नमस्कार,
कल की बड़ी खबर बुलडोजर एक्शन पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की रही। एक खबर कोचिंग संस्थानों के झूठे और गुमराह करने वाले विज्ञापनों के खिलाफ केंद्र सरकार के फैसले की रही, सरकार ने इन पर लगाम लगाने के लिए नई गाइडलाइन जारी की है।
आज के प्रमुख इवेंट्स:
- प्रधानमंत्री मोदी की महाराष्ट्र में चुनावी रैलियां
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाराष्ट्र के संभाजीनगर, पनवेल और मुंबई में चुनावी सभाएं करेंगे। ये रैलियां आगामी चुनावों के मद्देनजर काफी अहम मानी जा रही हैं। महाराष्ट्र की राजनीतिक गतिविधियों पर सभी की नजरें टिकी रहेंगी, जहां मोदी का दौरा चुनावी समीकरणों को प्रभावित कर सकता है। - श्रीलंका में संसदीय चुनाव
श्रीलंका में आज संसदीय चुनाव के लिए मतदान होगा। कुल 225 सांसदों को चुनने के लिए लगभग 1.7 करोड़ रजिस्टर्ड वोटर्स अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। यह चुनाव देश की राजनीति को एक नया मोड़ देने वाला साबित हो सकता है। चुनाव परिणाम का असर श्रीलंका की आंतरिक राजनीति और क्षेत्रीय समीकरणों पर भी पड़ेगा।
अब कल की बड़ी खबरें…
बुलडोजर एक्शन पर सुप्रीम कोर्ट की सख्ती: अब 15 दिन का नोटिस और वीडियोग्राफी अनिवार्य, 15 गाइडलाइन्स जारी
सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर कार्रवाई पर देशभर के लिए नई गाइडलाइन्स जारी की हैं। अब अफसरों को घर गिराने से पहले 15 दिन का नोटिस देना अनिवार्य होगा। साथ ही, पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी करानी होगी।
सुप्रीम कोर्ट का आदेश:
- 15 दिन का नोटिस जरूरी: किसी भी प्रॉपर्टी को गिराने से पहले संबंधित व्यक्ति को 15 दिन का नोटिस दिया जाएगा, ताकि उसे अपनी बात रखने का अवसर मिले।
- वीडियोग्राफी अनिवार्य: घर या किसी भी प्रॉपर्टी को गिराते समय पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करनी होगी, ताकि बाद में किसी भी विवाद की स्थिति में सबूत मौजूद रहे।
- गाइडलाइन्स का उल्लंघन किया तो जुर्माना: अगर कोई अधिकारी इन गाइडलाइन्स का उल्लंघन करता है, तो उसे अपने खर्च पर उस प्रॉपर्टी का पुनर्निर्माण कराना होगा। साथ ही, प्रभावित व्यक्ति को मुआवजा भी देना पड़ेगा।
कोर्ट ने क्या कहा?
- सुप्रीम कोर्ट ने कहा, “अपना घर, अपना आंगन, हर किसी का सपना होता है। हर इंसान अपने घर का सपना देखता है और उसे पूरा करना चाहता है। किसी का घर तोड़ते वक्त संवेदनशीलता बरतनी चाहिए।”
- अदालत ने स्पष्ट किया कि अधिकारी जज नहीं बन सकते, और उन्हें प्रॉपर्टी को बिना उचित प्रक्रिया के नहीं तोड़ना चाहिए।
क्यों जरूरी हैं ये गाइडलाइन्स?
हाल के दिनों में बुलडोजर एक्शन के कई मामलों में बिना नोटिस और प्रक्रिया के घर तोड़े गए हैं, जिससे लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ा। कोर्ट ने ऐसे मामलों पर सख्त रुख अपनाते हुए इन गाइडलाइन्स को पूरे देश में लागू करने का आदेश दिया है।
कोचिंग सेंटर्स के भ्रामक विज्ञापनों पर सख्ती: केंद्र की नई गाइडलाइंस, जुर्माना भरने के लिए तैयार रहें
अब कोचिंग सेंटर्स को भ्रामक विज्ञापन देना महंगा पड़ सकता है। केंद्र सरकार ने कोचिंग इंस्टीट्यूट्स के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं, जिसके तहत 100% सिलेक्शन या नौकरी की गारंटी देने वाले विज्ञापनों पर रोक लगा दी गई है।
क्या हैं नई गाइडलाइंस?
