Old Lucknow Metro: 11 Km Corridor with 12 Stations from Aminabad to Rumi Gate Approved
पुराने लखनऊ को मिलेगी मेट्रो की सौगात: 11 किलोमीटर में 12 स्टेशन, अमीनाबाद से रूमी गेट तक सफर आसान
AIN NEWS 1 लखनऊ, 12 अगस्त 2025 – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट बैठक में लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना के फेज-1B को मंजूरी दे दी गई है। इस नए चरण में पुराना लखनऊ पहली बार मेट्रो कनेक्टिविटी से जुड़ जाएगा, जिससे शहर की ऐतिहासिक और व्यावसायिक धड़कन को नई रफ्तार मिलने की उम्मीद है।
परियोजना की लंबाई और स्टेशन
फेज-1B के तहत 11.165 किलोमीटर लंबे मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण होगा, जिसमें कुल 12 स्टेशन होंगे। ये स्टेशन होंगे –
1. अमीनाबाद
2. चौक
3. यहियागंज
4. पांडेयगंज
5. केजीएमयू (किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी)
6. बड़ा इमामबाड़ा
7. छोटा इमामबाड़ा
8. भूल-भुलैया
9. घड़ीघर (क्लॉक टॉवर)
10. रूमी दरवाजा
11. हुसैनाबाद
12. टूरिस्ट हब स्टेशन (विशेष सुविधा के साथ)
इस परियोजना के पूरा होने के बाद लखनऊ मेट्रो नेटवर्क की कुल लंबाई 34 किलोमीटर हो जाएगी, जिससे शहर के कई हिस्से एक-दूसरे से तेज़ और सुरक्षित तरीके से जुड़ जाएंगे।
पुराना लखनऊ – अब मेट्रो की पहुंच में
पुराना लखनऊ अपने तंग बाजारों, ऐतिहासिक धरोहरों और मशहूर खानपान के लिए जाना जाता है। यहां तक पहुंचना अक्सर ट्रैफिक और पार्किंग की समस्याओं के कारण मुश्किल होता था। मेट्रो के इस नए कॉरिडोर से अमीनाबाद, चौक, यहियागंज और पांडेयगंज जैसे प्रमुख बाजार आसानी से सुलभ हो जाएंगे।
अमीनाबाद: लखनऊ का मशहूर शॉपिंग हब, जहां साड़ियों से लेकर जूतों और आभूषणों तक सब कुछ मिलता है।
चौक और यहियागंज: पारंपरिक जरी-जरदोजी, चिकनकारी, इत्र और मिठाइयों के लिए प्रसिद्ध।
पांडेयगंज: थोक बाजार और आवश्यक वस्तुओं का प्रमुख केंद्र।
स्वास्थ्य सुविधाओं तक आसान पहुंच
इस मेट्रो रूट की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) जैसे देश के अग्रणी चिकित्सा संस्थान को सीधे जोड़ेगा। मरीजों, डॉक्टरों और छात्रों के लिए यह सुविधा समय और ऊर्जा दोनों की बचत करेगी।
पर्यटक स्थलों का सीधा कनेक्शन
पुराना लखनऊ देश-विदेश के पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। मेट्रो रूट से अब इन स्थलों तक पहुंचना बेहद आसान हो जाएगा:
बड़ा इमामबाड़ा
छोटा इमामबाड़ा
भूल भुलैया
रूमी दरवाजा
घड़ीघर (क्लॉक टॉवर)
इससे लखनऊ की हेरिटेज वॉक और शहर के सांस्कृतिक पर्यटन को नई पहचान मिलेगी,
लखनऊ का स्वाद – अब मेट्रो से
लखनऊ के कबाब, बिरयानी, टुंडे कबाबी, मखनिया लस्सी और शीरमाल जैसी स्वादिष्ट डिशेज के लिए दुनियाभर में लोग यहां आते हैं। मेट्रो की सुविधा से अब पर्यटक और स्थानीय लोग इन व्यंजनों का आनंद लेने के लिए बिना ट्रैफिक की परेशानी के आसानी से पहुंच पाएंगे।
आर्थिक और सामाजिक लाभ
स्थानीय व्यापार को बढ़ावा
पर्यटन में तेजी
ट्रैफिक जाम में कमी
प्रदूषण में कमी
रोजगार के नए अवसर
परियोजना का महत्व
केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के अनुसार, इस परियोजना के पूरा होने से न केवल यात्रा आसान होगी, बल्कि पुराने लखनऊ के सांस्कृतिक और आर्थिक ढांचे को भी मजबूती मिलेगी। उम्मीद है कि यह मेट्रो लाइन आने वाले वर्षों में लाखों यात्रियों को प्रतिदिन सुविधा प्रदान करेगी।
पुराने लखनऊ की तंग गलियों और भारी ट्रैफिक में मेट्रो का प्रवेश एक ऐतिहासिक कदम है। यह न केवल लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी आसान बनाएगा, बल्कि शहर की अर्थव्यवस्था और पर्यटन को भी नई ऊंचाई देगा।
The Modi Cabinet has approved Phase-1B of the Lucknow Metro Rail Project, extending the metro network by 11.165 km with 12 stations across Old Lucknow. This corridor will connect key commercial hubs like Aminabad, Chowk, Yahiyaganj, and Pandeyganj, vital healthcare at King George’s Medical University, and major tourist attractions such as Bara Imambara, Chota Imambara, Bhool Bhulaiya, Clock Tower, and Rumi Darwaza. The project aims to boost tourism, improve connectivity, and ease traffic congestion in the heritage-rich parts of Lucknow.



















