नमस्कार,
कल की बड़ी खबर अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव की रही, रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रम्प एक बार फिर राष्ट्रपति चुने गए हैं। एक खबर हायर एजुकेशन के लोन को लेकर मोदी कैबिनेट के फैसले की रही।
आज के प्रमुख इवेंट्स:
- छठ पूजा: बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में छठ पूजा के अवसर पर भक्त शाम को डूबते सूरज को अर्घ्य देंगे। यह पर्व आस्था और सूर्य उपासना का प्रतीक है और लाखों श्रद्धालु इस मौके पर घाटों पर एकत्रित होंगे।
- शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार: बिहार की प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा का पटना में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। शारदा सिन्हा ने बिहार के लोक संगीत को नई पहचान दिलाई थी, और उनके निधन पर शोक की लहर है।
अब कल की बड़ी खबरें…
ट्रम्प फिर बने अमेरिका के राष्ट्रपति, मोदी ने दी जीत की बधाई, बोले- भारत का सच्चा दोस्त
डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर अमेरिकी राष्ट्रपति का पद हासिल कर लिया है। रिपब्लिकन पार्टी ने 538 में से 277 सीटें जीतकर बहुमत हासिल कर लिया है, जो कि 270 सीटों की आवश्यक सीमा से 7 सीटें ज्यादा है। वहीं, डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस को 224 सीटें मिलीं।
यह ट्रम्प की दूसरी जीत है; उन्होंने पहले 2016 में चुनाव जीता था, लेकिन 2020 में जो बाइडेन से हार गए थे। इस बार के चुनाव में राष्ट्रपति पद के साथ ही अमेरिकी संसद के दोनों सदनों – सीनेट और हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स – के चुनाव भी हुए।
PM मोदी का फोन, ट्रम्प ने जताया दोस्ती का भाव
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रम्प को फोन पर जीत की बधाई दी। ट्रम्प ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मैं मोदी और भारत को अपना सच्चा दोस्त मानता हूं।”
सीनेट में रिपब्लिकन का बहुमत
अमेरिकी संसद का ऊपरी सदन सीनेट है, जिसमें कुल 100 सीटें हैं और हर राज्य से 2 सीनेटर चुने जाते हैं। इस बार सीनेट की 34 सीटों पर चुनाव हुए, जिनमें से रिपब्लिकन पार्टी ने 52 सीटें जीतकर बहुमत हासिल कर लिया है।
हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में रिपब्लिकन बढ़त पर
संसद का निचला सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स है, जिसमें सभी 435 सीटों पर चुनाव हुए। रिपब्लिकन पार्टी ने अब तक 198 सीटें जीत ली हैं, जबकि डेमोक्रेटिक पार्टी ने 178 सीटें हासिल की हैं।
J&K विधानसभा में अनुच्छेद 370 बहाली का प्रस्ताव पास, BJP विधायकों का विरोध और हंगामा
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में राज्य का विशेष दर्जा (अनुच्छेद 370) बहाल करने का प्रस्ताव पास किया गया। इस प्रस्ताव का BJP विधायकों ने कड़ा विरोध किया, नारेबाजी की और प्रस्ताव की प्रतियां फाड़ दीं। उनका कहना था कि “नेशनल कॉन्फ्रेंस जम्मू-कश्मीर के लोगों को भ्रमित कर रही है। कोई भी विधानसभा अनुच्छेद 370 और 35A को वापस नहीं ला सकती।”
नेशनल कॉन्फ्रेंस का वादा
विधानसभा चुनाव से पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अपने मेनिफेस्टो में अनुच्छेद 370 बहाली का वादा किया था। केंद्र सरकार ने 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा समाप्त कर इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों—जम्मू-कश्मीर और लद्दाख—में विभाजित कर दिया था।
PM विद्यालक्ष्मी योजना को मंजूरी, हायर एजुकेशन के लोन पर 75% क्रेडिट गारंटी
मोदी कैबिनेट ने ₹3600 करोड़ की PM विद्यालक्ष्मी योजना को मंजूरी दे दी है, जिसका उद्देश्य हायर एजुकेशन के लिए लोन पर क्रेडिट गारंटी प्रदान करना है। इस योजना के तहत, देश में पढ़ाई के लिए ₹7.5 लाख तक के लोन पर केंद्र सरकार 75% क्रेडिट गारंटी देगी, जिससे 860 उच्च शिक्षा केंद्रों में पढ़ने वाले करीब 22 लाख छात्र लाभान्वित होंगे। वहीं, विदेश में पढ़ाई के लिए ₹15 लाख तक का लोन भी उपलब्ध होगा।
कैसे करें आवेदन
