नमस्कार,
कल की बड़ी खबर कोलकाता डॉक्टर रेप केस की रही, देशभर के रेजिडेंट डॉक्टर्स एक बार फिर से हड़ताल पर चले गए हैं। एक खबर स्वतंत्रता दिवस पर चीफ जस्टिस (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ के बयान से जुड़ी रही।
आज के प्रमुख इवेंट्स:
- सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई:
कलकत्ता हाईकोर्ट ने पश्चिम बंगाल में 2010 के बाद जारी सभी OBC सर्टिफिकेट को रद्द करने का आदेश दिया था। इस फैसले के खिलाफ दायर याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। यह मामला पश्चिम बंगाल में OBC आरक्षण के मुद्दे को लेकर अहम है और इसके फैसले पर कई लोगों की नजरें टिकी होंगी। - वेस्टइंडीज बनाम साउथ अफ्रीका टेस्ट मैच:
वेस्टइंडीज और साउथ अफ्रीका के बीच दूसरा टेस्ट मैच त्रिनिदाद एंड टोबैगो में जारी है। आज इस मैच का दूसरा दिन होगा। क्रिकेट प्रशंसकों के लिए यह मैच रोमांचक हो सकता है, खासकर दोनों टीमों के प्रदर्शन को देखते हुए।
अब कल की बड़ी खबरें…
कोलकाता रेप-मर्डर केस: डॉक्टर्स की फिर हड़ताल, मेडिकल कॉलेज में हजारों की भीड़ ने किया हमला
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर की रेप और हत्या के विरोध में रेजिडेंट डॉक्टर्स ने फिर से हड़ताल शुरू कर दी है। पहले, 13 अगस्त को फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन इंडिया (FORDA) ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद हड़ताल समाप्त कर दी थी, जब नड्डा ने उन्हें न्याय का आश्वासन दिया था।
भीड़ का हमला और स्थिति बिगड़ने की वजह:
हालांकि, 14 अगस्त की देर रात लगभग 1000 लोगों की भीड़ ने मेडिकल कॉलेज पर हमला कर दिया। इस घटना के बाद, FORDA ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा करने में नाकाम रही हैं। इस भीड़ ने मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड में घुसकर वहां तोड़फोड़ की, मशीनों को उठाकर फेंक दिया और फर्नीचर को नुकसान पहुंचाया। उन्होंने CCTV कैमरों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया और पुलिस के वाहनों पर पत्थर फेंके, जिससे 15 पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने 12 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है।
IMA की हड़ताल का ऐलान:
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने इस घटना के विरोध में शनिवार सुबह 6 बजे से रविवार सुबह 6 बजे तक हड़ताल का ऐलान किया है। इस हड़ताल के दौरान इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर बाकी सभी सेवाएं बंद रहेंगी।
CBI की जांच:
रेप और हत्या के मामले की जांच कर रही CBI ने 9 लोगों से पूछताछ की है, जिनमें मेडिकल कॉलेज के 5 डॉक्टर, पूर्व सुपरिटेंडेंट, प्रिंसिपल और चेस्ट डिपार्टमेंट के हेड शामिल हैं। CBI ने उस पुलिस स्टेशन के इंचार्ज से भी पूछताछ की है, जिसके अंतर्गत यह मेडिकल कॉलेज आता है। इसके अलावा, CBI ने पीड़ित के माता-पिता से भी मुलाकात की। एक CBI अधिकारी ने बताया कि अपनी बेटी को इस तरह खो देने वाले माता-पिता से बात करना बेहद मुश्किल था।
लाल किले से PM मोदी का संबोधन: सेक्युलर सिविल कोड की वकालत, 75 हजार नई मेडिकल सीटों की घोषणा
78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर तिरंगा फहराया और देशवासियों को संबोधित किया। अपने भाषण में उन्होंने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं और कोलकाता रेप-मर्डर केस पर सख्त संदेश दिया।
सेक्युलर सिविल कोड की जरूरत पर जोर:
PM मोदी ने कहा कि देश को अब एक सेक्युलर सिविल कोड की जरूरत है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पिछले 75 सालों से देश में कम्युनल सिविल कोड लागू है, जिसे बदलने का समय आ गया है।
मेडिकल शिक्षा में सुधार:
प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि अगले 5 वर्षों में देश में 75 हजार नई मेडिकल सीटें जोड़ी जाएंगी। यह कदम देश में चिकित्सा शिक्षा के विस्तार और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
कोलकाता रेप-मर्डर पर कड़ा रुख:
