AIN NEWS 1: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है कि अगर उनकी पार्टी, नैशनल कॉन्फ्रेंस, आगामी चुनावों में सत्ता में आती है, तो वह जम्मू-कश्मीर से ‘अफस्पा’ (असाल्ट्स फोर्सेस स्पेशल पॉवर्स एक्ट) को हटाने का प्रयास करेंगे। उमर अब्दुल्ला का कहना है कि यह कदम कश्मीर में हो रहे उत्पीड़न को समाप्त करने के लिए उठाया जाएगा।
उमर अब्दुल्ला ने अपने पार्टी के घोषणापत्र के संदर्भ में कहा कि यह दस्तावेज जम्मू-कश्मीर के लोगों की उम्मीदों और आकांक्षाओं का सटीक चित्रण करता है। उनका मानना है कि अफस्पा के तहत कश्मीरी युवाओं और नागरिकों के अधिकारों का हनन हो रहा है, और इसके समाप्त होने से इलाके में शांति और स्थिरता लाई जा सकेगी।
उनका यह बयान इस समय महत्वपूर्ण है जब जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक और सामाजिक माहौल काफी संवेदनशील है। अफस्पा एक ऐसा कानून है जो विशेष परिस्थितियों में सुरक्षा बलों को अधिक शक्ति देता है, लेकिन इसके कार्यान्वयन से कई बार मानवाधिकार उल्लंघनों की शिकायतें भी आती रही हैं।
उमर अब्दुल्ला ने यह भी स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य केवल कानून को हटाना नहीं है, बल्कि कश्मीरी युवाओं के साथ हो रहे अन्याय और उत्पीड़न को भी समाप्त करना है। उनके अनुसार, नैशनल कॉन्फ्रेंस का घोषणापत्र पूरी तरह से जम्मू-कश्मीर की जनता की आवश्यकताओं और आकांक्षाओं को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।
उनका यह वादा स्थानीय राजनीति में एक नई दिशा का संकेत हो सकता है और यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी चुनावों में क्या उनकी पार्टी इस लक्ष्य को प्राप्त कर पाती है या नहीं।