AIN NEWS 1 | मॉरीशस में हाल ही में हुए संसदीय चुनावों में प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनाथ की हार हो गई है, जिसके बाद उन्होंने अपनी हार को स्वीकार करते हुए कहा कि उनका गठबंधन हार की दिशा में बढ़ रहा था। जुगनाथ, जो 2017 से देश के प्रधानमंत्री थे, ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “मैंने जो कुछ भी अपने देश के लिए किया, वह किया, और अब जनता ने दूसरी टीम को चुनने का फैसला किया है। मैं देश को शुभकामनाएं देता हूं।”
इस बीच, विपक्षी नेता नवीन रामगुलाम को प्रधानमंत्री बनने के लिए समर्थन प्राप्त हुआ है। नवीन रामगुलाम तीसरी बार प्रधानमंत्री के पद पर कार्यभार संभालने जा रहे हैं, और उन्हें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीत की बधाई दी है। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा, “अपने दोस्त डॉ. रामगुलाम से गर्मजोशी भरी बातचीत हुई और उन्हें उनकी ऐतिहासिक चुनावी जीत पर बधाई दी। मैंने मॉरीशस का नेतृत्व करने में उनकी बड़ी सफलता की कामना की और भारत आने का न्योता दिया। हम अपनी विशेष और अनूठी साझेदारी को मजबूत करने के लिए मिलकर काम करने को तत्पर हैं।”
मॉरीशस की संसद और चुनावी परिणाम
मॉरीशस की संसद में 62 सांसद होते हैं, और चुनाव में बहुमत हासिल करने के लिए आधे से ज्यादा सीटें जरूरी होती हैं। रविवार को हुए मतदान के बाद नवीन रामगुलाम के गठबंधन को बहुमत हासिल हुआ। चुनाव में मतदान के दौरान दोनों प्रमुख गठबंधनों ने अपने वादे किए थे कि वे मॉरीशस की जनता का जीवन बेहतर बनाने के लिए काम करेंगे।
चुनाव में गुप्त फोन कॉल लीक और विवाद
प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनाथ और उनकी सरकार को चुनाव से पहले एक बड़े विवाद का सामना करना पड़ा। हाल ही में राजनेताओं, राजनयिकों और पत्रकारों के गुप्त फोन कॉल्स ऑनलाइन लीक हो गए थे, जिससे राजनीतिक माहौल में बदलाव आया और जुगनाथ सरकार की स्थिति कमजोर हो गई।
नवीन रामगुलाम का परिवार मॉरीशस की राजनीति में अहम स्थान रखता है, और वे सिवसागर रामगुलाम के बेटे हैं, जिन्होंने पहले भी देश की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।