कोलकाता में हुई रेप और मर्डर की घटना पर PM मोदी ने कहा कि इस तरह के राक्षसों को फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। यह बयान उनके अपराध के प्रति सख्त रवैये को दर्शाता है।
भारतीय खिलाड़ियों से मुलाकात:
लाल किले पर तिरंगा फहराने के बाद, प्रधानमंत्री ने पेरिस ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले भारतीय खिलाड़ियों से मुलाकात की और उन्हें शुभकामनाएं दीं।
PM मोदी का सबसे लंबा स्वतंत्रता दिवस भाषण:
इस बार, PM मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बतौर प्रधानमंत्री अपना सबसे लंबा भाषण दिया। 103 मिनट के इस भाषण ने उनके पिछले रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया। इससे पहले उन्होंने चार बार (2016, 2019, 2022, 2023) 90 मिनट से अधिक समय का भाषण दिया था, जबकि सबसे छोटा भाषण 2014 में 65 मिनट का था, जब वे पहली बार प्रधानमंत्री बने थे।
PM मोदी के इस संबोधन में आने वाले वर्षों के लिए उनकी सरकार की योजनाओं और नीतियों की झलक मिली, जिससे देशवासियों के बीच नई उम्मीदें जगी हैं।
CJI का संदेश: स्वतंत्रता की कीमत और न्याय की चुनौतियाँ
स्वतंत्रता दिवस के एक कार्यक्रम में भारत के चीफ जस्टिस (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ ने स्वतंत्रता की अहमियत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हो रही घटनाएं इस बात की याद दिलाती हैं कि हमारी स्वतंत्रता कितनी कीमती है। CJI ने कहा, “हमने 1950 में संविधान अपनाया और उसका पालन किया। यही वजह है कि हमारी स्वतंत्रता में किसी प्रकार का दखल नहीं हुआ है। आजादी को हल्के में नहीं लिया जा सकता।”
न्यायपालिका के संघर्ष पर विचार:
CJI चंद्रचूड़ ने न्यायपालिका के कामकाज को आम आदमी के संघर्ष से तुलना की। उन्होंने कहा, “मैं पिछले 24 सालों में एक जस्टिस के रूप में अपने दिल पर हाथ रखकर कह सकता हूं कि कोर्ट का काम उतना ही संघर्ष भरा है जितनी एक आम आदमी की जिंदगी।” उन्होंने यह भी बताया कि न्यायपालिका के सामने विभिन्न धर्म, जाति, लिंग, और विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को सीमित संसाधनों के दायरे में न्याय दिलाने की चुनौती होती है, जो आसान नहीं है।
इस भाषण में CJI ने स्वतंत्रता और न्याय की मूलभूत आवश्यकताओं पर प्रकाश डाला, जिससे यह समझ में आता है कि देश में संविधान और न्यायपालिका का कितना महत्वपूर्ण स्थान है।
बांग्लादेश में हसीना के समर्थकों पर हमला, मुजीबुर्रहमान की बरसी पर छात्रों ने की पिटाई
बांग्लादेश की राजधानी ढाका में अवामी लीग के कार्यकर्ताओं पर छात्रों ने लाठियों से हमला कर दिया। ये कार्यकर्ता देश के पहले राष्ट्रपति और वर्तमान प्रधानमंत्री शेख हसीना के पिता, शेख मुजीबुर्रहमान की बरसी मनाने के लिए एकत्रित हुए थे। शेख मुजीबुर्रहमान की हत्या 15 अगस्त 1975 को हुई थी, और तब से हर साल इस तारीख को उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है।
हसीना पर नरसंहार का आरोप:
इस बीच, बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ इंटरनेशनल क्रिमिनल ट्रिब्यूनल में नरसंहार और मानवता के खिलाफ अपराधों के लिए केस दर्ज हुआ है। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार इस मामले की जांच संयुक्त राष्ट्र की निगरानी में कराएगी।
यह घटनाक्रम बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिति और हसीना के शासनकाल के प्रति बढ़ते असंतोष को उजागर करता है। शेख मुजीबुर्रहमान की बरसी पर हुई हिंसा से देश की राजनीतिक तनाव और अधिक गहरा हो गया है।
गगनयान मिशन: एस्ट्रोनॉट्स की ट्रेनिंग का वीडियो जारी, जीरो ग्रेविटी में योग करते नजर आए
ISRO ने गगनयान मिशन के एस्ट्रोनॉट्स की ट्रेनिंग का एक वीडियो जारी किया है, जिसमें वे स्पेस जैसी सिमुलेटेड परिस्थितियों में अभ्यास करते दिख रहे हैं। वीडियो में एस्ट्रोनॉट्स को जीरो ग्रेविटी में योग करते हुए भी देखा जा सकता है। उन्हें अंतरिक्ष यान, जीरो ग्रेविटी और स्पेस में आने वाली विभिन्न चुनौतियों के अनुसार प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
गगनयान मिशन की खासियतें:
