AIN NEWS 1: अयोध्या में एक साइबर ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें एक एमबीए छात्रा के दस्तावेजों का दुरुपयोग कर ₹2.39 लाख का ऑनलाइन लोन स्वीकृत करवाया गया। यह धोखाधड़ी तब उजागर हुई जब पीड़ित के बैंक खाते से ईएमआई कटने का मैसेज आया। जांच में पता चला कि छात्रा का एमबीए में प्रवेश तक नहीं हुआ था, लेकिन उसके नाम पर फर्जी तरीके से ऋण लिया गया और पैसे ठगों के खाते में ट्रांसफर कर दिए गए।
कैसे हुआ यह फर्जीवाड़ा?
गोरखपुर के पीपीगंज थाना क्षेत्र के भरवल निवासी उदयभान, जो अयोध्या परिक्षेत्रीय पुलिस कार्यालय में मुख्य आरक्षी हैं, अपनी बेटी मानसी चौधरी के एमबीए में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन कर रहे थे। 31 दिसंबर 2024 को मानसी ने टवास लर्निंग प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से आवेदन किया।
इसके बाद, इस संस्थान के लोगों ने मानसी के दस्तावेज हासिल कर धोखाधड़ी से ₹2,39,583 का लोन मंजूर करवा लिया और यह रकम काउन्सिल इंडिया नामक बैंक खाते में स्थानांतरित करवा दी।
फ्रॉड का खुलासा कैसे हुआ?
5 फरवरी 2025 को उदयभान के बैंक ऑफ बड़ौदा के वेतन खाते से पहली ईएमआई कटने का मैसेज आया। जब उन्होंने बैंक जाकर जांच कराई, तो पता चला कि उनके नाम पर एक लोन लिया गया था।
धोखाधड़ी का विरोध करने पर धमकी
जब मानसी ने संस्थान से रकम वापस करने की मांग की, तो संस्थान के कर्मचारियों ने गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी दी। ठगों ने स्पष्ट कहा कि पैसे वापस नहीं किए जाएंगे।
पुलिस कार्रवाई और गिरोह का पर्दाफाश
पीड़ित ने अयोध्या साइबर क्राइम थाना में शिकायत दर्ज कराई। प्रभारी निरीक्षक मो. अरशद खान ने बताया कि प्रारंभिक जांच में राजस्थान निवासी गिरोह की संलिप्तता सामने आई है। यह गिरोह कई राज्यों में फैला हुआ है और ऑनलाइन लोन फ्रॉड जैसी धोखाधड़ी कर रहा है।
जांच में यह भी पता चला कि जिस बैंक खाते में रकम ट्रांसफर हुई थी, वहां से पैसे पहले ही निकाले जा चुके हैं। पुलिस ठगों के नेटवर्क की तह तक पहुंचने और पीड़ित की रकम वापस दिलाने के प्रयास में जुटी है।
सावधान रहें, ऐसे ऑनलाइन फ्रॉड से बचें
यह मामला ऑनलाइन लोन और साइबर क्राइम से जुड़े खतरों की ओर इशारा करता है। ऐसे फ्रॉड से बचने के लिए—
अज्ञात संस्थानों को अपने व्यक्तिगत दस्तावेज न दें।
किसी भी लोन या वित्तीय लेन-देन से पहले बैंक या अधिकृत संस्थान से पुष्टि करें।
बैंक खाते में अनधिकृत लेन-देन दिखे तो तुरंत साइबर क्राइम पुलिस से संपर्क करें।
यह मामला ऑनलाइन ठगी के बढ़ते मामलों का उदाहरण है, जो लोगों को अपनी वित्तीय सुरक्षा के प्रति सतर्क रहने की चेतावनी देता है।
A shocking case of online loan fraud has emerged in Ayodhya, where cyber criminals tricked an MBA aspirant by misusing her documents. The fraudsters secured a loan of ₹2.39 lakh in her name and transferred the money to their own account. The scam came to light when an EMI deduction from the victim’s bank account raised suspicion. Investigations revealed a widespread cyber crime network with links across multiple states. Authorities are actively pursuing the cyber criminals to recover the funds and bring the perpetrators to justice.