- झूठे वादे नहीं: कोचिंग सेंटर्स अब 100% सिलेक्शन या नौकरी का वादा नहीं कर सकते हैं। यदि ऐसा कोई विज्ञापन पाया गया, तो इसे भ्रामक माना जाएगा।
- जुर्माने का प्रावधान: भ्रामक और गुमराह करने वाले विज्ञापन देने पर कोचिंग सेंटर्स पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा।
- शिकायतों की कार्रवाई: केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (CCPA) ने गुमराह करने वाले विज्ञापनों के खिलाफ शिकायतें मिलने के बाद यह कदम उठाया है।
अब तक की कार्रवाई
- 18 कोचिंग सेंटर्स पर जुर्माना: CCPA ने भ्रामक विज्ञापन देने के आरोप में अब तक 18 कोचिंग सेंटर्स पर कुल 54 लाख 60 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है।
सरकार का मकसद
केंद्र सरकार का यह कदम छात्रों और उनके अभिभावकों को गुमराह करने से बचाने के लिए उठाया गया है। सरकार चाहती है कि कोचिंग सेंटर्स पारदर्शी तरीके से विज्ञापन करें और किसी भी प्रकार की गलत जानकारी न दें।
नई गाइडलाइंस के तहत, कोचिंग सेंटर्स को अपने विज्ञापनों में सच्चाई और ईमानदारी बरतनी होगी, वरना उन्हें जुर्माने का सामना करना पड़ेगा।
झारखंड चुनाव: पहले फेज में 64.86% वोटिंग, राजस्थान उपचुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार ने SDM को मारा थप्पड़
झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 43 सीटों पर कुल 64.86% वोटिंग हुई। ये आंकड़े शाम 5 बजे तक के हैं। वहीं, राजस्थान के देवली-उनियारा उपचुनाव में बागी निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने SDM अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया, जिससे वहां हंगामा मच गया।
झारखंड विधानसभा चुनाव: पहले फेज का हाल
- पहला फेज: झारखंड में पहले चरण के चुनाव में 43 सीटों पर वोटिंग संपन्न हुई।
- नए पोलिंग बूथ: रांची के आरहंगा में आजादी के बाद पहली बार पोलिंग बूथ बनाया गया, जहां वोटर्स ने उत्साहपूर्वक मतदान किया।
- क्षेत्रवार सीटें:
- कोल्हान डिवीजन: 14 सीटें
- दक्षिणी छोटानागपुर: 13 सीटें
- पलामू डिवीजन: 9 सीटें
- उत्तरी छोटानागपुर: 7 सीटें
- दूसरे फेज की तैयारी: दूसरे चरण में 38 सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होगा और नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
राजस्थान उपचुनाव: SDM को थप्पड़ मारने पर विवाद
- घटना: राजस्थान के देवली-उनियारा विधानसभा उपचुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा ने SDM अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया।
- कारण: नरेश मीणा जबरन समरावता मतदान केंद्र में घुसने की कोशिश कर रहे थे, जिससे यह घटना हुई।
- परिणाम: इस घटना के बाद चुनावी माहौल गरमा गया और सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
अन्य चुनावी अपडेट
- झारखंड के अलावा 10 राज्यों की 31 विधानसभा सीटों और केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर भी मतदान संपन्न हुआ।
झारखंड और राजस्थान के चुनावी घटनाक्रम ने पूरे देश का ध्यान आकर्षित किया है। झारखंड में जहां वोटर्स ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, वहीं राजस्थान में उपचुनाव के दौरान हुई घटना ने प्रशासन को सतर्क कर दिया है।
बिहार में दिखी सियासी गर्मजोशी: नीतीश कुमार ने दूसरी बार PM मोदी के पैर छुए, दरभंगा AIIMS का शिलान्यास
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 5 महीने में दूसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पैर छूकर उन्हें प्रणाम किया। यह घटना दरभंगा AIIMS के शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान हुई, जहां PM मोदी ने 12,000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स की शुरुआत की।
नीतीश कुमार और PM मोदी की मुलाकात
