AIN NEWS 1 | संसद से वक्फ संशोधन विधेयक पास होने के बाद, देशभर में इसका विरोध तेज हो गया है।
अब एनडीए (NDA) में शामिल दलों—जेडीयू, आरएलडी और एलजेपी (रामविलास)—के मुस्लिम नेताओं ने पार्टी से इस्तीफे देना शुरू कर दिए हैं।
यह स्थिति नीतीश कुमार, जयंत चौधरी और चिराग पासवान के लिए सियासी सिरदर्द बनती जा रही है।
🚨 जेडीयू से इस्तीफे पर इस्तीफे
विधेयक का समर्थन करने पर जनता दल यूनाइटेड (JDU) के अल्पसंख्यक नेता नाराज़ हो गए।
अब तक इस्तीफा देने वालों में शामिल हैं:
मो. शाहनवाज मलिक – अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ, प्रदेश सचिव
मो. तबरेज सिद्दीकी अलीग – प्रदेश महासचिव
मो. दिलशान राईन – भोजपुर से सदस्य
कासिम अंसारी – पूर्वी चंपारण, जिला चिकित्सा प्रकोष्ठ प्रवक्ता
इन नेताओं ने कहा कि पार्टी ने मुसलमानों का भरोसा तोड़ दिया।
🧭 RLD पर भी दबाव, नेताओं ने पार्टी छोड़ने का ठोका आरोप
आरएलडी (राष्ट्रीय लोक दल) के भी कई कार्यकर्ता पार्टी से नाराज़ हैं।
हापुड़ जिले के प्रमुख मोहम्मद जकी ने इस्तीफा देते हुए कहा:
“पार्टी अब मुसलमानों और वंचित वर्गों की उपेक्षा कर रही है। ईमानदार राजनीति से भटक चुकी है।”
⚠️ LJP (रामविलास) में भी नाराज़गी की लहर
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी (आर) को भी वक्फ बिल का समर्थन करना भारी पड़ रहा है।
अली आलम, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष, ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
उन्होंने इसे “मुसलमानों के खिलाफ बिल” करार दिया।
🗳️ बिहार चुनाव से पहले NDA को झटका
बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं।
ऐसे में मुस्लिम नेताओं का पार्टी छोड़ना NDA की चुनावी रणनीति पर सीधा असर डाल सकता है।
हालांकि, जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव राजीव रंजन ने कहा:
“पार्टी में सबकुछ ठीक है।”