AIN NEWS 1 | जयपुर में सामने आया एक हाई-प्रोफाइल जासूसी मामला भारतीय सुरक्षा व्यवस्था को हिला कर रख देने वाला है। भारतीय नौसेना के अपर डिवीजन क्लर्क विशाल यादव पर पाकिस्तान के लिए खुफिया जानकारी लीक करने का गंभीर आरोप लगा है। इससे भी चौंकाने वाली बात यह है कि वह इन जानकारियों के बदले में क्रिप्टोकरेंसी के ज़रिए भुगतान लेता था और उसका संपर्क एक महिला हैंडलर से था, जो खुद को ‘प्रिया शर्मा’ बताती थी।
कोर्ट में पेश हुई जानकारी, रिमांड दो दिन और बढ़ी
विशाल यादव को 25 जून को नई दिल्ली के नौसेना भवन से गिरफ्तार किया गया था। प्रारंभिक पूछताछ के लिए जयपुर लाया गया, जहां सीजेएम कोर्ट ने पहले उसे चार दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा। अब पुलिस की मांग पर कोर्ट ने 2 जुलाई तक की अतिरिक्त रिमांड भी मंजूर कर दी है।
क्रिप्टो के जरिए भुगतान, नौसेना भवन से बाहर खींचता था दस्तावेजों की तस्वीर
जांच एजेंसियों के मुताबिक, विशाल नौसेना के संवेदनशील दस्तावेजों की फोटो खींचकर उन्हें पाकिस्तान भेजता था। चूंकि नौसेना भवन में मोबाइल फोन ले जाना प्रतिबंधित है, वह डॉक्यूमेंट को चोरी-छिपे बाहर लाता और अपनी कार में बैठकर उनका फोटो लेकर टेलीग्राम या व्हाट्सएप के ज़रिए भेज देता था। इसके बदले बिनेंस जैसे क्रिप्टो प्लेटफॉर्म पर उसे लाखों रुपये मिले हैं।
‘प्रिया शर्मा’ एक जाल, पीछे छुपा दुश्मन देश
विशाल की चैट हिस्ट्री और मोबाइल रिकॉर्ड से सामने आया है कि वह ‘प्रिया शर्मा’ नाम की महिला से लगातार संपर्क में था। हालांकि जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि यह नाम और पहचान फर्जी है, और इससे जुड़ा मोबाइल नंबर पाकिस्तान के नेटवर्क और आईपी पते से संचालित हो रहा था।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जानकारी भी लीक की
जांच एजेंसियों का दावा है कि विशाल ने भारतीय नौसेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से जुड़ी बेहद संवेदनशील जानकारी भी पाकिस्तान को भेजी। इसमें विमानों की मूवमेंट, नौसेना की रणनीतिक गतिविधियां और सुरक्षा ऑपरेशनों की बारीक जानकारियां शामिल थीं। सूत्रों के मुताबिक, यह भारत की रणनीतिक सुरक्षा व्यवस्था पर सीधा खतरा है।
सरकारी वकील का बड़ा बयान – ‘सिर्फ हैंडलर नहीं, जानकारी भी अहम’
सरकार की ओर से केस की पैरवी कर रहे स्पेशल पब्लिक प्रॉसिक्यूटर सुदेश कुमार सत्तवान ने कोर्ट में कहा, “यह पता लगाना उतना महत्वपूर्ण नहीं कि वह किसके लिए जासूसी कर रहा था, बल्कि यह ज्यादा अहम है कि वह क्या-क्या लीक कर चुका है और अब तक कितनी संवेदनशील जानकारियां दुश्मन देश के पास पहुंच चुकी हैं।”
कई दस्तावेज और चैट अभी भी जांच के घेरे में
विशाल यादव के कब्जे से बरामद मोबाइल, चैट रिकॉर्ड, बिनेंस अकाउंट और कई अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जांच जारी है। जांच एजेंसी अब यह पता लगाने में जुटी है कि क्या इस जासूसी नेटवर्क से और लोग भी जुड़े हैं।
In a shocking spy case from Jaipur, Indian Navy clerk Vishal Yadav has been arrested for leaking sensitive naval intelligence to a Pakistani handler named ‘Priya Sharma’. Investigations reveal that he used Telegram and WhatsApp to transmit classified documents and received payments via cryptocurrency platforms like Binance. The woman handler’s identity was fake and linked to Pakistani networks and IP addresses. The clerk also leaked details related to Operation Sindoor, raising major national security concerns.