नमस्कार,
कल की बड़ी खबर मंदिर-मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की रही। दो खबरें दिल्ली विधानसभा चुनाव से जुड़ी रहीं।
आज के प्रमुख इवेंट्स:
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रयागराज दौरा:
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेंगे।
- वह ₹6670 करोड़ के डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स का लॉन्च करेंगे, जो शहर की इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाओं को बेहतर बनाएंगे।
- संविधान के 75 साल पूरे होने पर संसद में चर्चा:
- आज संविधान के 75 साल पूरे होने पर संसद में महत्वपूर्ण चर्चा होगी।
- भा.ज.पा. और कांग्रेस ने सभी लोकसभा सांसदों को इस चर्चा में हाजिर रहने का निर्देश दिया है, जो संविधान की महत्वपूर्ण भूमिका और बदलावों पर ध्यान केंद्रित करेगा।
अब कल की बड़ी खबरें…
मंदिर-मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा आदेश: निचली अदालतों को फैसलों और सर्वे पर रोक
सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर-मस्जिद विवादों से जुड़े मामलों पर एक अहम आदेश दिया है। कोर्ट ने कहा है कि निचली अदालतें इस प्रकार के मामलों में कोई फैसला न सुनाएं और न ही सर्वे कराने का आदेश दें। साथ ही, कोर्ट ने नए विवादों को लेकर याचिकाएं दायर करने पर भी रोक लगा दी है।
चीफ जस्टिस संजीव खन्ना की अगुआई में बेंच ने यह निर्देश दिया। यह आदेश ‘प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट, 1991’ पर सुनवाई के दौरान दिया गया। इसके साथ ही, सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को 4 हफ्तों के भीतर जवाब दाखिल करने के लिए कहा है।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के मुख्य बिंदु:
- निचली अदालतों को रोक: मंदिर-मस्जिद विवाद से जुड़े मामलों में कोई फैसला न दें और सर्वे का आदेश भी न जारी करें।
- नई याचिकाओं पर रोक: इस तरह के नए विवादों से जुड़ी याचिकाएं दायर करने पर रोक।
- केंद्र से जवाब तलब: केंद्र सरकार को 4 हफ्तों के भीतर इस मुद्दे पर जवाब देने का निर्देश।
यह आदेश ऐसे समय में आया है जब देश में मंदिर-मस्जिद विवाद से जुड़े कई मामलों पर बहस हो रही है।
दिल्ली सरकार की ‘महिला सम्मान योजना’: हर महीने ₹1000, चुनाव के बाद बढ़कर ₹2100
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार ने महिलाओं के लिए बड़ी घोषणा की है। 18 साल और उससे अधिक उम्र की महिलाओं को हर महीने ₹1000 देने का ऐलान किया गया है। यह योजना ‘महिला सम्मान योजना’ के तहत लागू की जाएगी। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि चुनाव के बाद इस राशि को बढ़ाकर ₹2100 कर दिया जाएगा।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- योजना का लाभ: 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र की सभी महिलाओं को ₹1000 प्रति माह मिलेगा।
- राशि में बढ़ोतरी: चुनाव के बाद इस रकम को ₹2100 किया जाएगा।
- चुनाव की तैयारी: फरवरी 2025 में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए AAP बिना किसी गठबंधन के चुनाव लड़ेगी।
- उम्मीदवार घोषित: पार्टी ने अब तक 31 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं।
महिला सम्मान योजना के इस ऐलान को AAP की चुनावी रणनीति के अहम हिस्से के तौर पर देखा जा रहा है।
दिल्ली चुनाव: कांग्रेस की पहली सूची जारी, केजरीवाल के खिलाफ संदीप दीक्षित मैदान में
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 21 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। नई दिल्ली सीट से कांग्रेस ने संदीप दीक्षित को टिकट दिया है, जो आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। हालांकि, AAP ने अभी तक इस सीट पर केजरीवाल की उम्मीदवारी की घोषणा नहीं की है।
प्रमुख उम्मीदवारों की सूची:
- नई दिल्ली: संदीप दीक्षित (केजरीवाल के खिलाफ)
- बादली: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव
- बल्लीमारान: पूर्व मंत्री हारून यूसुफ
- पटपड़गंज: पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार
कांग्रेस ने इस सूची के साथ चुनावी मैदान में अपनी रणनीति का संकेत दिया है। सभी प्रमुख सीटों पर कांग्रेस ने मजबूत प्रत्याशी उतारे हैं, जिससे दिल्ली विधानसभा चुनाव दिलचस्प होने की उम्मीद है।
वन नेशन-वन इलेक्शन: कैबिनेट से मंजूरी, जल्द संसद में पेश होगा बिल
केंद्रीय कैबिनेट ने वन नेशन-वन इलेक्शन (एक देश-एक चुनाव) बिल को मंजूरी दे दी है। सूत्रों के अनुसार, यह बिल अगले हफ्ते संसद में पेश किया जाएगा। बिल को आगे की चर्चा के लिए जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (JPC) के पास भेजा जाएगा ताकि इस पर आम सहमति बनाई जा सके।
बिल के मुख्य प्रावधान:
- एक साथ चुनाव का प्रस्ताव: लोकसभा, राज्य विधानसभाओं और स्थानीय निकायों के चुनाव एक साथ कराए जाएंगे।
- संभावित समय-सीमा: अगर यह बिल पास हो गया, तो 2029 तक पूरे देश में एक साथ चुनाव कराए जाएंगे।
क्या यह पहली बार हो रहा है?
