Muzaffarnagar Police Crackdown on Kanwar Bikers Using Loud Modified Bikes Without Silencers
मुजफ्फरनगर में सख्ती: बिना साइलेंसर बाइक चलाने वाले कांवड़ियों पर पुलिस की कड़ी कार्रवाई
AIN NEWS 1: कांवड़ यात्रा के दौरान ट्रैफिक नियमों की अनदेखी अब भारी पड़ रही है। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में पुलिस ने बिना साइलेंसर वाली मोटरसाइकिलें चलाने वाले कांवड़ियों पर सख्ती से कार्रवाई शुरू कर दी है। प्रशासन का मकसद यात्रा को शांतिपूर्ण और सुरक्षित बनाना है।
बिना साइलेंसर बाइक चलाना पड़ा महंगा
पिछले दिनों दिल्ली-देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-58) पर कई कांवड़िए तेज आवाज वाली बाइकों पर सवार होकर नियमों की धज्जियां उड़ाते दिखे। पुलिस ने इस पर सख्ती दिखाते हुए 15 से ज्यादा बाइकों को जब्त कर लिया है। ये सभी बाइकें बिना साइलेंसर के चलाई जा रही थीं, जिससे तेज और कानफाड़ू शोर हो रहा था।
एसपी सत्यनारायण प्रजापत ने दी चेतावनी
मुजफ्फरनगर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सत्यनारायण प्रजापत ने कहा कि जो भी श्रद्धालु नियमों का उल्लंघन करता पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि शहर में ध्वनि प्रदूषण और यातायात बाधा को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
एसपी ने कहा, “हमने पहले ही चेतावनी दी थी कि बिना साइलेंसर और ज़ोर की आवाज़ वाली बाइकों का इस्तेमाल न किया जाए। बावजूद इसके कुछ लोग लापरवाही बरत रहे हैं, इसलिए अब कार्रवाई की जा रही है।”
मॉडिफाइड साइलेंसर बेचने वाला दुकानदार गिरफ्तार
कार्रवाई सिर्फ सवारियों तक ही सीमित नहीं है। पुलिस ने ‘हनी’ नामक एक दुकानदार को भी गिरफ्तार किया है, जो अवैध रूप से मॉडिफाइड साइलेंसर बेच रहा था। उसके पास से 12 गैर-कानूनी साइलेंसर बरामद किए गए हैं। पुलिस का मानना है कि ऐसे दुकानदार इन बाइकों की अवैध मॉडिफिकेशन के लिए जिम्मेदार हैं।
हाईवे पर निगरानी और विशेष योजना
यात्रा मार्ग पर भी विशेष निगरानी की जा रही है। खासकर दिल्ली-देहरादून हाईवे, जहां हर साल बड़ी संख्या में कांवड़िए आते हैं, वहां पुलिस ने स्पेशल ट्रैफिक प्लान लागू किया है। इसके तहत प्रमुख रूटों पर पुलिस बल की तैनाती की गई है और ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए विशेष उपाय किए गए हैं।
मेरठ जोन के एडीजी ने किया निरीक्षण
इस बीच मेरठ जोन के एडीजी भानु भास्कर देर शाम मुजफ्फरनगर पहुंचे और यात्रा व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और निर्देश दिए कि किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए।
एडीजी भास्कर ने कहा, “हमारी प्राथमिकता कांवड़ियों की सुरक्षा और जनता की सुविधा है। इसके लिए सभी को ट्रैफिक नियमों का पालन करना जरूरी है। यदि कोई नियम तोड़ता है, तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
श्रद्धालुओं को दी गई सलाह
पुलिस और प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे धार्मिक भावनाओं के साथ-साथ कानून का भी सम्मान करें। खासतौर पर मोटरसाइकिल सवारों से कहा गया है कि वे स्टंट, रेसिंग और तेज आवाज वाली गाड़ियों से बचें। पुलिस ने जगह-जगह सूचना बोर्ड, प्रचार वाहन और स्वयंसेवकों के माध्यम से जागरूकता अभियान भी चलाया है।
एडवाइजरी में क्या कहा गया?
बिना साइलेंसर और तेज आवाज वाली गाड़ियां यात्रा में प्रतिबंधित हैं
मोटरसाइकिल पर दो से अधिक लोग न बैठें
स्टंट और ओवरस्पीडिंग करने वालों पर तत्काल कार्रवाई होगी
हाईवे पर ट्रैफिक को बाधित करने पर केस दर्ज किया जाएगा
दुकानदार गैर-कानूनी साइलेंसर बेचते पाए गए तो उन पर भी केस होगा
यात्रा का उद्देश्य शांति और भक्ति
कांवड़ यात्रा एक धार्मिक और आध्यात्मिक परंपरा है, जिसका उद्देश्य भगवान शिव के प्रति श्रद्धा प्रकट करना है। ऐसे में नियमों को तोड़ना इस यात्रा की पवित्रता को ठेस पहुंचा सकता है। प्रशासन यही चाहता है कि यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो और कोई अप्रिय घटना न घटे।
मुजफ्फरनगर में पुलिस ने दिखा दिया है कि कांवड़ यात्रा के नाम पर कानून तोड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। चाहे वह श्रद्धालु हो या दुकानदार, सभी पर नियम समान रूप से लागू होंगे। यह सख्ती यात्रा को व्यवस्थित और सुरक्षित रखने के लिए जरूरी है।
यदि यात्रा से जुड़े सभी लोग नियमों का पालन करें, तो यह न केवल उनके लिए बल्कि समाज के लिए भी एक सकारात्मक संदेश होगा। धार्मिक यात्रा और सामाजिक जिम्मेदारी का सामंजस्य ही इस पवित्र अवसर की सार्थकता है।
In a bold move to maintain law and order during the 2025 Kanwar Yatra, Muzaffarnagar police seized over 15 motorcycles running without silencers and arrested a shopkeeper selling modified exhausts. With the Kanwar yatra at its peak, authorities have implemented strict traffic rules, enhanced surveillance, and issued advisories for bikers and devotees to ensure a peaceful and safe pilgrimage. This proactive action reflects the Uttar Pradesh administration’s zero-tolerance policy on noise pollution and highway violations by Kanwar pilgrims.