- दरभंगा AIIMS कार्यक्रम: नीतीश कुमार ने अपने भाषण के बाद PM मोदी के पैर छुए। इसके बाद, प्रधानमंत्री मोदी ने खुद नीतीश कुमार को उनकी कुर्सी तक ले जाकर बैठाया।
- पहले भी पैर छू चुके हैं: इससे पहले 7 जून को दिल्ली में NDA की बैठक के दौरान भी नीतीश ने PM मोदी के पैर छुए थे।
दरभंगा AIIMS: बिहार को एक नई सौगात
- दरभंगा AIIMS की नींव: PM मोदी ने ₹1261 करोड़ की लागत से बनने वाले 750 बेड के दरभंगा AIIMS का शिलान्यास किया। यह राज्य का दूसरा AIIMS होगा, जिससे लगभग 8 करोड़ लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं में लाभ मिलेगा।
- अन्य परियोजनाओं का उद्घाटन:
- काकरघाटी रेलवे स्टेशन का उन्नयन
- दिल्ली मोड़ के पास दरभंगा बायपास हॉल्ट
- शीसो रेलवे स्टेशन का वर्चुअल उद्घाटन
PM मोदी के 12,000 करोड़ के प्रोजेक्ट्स
- प्रधानमंत्री ने बिहार के लिए 12,000 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं की शुरुआत की, जो राज्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
इस कार्यक्रम ने बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है, जहां सत्तारूढ़ दलों के बीच सियासी गर्मजोशी साफ नजर आई।
IND vs SA तीसरा टी-20: भारत ने 11 रन से जीत दर्ज की, तिलक वर्मा की शानदार सेंचुरी
भारत ने 4 मैचों की टी-20 सीरीज के तीसरे मुकाबले में साउथ अफ्रीका को 11 रन से हराकर सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली है। इस मैच में तिलक वर्मा ने अपने करियर की पहली शतकीय पारी खेली।
मैच का पूरा हाल
- भारत की पारी: पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 20 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 219 रन बनाए। तिलक वर्मा ने धुआंधार 107 रन की पारी खेली, जबकि अभिषेक शर्मा ने 50 रनों का अहम योगदान दिया।
- साउथ अफ्रीका की पारी: लक्ष्य का पीछा करते हुए साउथ अफ्रीका की टीम 20 ओवर में 7 विकेट पर 208 रन ही बना सकी।
- अंत में 11 रन से जीत: भारत ने मैच को 11 रन से जीत लिया, जिससे सीरीज में 2-1 से बढ़त मिल गई।
हाइलाइट्स: कौन रहा स्टार?
- भारत की ओर से:
- तिलक वर्मा: 107 रन (शतकीय पारी)
- अभिषेक शर्मा: 50 रन
- अर्शदीप सिंह: 3 विकेट
- वरुण चक्रवर्ती: 2 विकेट
- साउथ अफ्रीका की ओर से:
- मार्को यानसन: 16 गेंदों में ताबड़तोड़ 50 रन
- हेनरिक क्लासन: 41 रन
- ऐडन मार्करम: 29 रन
- केशव महाराज और एंडिले सिमेलाने: 2-2 विकेट
मैच का नतीजा
इस जीत के साथ ही भारत ने सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली है, जिससे अंतिम मुकाबला रोमांचक हो गया है। तिलक वर्मा की सेंचुरी और अर्शदीप सिंह की बेहतरीन गेंदबाजी ने भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
अब चौथा और अंतिम टी-20 मैच सीरीज का फैसला करेगा।
ट्रम्प सरकार में बड़ी जिम्मेदारी: इलॉन मस्क और विवेक रामास्वामी को नए विभाग की कमान, फिजूलखर्ची पर लगाएंगे लगाम
अमेरिकी बिजनेसमैन इलॉन मस्क और विवेक रामास्वामी अब ट्रम्प प्रशासन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले हैं। दोनों को हाल ही में बने ‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी’ (DoGE) की जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह विभाग सरकारी खर्चों में कटौती और गैरजरूरी नियमों को समाप्त करने के लिए सरकार को सलाह देगा।
ट्रम्प की नई कैबिनेट में बड़े बदलाव
- पीट हेगसेथ: फॉक्स न्यूज के होस्ट को रक्षा मंत्री बनाया गया है।
- क्रिस्टी नियोम: वह होमलैंड सिक्योरिटी की जिम्मेदारी संभालेंगी।
- मस्क और रामास्वामी: DoGE का नेतृत्व करेंगे, जिसका मुख्य उद्देश्य सरकारी खर्चों को कम करना और प्रशासनिक सुधार करना है।
मस्क और रामास्वामी को क्यों मिली यह जिम्मेदारी?