नहीं, आजादी के बाद 1952, 1957, 1962 और 1967 में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ हुए थे। लेकिन 1968-69 में कुछ विधानसभाएं और 1970 में लोकसभा भंग होने के कारण यह परंपरा टूट गई।
विपक्ष का विरोध:
- ममता बनर्जी (मुख्यमंत्री, पश्चिम बंगाल):
“हमारे सांसद इस क्रूर कानून का विरोध करेंगे। बंगाल दिल्ली की तानाशाही के आगे नहीं झुकेगा।” - अखिलेश यादव (सपा अध्यक्ष):
“वन नेशन-वन इलेक्शन लोकतंत्र के खिलाफ षड्यंत्र है। इससे सत्ता पक्ष पूरे देश पर कब्जा करना चाहता है।”
राजनीतिक असर
यह बिल देश की चुनावी प्रक्रिया में व्यापक बदलाव ला सकता है। हालांकि, इस प्रस्ताव पर सत्ताधारी दल और विपक्ष के बीच कड़ा विरोध और बहस जारी है।
18 साल के डी गुकेश बने सबसे युवा वर्ल्ड चेस चैंपियन, डिंग लिरेन को हराया
भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने इतिहास रचते हुए वर्ल्ड चेस चैंपियन का खिताब जीत लिया है। महज 18 साल की उम्र में यह उपलब्धि हासिल करने वाले गुकेश सबसे युवा वर्ल्ड चैंपियन बन गए हैं। उन्होंने फाइनल मुकाबले के 14वें गेम में चीन के डिफेंडिंग चैंपियन डिंग लिरेन को 7.5-6.5 से हराया।
दूसरे भारतीय वर्ल्ड चैंपियन
गुकेश से पहले यह खिताब जीतने वाले एकमात्र भारतीय खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद थे, जिन्होंने 2012 में यह खिताब जीता था।
डी गुकेश कौन हैं?
- पूरा नाम: डोम्माराजू गुकेश
- जन्म: 7 मई 2006, चेन्नई
- शतरंज की शुरुआत: 7 साल की उम्र में
- शुरुआती कोच: भास्कर नागैया, जो इंटरनेशनल चेस खिलाड़ी और चेन्नई में होम ट्यूटर हैं।
- आगे की कोचिंग: वर्ल्ड चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने उन्हें प्रशिक्षित किया।
गुकेश की इस ऐतिहासिक जीत ने भारत को अंतरराष्ट्रीय चेस में एक बार फिर गौरवान्वित किया है।
झांसी में विदेशी फंडिंग केस: NIA की कस्टडी से मुफ्ती को भीड़ ने छुड़ाया
उत्तर प्रदेश के झांसी में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की हिरासत से एक मुफ्ती को उनके समर्थकों ने छुड़ा लिया। विदेशी फंडिंग मामले की जांच के लिए NIA ने यूपी ATS के साथ मुफ्ती खालिद नदवी के घर पर छापा मारा था। करीब 8 घंटे की तलाशी और पूछताछ के बाद मुफ्ती को हिरासत में लिया गया।
कैसे हुई घटना?
