत है।
बदायूं जामा मस्जिद पर विवाद: नीलकंठ मंदिर होने का दावा, मुस्लिम पक्ष ने बताया साजिश
उत्तर प्रदेश के संभल के बाद अब बदायूं की जामा मस्जिद को लेकर विवाद शुरू हो गया है। हिंदू पक्ष ने दावा किया है कि यह मस्जिद असल में नीलकंठ महादेव मंदिर थी और इसका सर्वे कराया जाना चाहिए। दूसरी ओर, मुस्लिम पक्ष ने इन दावों को खारिज करते हुए इसे माहौल बिगाड़ने की कोशिश बताया है।
मामला कोर्ट में:
बदायूं सिविल कोर्ट इस मामले पर 10 दिसंबर को निर्णय लेगी कि यह केस सुनने योग्य है या नहीं।
हिंदू पक्ष का तर्क:
- मंदिर के प्रमाण: हिंदू पक्ष का कहना है कि यह स्थान राजा महिपाल का किला था, जिसमें नीलकंठ महादेव का मंदिर मौजूद था।
- इतिहास का दावा:
- मोहम्मद गौरी के सेनापति कुतुबुद्दीन ने राजा महिपाल को हराने के बाद अपने दामाद को बदायूं का सूबेदार बनाया।
- सूबेदार ने मंदिर को नुकसान पहुंचाया, लेकिन इसे पूरी तरह नष्ट नहीं कर पाया।
- सबूत: सुरंग, पिलर और अन्य संरचनात्मक निशान आज भी मौजूद हैं।
- मांग: मंदिर का सर्वे किया जाए और यहां पूजा की अनुमति दी जाए।
मुस्लिम पक्ष का रुख:
मुस्लिम पक्ष ने इन दावों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह विवाद केवल धार्मिक माहौल बिगाड़ने की साजिश है। उनका कहना है कि मस्जिद के इतिहास को लेकर लगाए गए आरोपों का कोई आधार नहीं है।
आगे का कदम:
मामले की गंभीरता को देखते हुए यह देखना अहम होगा कि अदालत क्या निर्णय लेती है। इससे पहले, संभल में भी इसी तरह के दावे के चलते विवाद हुआ था।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमले: शेख हसीना ने मोहम्मद यूनुस पर लगाए गंभीर आरोप
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों को लेकर देश की अंतरिम सरकार और मोहम्मद यूनुस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में सामूहिक हत्याओं और हिंसा के पीछे यूनुस का हाथ है।
हसीना का बयान:
- “बांग्लादेश में शिक्षकों और पुलिसकर्मियों पर हमले हो रहे हैं। हिंदू, बौद्ध और ईसाई समुदायों को निशाना बनाया जा रहा है। मैं जनसंहार नहीं चाहती थी, इसलिए देश छोड़ने का फैसला किया।”
अल्पसंख्यकों पर हमले का मुद्दा:
हसीना ने कहा कि अंतरिम सरकार अल्पसंख्यक समुदायों को हिंसा का शिकार बना रही है। उन्होंने इसे सुनियोजित साजिश बताया और यूनुस को हिंसा का मुख्य जिम्मेदार ठहराया।
भारत-बांग्लादेश संबंधों में तनाव:
- सोमवार को अगरतला में बांग्लादेश मिशन पर हमला हुआ, जिसके बाद बांग्लादेशी विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया दी।
- मंगलवार को ढाका में भारतीय हाई कमिश्नर प्रणय वर्मा को तलब किया गया। उन्होंने बांग्लादेश के विदेश सचिव रियाज हमीदुल्लाह से मुलाकात की।
प्रणय वर्मा का बयान:
- वर्मा ने कहा, “भारत और बांग्लादेश के संबंध बहुआयामी हैं और इन्हें केवल एक मुद्दे तक सीमित नहीं किया जा सकता।”
पृष्ठभूमि:
बांग्लादेश में हालिया घटनाओं ने अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। शेख हसीना के आरोप और भारत-बांग्लादेश के बीच बढ़ता तनाव इन घटनाओं को और जटिल बना रहा है।
नरगिस फाखरी की बहन पर डबल मर्डर का आरोप, न्यूयॉर्क में गिरफ्तार
बॉलीवुड एक्ट्रेस नरगिस फाखरी की बहन आलिया को न्यूयॉर्क पुलिस ने डबल मर्डर के आरोप में गिरफ्तार किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आलिया पर अपने पूर्व बॉयफ्रेंड और एक अन्य महिला की हत्या का आरोप है।
क्या है मामला?
- आरोप: आलिया ने न्यूयॉर्क के क्वींस इलाके में एक दो-मंजिला गैरेज में आग लगा दी।
- शव मिले: इस घटना में एडवर्ड जैकब्स (35) और अनास्तासिया स्टार एटिएन (33) के जले हुए शव बरामद हुए।
- पुलिस जांच: शुरुआती जांच में यह मर्डर का मामला माना जा रहा है।
आलिया पर संभावित सजा:
अगर आरोप साबित हो जाते हैं, तो आलिया को उम्रकैद की सजा हो सकती है।
परिवार की प्रतिक्रिया:
- नरगिस फाखरी: रिपोर्ट्स के मुताबिक, नरगिस ने अपनी बहन से पिछले 20 साल से कोई संपर्क नहीं रखा है।
- मां का बयान: नरगिस की मां ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि आलिया किसी को मार सकती है।”
न्यूयॉर्क पुलिस का बयान:
पुलिस घटना की गहराई से जांच कर रही है और साक्ष्य जुटा रही है। घटना ने परिवार और नरगिस फाखरी के प्रशंसकों को हैरान कर दिया है।