AIN NEWS 1: दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने 27 अगस्त से एक विशेष अभियान शुरू किया है, जिसका उद्देश्य महिला कोच में पुरुषों के गैरकानूनी तरीके से प्रवेश को रोकना है। इस अभियान के तहत, दिल्ली मेट्रो ने 10 सदस्यीय एक नई सुरक्षा टीम का गठन किया है, जिसमें सीआईएसएफ, दिल्ली रेलवे पुलिस और डीएमआरसी के सुरक्षाकर्मी शामिल हैं।
इस टीम का मुख्य कार्य महिला कोच में पुरुष यात्रियों के अवैध प्रवेश की निगरानी करना और महिला यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। यदि कोई पुरुष यात्री महिला कोच में अवैध रूप से प्रवेश करता है या नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसे जुर्माना भरना पड़ सकता है और मेट्रो से उतार दिया जा सकता है।
अभियान की प्रमुख बातें:
1. सुरक्षा टीम की तैनाती : दिल्ली मेट्रो ने महिला कोच में अवैध रूप से प्रवेश करने वाले पुरुष यात्रियों पर नजर रखने के लिए 10 सुरक्षाकर्मियों की टीम तैनात की है। ये सुरक्षाकर्मी सीआईएसएफ, दिल्ली रेलवे पुलिस और डीएमआरसी के सदस्य होंगे।
2. जुर्माना और कार्रवाई: यदि कोई पुरुष यात्री महिला कोच में प्रवेश करता है या नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसे 250 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। यदि जुर्माना भरने से मना किया गया या सुरक्षाकर्मियों की बात नहीं मानी गई, तो यात्री को मेट्रो से उतार दिया जाएगा और दिल्ली मेट्रो रेल पुलिस के हवाले कर दिया जाएगा।
3. पहले दिन की कार्रवाई : अभियान के पहले दिन, 108 पुरुष यात्रियों को महिला कोच में अवैध प्रवेश करने पर रोका गया और उन्हें बाहर कर दिया गया। इसके अलावा, 32 पुरुषों पर जुर्माना भी लगाया गया।
4. शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया : यदि किसी पुरुष यात्री द्वारा महिला कोच या अन्य किसी जगह पर बदमाशी, शरारत या गलत व्यवहार किया जाता है, तो शिकायत 155370 पर दर्ज की जा सकती है। यह नंबर 24X7 सेवा में उपलब्ध है।
5. महिला कोच का आरक्षित स्थान : मेट्रो के गति की दिशा में पहला कोच पूरी तरह से महिलाओं के लिए आरक्षित रहता है और इसमें पुरुष यात्रियों को चढ़ने की अनुमति नहीं है।
इस विशेष अभियान का उद्देश्य दिल्ली मेट्रो में महिला यात्रियों को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करना है। यह नई सुरक्षा टीम नियमों के अनुपालन को सुनिश्चित करने और महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए प्रतिबद्ध है।