- जब NIA टीम मुफ्ती को लेकर जा रही थी, तभी 200 से ज्यादा समर्थकों, जिनमें ज्यादातर महिलाएं थीं, ने टीम को घेर लिया।
- इस विरोध के दौरान समर्थकों ने मुफ्ती को कस्टडी से छुड़ा लिया।
- भीड़ ने मुफ्ती को फातिमा मस्जिद में ले जाकर शरण दी।
मामले की गंभीरता
NIA विदेशी फंडिंग से जुड़े संदिग्ध गतिविधियों की जांच कर रही है। इस घटना ने सुरक्षा एजेंसियों के सामने नई चुनौती खड़ी कर दी है।
AI इंजीनियर सुसाइड केस: बेंगलुरु में कैंडल मार्च, पुलिस जांच के लिए जौनपुर पहुंची
बेंगलुरु के AI इंजीनियर अतुल सुभाष की खुदकुशी के विरोध में मराठहल्ली इलाके में इंजीनियरों ने कैंडल मार्च निकाला। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि महिलाओं के उत्पीड़न के खिलाफ कानून तो हैं, लेकिन पुरुषों की सुरक्षा के लिए कोई ठोस कानून नहीं है।
क्या है मामला?
- 9 दिसंबर को AI इंजीनियर अतुल सुभाष ने आत्महत्या की।
- सुसाइड नोट में उन्होंने पत्नी और सास पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया।
- 11 दिसंबर को अतुल की पत्नी, सास और दो अन्य लोगों के खिलाफ FIR दर्ज हुई।
पुलिस जांच:
- बेंगलुरु पुलिस इस मामले की जांच के लिए उत्तर प्रदेश के जौनपुर पहुंची है।
- जौनपुर में अतुल की पत्नी निकिता का घर है।
- पुलिस को जानकारी मिली है कि निकिता की सास और साला पहले ही घर छोड़कर फरार हो चुके हैं।
सामाजिक मुद्दा:
इस घटना ने पुरुषों के अधिकारों और मानसिक प्रताड़ना से जुड़े कानूनों को लेकर नई बहस छेड़ दी है। इंजीनियरों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए पुरुषों की सुरक्षा के लिए भी सख्त कानून बनने चाहिए।
नवंबर में रिटेल महंगाई घटी, 5.48% पर पहुंची; अक्टूबर में थी 14 महीने के उच्चतम स्तर पर
नवंबर 2023 में रिटेल महंगाई दर घटकर 5.48% हो गई है। यह अक्टूबर की तुलना में 0.73% कम है। अक्टूबर में रिटेल महंगाई 6.21% पर थी, जो पिछले 14 महीनों में सबसे अधिक थी।
महंगाई के घटने की वजह:
- खाने-पीने की वस्तुओं की कीमतों में कमी।
- महंगाई के बास्केट में लगभग 50% योगदान खाने-पीने की चीजों का होता है।
महंगाई कैसे बढ़ती-घटती है?
- डिमांड और सप्लाई:
- यदि लोगों के पास पैसे अधिक होते हैं, तो वे अधिक खरीदारी करते हैं।
- इससे चीजों की डिमांड बढ़ती है।
- सप्लाई कम होने पर कीमतें बढ़ जाती हैं।
- उदाहरण:
- फसल उत्पादन कम होने पर खाद्य वस्तुओं की कीमतें बढ़ती हैं।
- सप्लाई बेहतर होने पर कीमतें गिरती हैं।
महंगाई में कमी से आम लोगों को राहत मिली है, लेकिन कीमतों में स्थिरता के लिए डिमांड और सप्लाई का संतुलन बनाए रखना जरूरी है।
डोनाल्ड ट्रम्प बने ‘टाइम पर्सन ऑफ द ईयर’, मस्क और नेतन्याहू को पछाड़ा
टाइम मैगजीन ने अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को 2024 के लिए ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ चुना है। ट्रम्प इससे पहले भी 2016 में यह सम्मान पा चुके हैं। इस बार इस खिताब के लिए उनके साथ कमला हैरिस, इलॉन मस्क, बेंजामिन नेतन्याहू और वेल्स की राजकुमारी केट मिडलटन जैसे प्रमुख दावेदार थे।
ट्रम्प का सम्मान:
- ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ चुने जाने के बाद ट्रम्प अब न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज के ट्रेडिंग डे की शुरुआती बेल बजाएंगे।
- उनके राजनीतिक फैसले और नीतियों ने उन्हें वैश्विक चर्चा का केंद्र बनाए रखा।
महात्मा गांधी का गौरव:
- महात्मा गांधी साल 1930 में ‘टाइम पर्सन ऑफ द ईयर’ चुने गए थे।
- वे टाइम मैगजीन के कवर पेज पर जगह पाने वाले इकलौते भारतीय हैं।
डोनाल्ड ट्रम्प का फिर से ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ बनना उनकी बढ़ती राजनीतिक पकड़ और प्रभाव को दर्शाता है।