Ainnews1.Com : नई दिल्ली नगर परिषद (NDMC) के सदस्य कुलजीत चहल ने बुधवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चार महीने से परिषद की बैठकों से नदारद रहने की वजह देते हुए उन्हें परिषद से निष्कासित करने का प्रस्ताव पेश किया है . बैठक में मौजूद अधिकारियों ने कहा कि चहल ने बुधवार को अपने एक प्रस्ताव मे यह रक्खा , एनडीएमसी अध्यक्ष ने इस पर चर्चा व मतदान के लिए अगली बैठक का समय भी दिया है.बुधवार को हुई इस बैठक में सीएम केजरीवाल भी मौजूद रहे थे . अधिकारियों ने बताया कि इस प्रस्ताव पर एनडीएमसी के चार अन्य सदस्यों ने भी अपनी सहमति जता दी है. बैठक में चहल ने कहा कि एनडीएमसी अधिनियम 1994 की धारा 8 (2) के अनुसार यदि लगातार तीन महीनों के दौरान, कोई सदस्य परिषद की अनुमति के बिना उसकी सभी बैठकों से अनुपस्थित रहे , तो परिषद केंद्र सरकार से ऐसी सीट को रिक्त घोषित करने की शिफारिश कर सकती है कियुके कहा गया प्रस्ताव में
कुलजीत चहल ने अपने प्रस्ताव में कहा कि अरविन्द केजरीवाल मुख्यमंत्री जो एनडीएमसी के पदेन सदस्य हैं और वो नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र के विधायक हैं, कथित तौर पर परिषद की अनुमति के बिना इस साल दिसंबर 2021 से इस साल मार्च तक चार महीने तक परिषद की बैठकों में शामिल बिना किसी सूचना के नहीं हुए. इसलिए एनडीएमसी अधिनियम की धारा 8 के प्रावधानों के अनुसार परिषद केंद्र सरकार से ऐसी सीट को रिक्त घोषित करने का आग्रह कर सकती है, ताकि आगे की आवश्यक कार्रवाई क़ो जल्द शुरू किया जा सके.हालांकि दिल्ली सरकार ने फिलहाल इस पर कोई प्रतिक्रिया अभी तक नहीं दी है. बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब एनडीएमसी से केजरीवाल को हटाने की बात इस प्रकार चली है. कुछ महीने पहले भी चहल ने इसी तरह का एक और मामला उठाया था, जिसके बाद सीएम पिछली दो परिषद की बैठकों में शामिल नहीं हुए थे. कानून विभाग की एक रिपोर्ट के अनुसार एनडीएमसी के पास ऐसे सदस्य की सीट रिक्त घोषित करने की केंद्र से सिफारिश करने का पूरा अधिकार है.