- इलॉन मस्क: दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति माने जाने वाले मस्क ने ट्रम्प के कैंपेन के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने ट्रम्प के चुनाव प्रचार में करीब 900 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए और खुलकर उनका समर्थन किया।
- विवेक रामास्वामी: वह एक सफल दवा कंपनी के फाउंडर हैं। शुरुआत में उन्होंने ट्रम्प के खिलाफ पार्टी के प्राइमरी चुनाव में हिस्सा लिया था, लेकिन बाद में नामांकन वापस लेकर ट्रम्प का समर्थन किया।
डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DoGE) का उद्देश्य
- फिजूलखर्ची में कटौती: सरकारी खर्चों को नियंत्रित करना और बेकार के नियम-कानून को खत्म करना।
- प्रशासनिक सुधार: सरकारी विभागों की कार्यप्रणाली को अधिक प्रभावी बनाना और सेवाओं को बेहतर बनाना।
ट्रम्प का यह कदम प्रशासनिक सुधार की दिशा में एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है, जिसमें मस्क और रामास्वामी जैसे अनुभवी व्यक्तित्वों का जुड़ना काफी महत्वपूर्ण है।
इस फैसले से ट्रम्प प्रशासन को एक नई दिशा मिलने की उम्मीद है, जो सरकारी तंत्र को अधिक कुशल और पारदर्शी बनाने में सहायक होगा।
10 साल में भारतीय परिवारों की संपत्ति में ₹717 लाख करोड़ का इजाफा, 11% कमाई शेयर बाजार से: रिपोर्ट
अमेरिकी फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले एक दशक में भारतीय परिवारों की कुल संपत्ति में ₹717 लाख करोड़ का इजाफा हुआ है। इसमें से 11% कमाई इक्विटी यानी शेयर बाजार से हुई है, जो प्रॉपर्टी और गोल्ड के मुकाबले ज्यादा फायदेमंद साबित हुई है।
रिपोर्ट के प्रमुख बिंदु
- संपत्ति में वृद्धि: पिछले 10 सालों में भारतीय परिवारों की कुल संपत्ति में ₹717 लाख करोड़ की बढ़ोतरी हुई है।
- इक्विटी से कमाई: इस वृद्धि का 11% हिस्सा शेयर बाजार से आया है, जो प्रॉपर्टी और गोल्ड की तुलना में अधिक लाभदायक रहा।
- 25 साल का रुझान: पिछले 25 सालों में किसी भी 5 साल की अवधि में इक्विटी ने अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में सबसे ज्यादा रिटर्न दिया है।
भारतीय निवेशकों की बदलती रणनीति
- प्रॉपर्टी और गोल्ड से हटकर इक्विटी की ओर रुझान: भारतीय निवेशकों ने पारंपरिक निवेश (जैसे प्रॉपर्टी और सोना) से हटकर अब शेयर बाजार में अधिक निवेश किया है, जिससे बेहतर रिटर्न हासिल हुआ है।
- लॉन्ग-टर्म रिटर्न: मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट के मुताबिक, दीर्घकालिक निवेश की दृष्टि से इक्विटी ने भारतीय परिवारों की संपत्ति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
इस रिपोर्ट से यह साफ है कि भारतीय निवेशकों का विश्वास शेयर बाजार पर बढ़ रहा है, जिससे भविष्य में इक्विटी में निवेश के और बढ़ने की उम्मीद है।