AIN NEWS 1 | मध्य प्रदेश के कटनी जिले से स्वतंत्रता दिवस के दिन एक विवादित घटना सामने आई है। यहां 15 अगस्त को विजयराघवगढ़ किले में आयोजित सरकारी ध्वजारोहण समारोह में बीजेपी विधायक संजय पाठक ने अनजाने में उल्टा तिरंगा फहरा दिया। यह क्षण कैमरे में कैद हो गया और देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
इस घटना ने स्थानीय स्तर पर ही नहीं बल्कि प्रदेश की राजनीति में भी हलचल मचा दी। मामला तिरंगे से जुड़ा होने के कारण लोगों की भावनाएं आहत हुईं और विधायक को सफाई देनी पड़ी।
कटनी में बीजेपी विधायक ने फहराया उल्टा तिरंगा… pic.twitter.com/jFwWVx83yR
— Zaheen Raza (@RazaZaheen) August 16, 2025
विधायक की सफाई: तुरंत सुधारा गया तिरंगा
वायरल वीडियो सामने आने के बाद विधायक संजय पाठक ने अपनी सफाई दी। उनका कहना है कि जैसे ही उन्हें एहसास हुआ कि तिरंगा उल्टा फहराया गया है, तुरंत झंडे को नीचे उतारा गया और सही तरीके से पुनः ध्वजारोहण किया गया।
उन्होंने कहा कि उनकी नीयत पर सवाल उठाना गलत है। यह एक मानवीय भूल नहीं थी बल्कि उन्हें शक है कि यह साजिशन किया गया।
कलेक्टर को लिखा पत्र, साजिश की बात
संजय पाठक ने इस मामले को गंभीर मानते हुए कटनी कलेक्टर को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने आरोप लगाया कि यह सिर्फ एक लापरवाही नहीं बल्कि जानबूझकर की गई हरकत हो सकती है।
विधायक ने लिखा:
“कार्यक्रम में जिस कर्मचारी को ध्वज बांधने की जिम्मेदारी दी गई थी, उसने जानबूझकर झंडे को उल्टा बांधा। यह राष्ट्रीय ध्वज का अपमान है और इसके पीछे गंभीर साजिश की आशंका है।”
झंडा संहिता का उल्लंघन और जनता की भावनाएं
संजय पाठक ने आगे कहा कि यह घटना राष्ट्रीय ध्वज संहिता का उल्लंघन है। इससे न केवल उनकी छवि पर सवाल उठे बल्कि जनता की भावनाएं भी आहत हुईं।
उन्होंने पत्र में लिखा:
“झंडा ध्वजारोहण से पहले गोल लपेटकर बांधा गया था। जैसे ही मैंने रस्सी खींची और झंडा खुला तो वह उल्टा निकला। मैंने तुरंत इसे ठीक कराया और पुनः फहराया। लेकिन यह घटना बेहद असम्मानजनक स्थिति थी।”
उन्होंने प्रशासन से मांग की कि इस घटना की निष्पक्ष जांच कराई जाए और दोषी अधिकारियों/कर्मचारियों पर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में इस तरह की लापरवाही न हो।
वायरल वीडियो से मचा बवाल
घटना के तुरंत बाद इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसमें साफ दिख रहा है कि झंडा उल्टा बंधा हुआ था और विधायक ने रस्सी खींचते ही वह उल्टा लहरा गया। वीडियो पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रियाएं दीं। कई लोगों ने इसे गंभीर लापरवाही करार दिया तो कुछ ने इसे राष्ट्रीय ध्वज का अपमान बताया।
राजनीतिक विरोधियों ने भी इसे बड़ा मुद्दा बना लिया और विधायक को घेरने की कोशिश की।
विधायक का राजनीतिक करियर और पृष्ठभूमि
संजय पाठक कटनी जिले के विजयराघवगढ़ से बीजेपी विधायक हैं। वह पहले मंत्री भी रह चुके हैं और प्रदेश की राजनीति में उनका खासा प्रभाव है। इस घटना से उनकी छवि को नुकसान पहुंचा है, इसलिए उन्होंने तुरंत मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच और कार्रवाई की मांग की।
तिरंगे का सम्मान: केवल औपचारिकता नहीं
यह घटना एक बार फिर इस बात को याद दिलाती है कि राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान केवल औपचारिकता नहीं बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है। स्वतंत्रता दिवस या गणतंत्र दिवस जैसे अवसरों पर झंडा फहराने से पहले पूरी सावधानी बरतनी जरूरी है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर झंडा उल्टा फहराया गया तो यह केवल तकनीकी गलती नहीं मानी जाएगी, बल्कि इसे राष्ट्रीय ध्वज का अपमान समझा जाएगा। इसलिए ध्वजारोहण से पहले इसकी जिम्मेदारी संभालने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को पूरी सतर्कता बरतनी चाहिए।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
हालांकि अभी तक विपक्ष की ओर से औपचारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सोशल मीडिया पर विपक्षी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इसे भाजपा की लापरवाही बताया है। उनका कहना है कि जो लोग खुद को राष्ट्रवाद का ठेकेदार बताते हैं, उनके नेतृत्व में ही राष्ट्रीय ध्वज के साथ ऐसा असम्मानजनक व्यवहार हुआ।
आगे क्या?
अब सबकी निगाहें प्रशासन और जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं। अगर यह केवल लापरवाही पाई जाती है तो जिम्मेदार कर्मचारी पर कार्रवाई होगी। लेकिन अगर सचमुच इसमें किसी तरह की साजिश का एंगल निकलता है तो यह मामला और भी गंभीर हो सकता है।
कटनी में बीजेपी विधायक संजय पाठक द्वारा अनजाने में उल्टा तिरंगा फहराए जाने की घटना ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। विधायक ने इसे साजिश करार देते हुए तुरंत सफाई दी और कलेक्टर से जांच की मांग की है।
यह घटना हमें यह याद दिलाती है कि तिरंगे का सम्मान सर्वोपरि है और ध्वज फहराने जैसे पवित्र कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही देश की भावनाओं को आहत कर सकती है। अब देखना यह होगा कि जांच के बाद सच्चाई क्या सामने आती है और दोषियों पर कैसी कार्रवाई होती है।



