विद्यालक्ष्मी योजना के तहत छात्रवृत्ति और एजुकेशन लोन से जुड़ी जानकारी और आवेदन की प्रक्रिया आधिकारिक वेबसाइट (vidyalakshmi.co.in/Students/) पर उपलब्ध है। आवेदन के लिए पहले रजिस्ट्रेशन करना होगा, फिर ऐप्लीकेशन फॉर्म भरना होगा। इस योजना से 13 बैंक जुड़े हैं जो 22 प्रकार के एजुकेशन लोन उपलब्ध कराते हैं।
MP के 54 जिलों में 3500 जगहों पर प्रॉपर्टी महंगी, भोपाल में फिलहाल फैसला टला
मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य के 54 जिलों में 3500 लोकेशंस पर प्रॉपर्टी के रेट बढ़ाने का फैसला लिया है। इन जिलों के कलेक्टर्स ने स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन चार्ज बढ़ाने के प्रस्ताव भेजे थे, जिनमें इंदौर और ग्वालियर के कई इलाकों में प्रॉपर्टी के दाम 3% तक बढ़ गए हैं, जबकि ग्वालियर के कुछ क्षेत्रों में यह वृद्धि 2% तक रही है।
भोपाल में फैसला टलने की वजह
भोपाल में फिलहाल प्रॉपर्टी की कीमतें स्थिर रखी गई हैं। भोपाल के सांसद आलोक शर्मा ने प्रॉपर्टी दरों में वृद्धि का विरोध किया था और इस मुद्दे पर वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा से मुलाकात की थी। इसके अलावा, भोपाल क्रेडाई (कन्फेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया) ने भी इस फैसले पर आपत्ति जताई। अब भोपाल कलेक्टर पहले क्रेडाई का पक्ष सुनेंगे और फिर प्रॉपर्टी दरों पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
10 साल बाद कोहली टॉप-20 टेस्ट रैंकिंग से बाहर, रोहित भी 26वें स्थान पर, पंत और यशस्वी टॉप-10 में
भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली आईसीसी टेस्ट बैटर्स रैंकिंग में टॉप-20 से बाहर हो गए हैं। यह उनके करियर में एक दशक बाद हुआ है; पिछली बार वह 2014 में इंग्लैंड के खिलाफ खराब प्रदर्शन के कारण टॉप-20 से बाहर हुए थे।
लेटेस्ट रैंकिंग में रोहित शर्मा भी टॉप-25 से बाहर होकर 26वें स्थान पर पहुंच गए हैं। वहीं, भारतीय बल्लेबाज ऋषभ पंत और यशस्वी जयसवाल ने शानदार प्रदर्शन करते हुए टॉप-10 में जगह बनाई है।
बॉलर्स रैंकिंग में अश्विन की बढ़त
भारतीय बॉलर्स की बात करें तो रविचंद्रन अश्विन ने बॉलर्स रैंकिंग में पांचवां स्थान हासिल कर लिया है।
सुप्रीम कोर्ट ने UP सरकार को लगाई फटकार, कहा- ‘बिना नोटिस रातों-रात घर नहीं गिरा सकते’
सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार के बुलडोजर एक्शन पर सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि किसी के घर को बिना नोटिस के गिराना मनमानी है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अदालत ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “बुलडोजर लेकर रातों-रात घर गिराना अराजकता है।” इसके साथ ही कोर्ट ने आदेश दिया कि यूपी सरकार पीड़ित को 25 लाख रुपए का मुआवजा दे।
क्या है पूरा मामला?
2019 में यूपी के महाराजगंज जिले में सड़क चौड़ीकरण के लिए प्रशासन ने बुलडोजर का इस्तेमाल किया था। याचिकाकर्ता का कहना है कि NHAI और जिला प्रशासन ने बिना किसी पूर्व सूचना के उनके घर की 3.7 मीटर जमीन को हाईवे की जमीन बताते हुए पीली लाइन खींच दी। याचिकाकर्ता ने अपना हिस्सा खुद ही तोड़ने का प्रयास किया, लेकिन डेढ़ घंटे के अंदर प्रशासन ने बुलडोजर लाकर उनके पूरे घर को ढहा दिया।
यमुना किनारे छठ पूजा पर रोक, दिल्ली हाईकोर्ट ने अनुमति देने से किया इनकार
दिल्ली हाईकोर्ट ने यमुना तट पर छठ पूजा की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। कोर्ट ने यह फैसला प्रदूषित पानी के कारण लोगों की सेहत पर पड़ने वाले संभावित खतरे को देखते हुए लिया। सुनवाई के दौरान दिल्ली सरकार ने जानकारी दी कि राजधानी में 1000 स्थानों पर छठ पूजा की व्यवस्था की गई है, जहां श्रद्धालु पूजा कर सकते हैं।
याचिका का विवरण
छठ पूजा की अनुमति की मांग पूर्वांचल नव निर्माण संस्थान ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर की थी। गौरतलब है कि दिल्ली सरकार ने कोविड के दौरान यमुना में स्नान पर प्रतिबंध लगाया था। 29 अक्टूबर 2021 के नोटिफिकेशन के तहत यमुना किनारे पूजा करने पर भी रोक लगा दी गई थी। हाईकोर्ट में इस फैसले को चुनौती दी गई थी, लेकिन कोर्ट ने यमुना किनारे पूजा की अनुमति देने से इनकार कर दिया।