लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने वृंदावन को बताया आध्यात्मिक भूमि, देशहित में कार्य करने की दी प्रेरणा
Lok Sabha Speaker Om Birla Visits Vrindavan, Calls It Spiritual Land
AIN NEWS 1: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने अपने हालिया दौरे के दौरान उत्तर प्रदेश के वृंदावन (मथुरा) का दौरा किया। इस यात्रा के दौरान उन्होंने वृंदावन की पवित्रता और आध्यात्मिक महत्व की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह भूमि करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है और यहां आने वाले लोग आध्यात्मिक ऊर्जा से प्रेरित होकर सात्विक और सच्चा जीवन जीने की प्रेरणा लेते हैं।
आध्यात्मिक नगरी वृंदावन का महत्व
वृंदावन हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह स्थान भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं से जुड़ा हुआ है और हर साल लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन करने आते हैं। ओम बिड़ला ने कहा कि वृंदावन की आध्यात्मिक ऊर्जा लोगों को सकारात्मकता और समाज के प्रति सेवा की भावना से भर देती है।
सात्विक जीवन जीने की प्रेरणा
लोकसभा अध्यक्ष ने अपने संबोधन में कहा कि आध्यात्मिक स्थलों का मुख्य उद्देश्य लोगों को सात्विक जीवन जीने और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देना है। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को देश के विकास में योगदान देना चाहिए और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए कार्य करना चाहिए।
देश के विकास में योगदान की अपील
ओम बिड़ला ने कहा कि आध्यात्मिकता केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जीवन को सही दिशा देने और समाज में बदलाव लाने का महत्वपूर्ण माध्यम है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे देशहित में कार्य करें और राष्ट्र निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।
श्रद्धालुओं के लिए संदेश
वृंदावन में ओम बिड़ला ने श्रद्धालुओं से संवाद किया और उन्हें समाज के कल्याण के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि देश के नागरिकों को धर्म, जाति और भाषा से ऊपर उठकर देश के विकास में योगदान देना चाहिए।
ओम बिड़ला की यह यात्रा न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक संदेश देने वाली भी रही। उन्होंने वृंदावन को आध्यात्मिक और प्रेरणादायक भूमि बताया और समाज के विकास में आध्यात्मिकता की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। उनकी इस यात्रा ने श्रद्धालुओं के बीच एक सकारात्मक संदेश फैलाया और समाज सेवा की प्रेरणा दी।
Lok Sabha Speaker Om Birla visited Vrindavan in Mathura, Uttar Pradesh, and described it as a spiritual land that inspires people to live a sattvic and truthful life. During his visit, he urged devotees to contribute to the country’s development and work for the welfare of society. This visit highlighted the significance of Vrindavan as a religious destination and its role in spreading positivity among people.