गगनयान भारत का पहला मानवयुक्त स्पेस प्रोग्राम है, जिसके तहत 4 एस्ट्रोनॉट्स को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। इस मिशन की योजना 2024 के अंत या 2025 की शुरुआत में लॉन्च करने की है। मिशन के दौरान, एस्ट्रोनॉट्स को 400 किमी ऊपर पृथ्वी की कक्षा में भेजा जाएगा, और 3 दिन बाद क्रू मॉड्यूल को सुरक्षित रूप से समुद्र में उतारा जाएगा।
भारत बनेगा चौथा देश:
अगर गगनयान मिशन सफल रहता है, तो भारत मानव को अंतरिक्ष में भेजने वाला चौथा देश बन जाएगा। इससे पहले अमेरिका, चीन और रूस इस उपलब्धि को हासिल कर चुके हैं।
राष्ट्रीय स्पेस डे:
23 अगस्त 2024 को भारत नेशनल स्पेस डे (NSD) मनाएगा, जो चंद्रयान-3 की चांद के साउथ पोल के पास सफल लैंडिंग की वर्षगांठ के रूप में मनाया जाएगा।
गगनयान मिशन भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा, जो देश को वैश्विक स्पेस कम्युनिटी में एक प्रमुख स्थान दिलाएगा।
भारत-श्रीलंका वनडे में सुपर ओवर न कराने पर अंपायरों ने गलती मानी
भारत और श्रीलंका के बीच 2 से 7 अगस्त के बीच खेली गई तीन वनडे मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में अंपायरों ने सुपर ओवर न कराने के फैसले को लेकर अपनी गलती मान ली है। यह मैच टाई हो गया था, लेकिन सुपर ओवर नहीं कराया गया। अब फील्ड अंपायर जोएल विल्सन और रवींद्र विमलासिरी, रेफरी रंजन मदुगले, टीवी अंपायर पॉल रायफल, और फोर्थ अंपायर रुचिरा पल्लीयागुरुगे ने स्वीकार किया है कि ICC के वनडे मैचों में टाई होने पर सुपर ओवर कराने के नियम को सही ढंग से समझने में उनसे भूल हुई।
अंपायर्स के भ्रम की वजह:
अंपायर्स को इस बात को लेकर भ्रम था कि क्या इस सीरीज के लिए श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के बीच हुए समझौते में सुपर ओवर की अनुमति दी गई थी या नहीं। ICC के खेल नियमों में स्पष्ट किया गया है कि टाई होने की स्थिति में सुपर ओवर खेला जाना चाहिए, लेकिन इस भ्रम के कारण सुपर ओवर नहीं कराया गया।
ICC का नियम:
2023 में ICC ने वनडे मैचों के लिए नए नियम जारी किए थे, जिनमें कहा गया था कि यदि दोनों पारियों के बाद स्कोर बराबर रहता है, तो सुपर ओवर खेला जाएगा। अगर सुपर ओवर भी टाई हो जाता है, तो तब तक सुपर ओवर खेला जाएगा जब तक विजेता नहीं निकलता। हालांकि, अगर किसी कारणवश सुपर ओवर या मैच नहीं कराया जा सकता, तो मैच टाई माना जाएगा।
इस घटना के बाद, क्रिकेट प्रशंसकों और खिलाड़ियों के बीच इस मुद्दे पर चर्चा तेज हो गई है, और अंपायरों द्वारा की गई इस गलती को क्रिकेट के नियमों और प्रक्रियाओं को समझने में एक महत्वपूर्ण चूक के रूप में देखा जा रहा है।
स्वीडन में मंकीपॉक्स का पहला केस, WHO ने ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित की
स्वीडन में मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया है, जिससे यह मंकीपॉक्स के केस की पुष्टि करने वाला पहला यूरोपीय देश बन गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 14 अगस्त को मंकीपॉक्स (Mpox) को ग्लोबल पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया था। यह दूसरी बार है जब इस बीमारी को हेल्थ इमरजेंसी के रूप में चिन्हित किया गया है। मंकीपॉक्स का प्रकोप अफ्रीकी देश कांगो में फैला हुआ है, और यह पड़ोसी देशों में भी फैल रहा है।
मंकीपॉक्स क्या है:
मंकीपॉक्स चेचक जैसी एक वायरल बीमारी है, जो ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस फैमिली के अंतर्गत आती है, वही फैमिली जो चेचक (स्मालपॉक्स) के लिए भी जिम्मेदार है। मंकीपॉक्स संक्रमण के लक्षणों में फ्लू जैसे लक्षण और मवाद से भरे घाव शामिल होते हैं। हालांकि, यह वायरस ज्यादातर मामलों में जानलेवा नहीं होता, लेकिन कुछ मामलों में यह घातक साबित हो सकता है। मंकीपॉक्स के विभिन्न प्रकोपों में मृत्यु दर अलग-अलग देखी गई है, जो कुछ मामलों में 10% से भी अधिक रही है।
मंकीपॉक्स का यूरोप में प्रवेश चिंता का विषय है, और इसे रोकने के लिए वैश्विक स्तर पर सतर्कता बढ़ा दी गई है। WHO की चेतावनी और ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा से दुनिया भर के देश इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए जरूरी कदम उठा रहे हैं।