नोएडा की सड़कों पर दहशत: नासिम उर्फ़ सोनू की कैब में बंधक बनी ज़िंदगी
AIN NEWS 1: नोएडा की एक शाम, एक परिवार के लिए जैसे किसी डरावने सपने में बदल गई। दिल्ली जाने के लिए बुक की गई एक कैब उन्हें मंज़िल तक पहुंचाने के बजाय, मौत की रफ्तार में सड़कों पर दौड़ा रही थी। ड्राइवर का नाम ऐप पर ‘सोनू’ लिखा था, लेकिन हकीकत में वह था हरियाणा के पलवल का नासिम — एक ऐसा शख्स, जो नकली नाम और फर्जी पहचान के सहारे सवारियों को धोखा दे रहा था।
रफ्तार में कैद हुआ परिवार
गुरुवार दोपहर, सेक्टर-119 का एक दंपती अपनी छोटी बच्ची के साथ दिल्ली जाने के लिए कैब में बैठा। उन्हें क्या पता था कि कुछ ही मिनटों में उनकी यात्रा एक हॉरर राइड में बदल जाएगी।
जैसे ही कैब पर्थला गोलचक्कर के पास पहुंची, पुलिस की चेकिंग बैरिकेड्स नजर आए। उसी पल नासिम की आंखों में डर उतर आया। उसने बिना कुछ कहे स्टीयरिंग घुमाया और गाड़ी को जानलेवा रफ्तार में डाल दिया।
बंधक बनकर गुज़रे मिनट
दंपती ने बार-बार उसे रोकने की विनती की —
“भैया, आगे जाकर प्रॉब्लम हो जाएगी… बच्चा है साथ में…”
लेकिन नासिम के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी।
महिला का पति भी चीखता रहा —
“भाई, पुलिस से बच नहीं पाओगे… रुक जाओ… मैं पैसे दे दूंगा… बात कर लूंगा पुलिस से…”
मगर ड्राइवर जैसे किसी जुनून में था। कार में तनाव और चीखें बढ़ने पर बच्ची भी रोने लगी, लेकिन उसकी संवेदनाएं मानो खत्म हो चुकी थीं।
कैमरे में कैद दहशत
महिला ने कांपते हाथों से अपना फोन निकाला और वीडियो रिकॉर्डिंग शुरू की। 59 सेकेंड और 1 मिनट 13 सेकेंड के दो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए। इनमें साफ दिखता है कि कैसे ड्राइवर, यात्रियों की गुहार को नज़रअंदाज करते हुए सड़कों पर रफ्तार का कहर बरपा रहा है।
ट्रांसपोर्ट नगर में छोड़ा और भागा
काफी देर तक शहर में चक्कर काटने के बाद, नासिम ने परिवार को ट्रांसपोर्ट नगर में उतारा और कार लेकर फरार हो गया। लेकिन यह फरारी ज्यादा देर नहीं चली।
पुलिस का पीछा और गिरफ्तारी
वीडियो के वायरल होते ही नोएडा पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया। कार नंबर से लोकेशन ट्रेस की गई और शुक्रवार सुबह सहारा कट के पास नासिम को दबोच लिया गया। उसकी वैगनआर को सीज कर दिया गया।
दो नाम, दो पहचान
जांच में चौंकाने वाला सच सामने आया — बुकिंग ऐप पर ‘सोनू’ नाम का इस्तेमाल करने वाला यह ड्राइवर असल में नासिम है। उसकी कार से दो आधार कार्ड बरामद हुए, जो अलग-अलग नाम से बने थे। इसके अलावा पुलिस ने उसके खिलाफ ₹29,250 का ई-चालान भी काटा।
कागज़ अधूरे, ड्राइविंग लापरवाह
पूछताछ में नासिम ने बताया कि कार के दस्तावेज पूरे नहीं थे और उसे डर था कि चेकिंग में गाड़ी सीज हो जाएगी। यही वजह थी कि उसने भागने का फैसला लिया। भागते समय उसने एक डिवाइडर में टक्कर मार दी, जिससे कार का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया।
बहनोई की गाड़ी, ड्राइवर की जिद
यह वैगनआर नासिम के बहनोई की है। वह कैब चलाकर रोज़ी कमाता है, लेकिन नियमों की परवाह किए बिना। दस्तावेज अधूरे होने के बावजूद उसने यात्रियों की जान जोखिम में डाल दी।
कानून का शिकंजा
पुलिस ने नासिम को बंधक बनाने, फर्जी पहचान का इस्तेमाल करने और खतरनाक ड्राइविंग के आरोप में जेल भेज दिया है। अब वह सलाखों के पीछे है, और उसकी कहानी लोगों के लिए एक चेतावनी बन गई है।
In a shocking Noida crime case, a cab driver identified as Nasim was arrested for holding a family hostage during a high-speed chase to evade police checks. Using a fake name “Sonu” for app bookings, Nasim was found carrying two Aadhaar cards with different names. The Noida Police seized his WagonR, issued a ₹29,250 challan, and confirmed he lacked proper documents. This incident raises serious concerns about passenger safety, fake identities in cab services, and reckless driving in Noida.



















