AIN NEWS 1 | ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने पाकिस्तान द्वारा दागी गई चीनी PL-15 एयर टू एयर मिसाइल को इंटरसेप्ट कर लिया. यह वही PL-15 मिसाइल है जिसे चीन ने पाकिस्तान को निर्यात किया है. जब 29 मई 2024 को इस बारे में चीन के रक्षा मंत्रालय से सवाल पूछा गया तो उन्होंने सीधे तौर पर जवाब देने से बचते हुए इसे “एक्सपोर्ट उपकरण” बताया.
चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल झांग शियाओगांग ने कहा,
“आप जिस मिसाइल की बात कर रहे हैं वो एक्सपोर्ट उपकरण है, जिसे देश और विदेश की डिफेंस एग्जीबिशन में प्रदर्शित किया जा चुका है.”
भारत की कार्रवाई और पाकिस्तानी हमले विफल
पहलगाम आतंकी हमले का जवाब देते हुए भारतीय सेना ने पाकिस्तान के भीतर घुसकर 9 आतंकी शिविर तबाह कर दिए. जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान ने 8 से 10 मई की रातों में भारत पर हमले की नाकाम कोशिश की और चीन व तुर्किए के ड्रोन्स और मिसाइलों का इस्तेमाल किया. भारत ने इन सभी हथियारों को अपने एयर डिफेंस सिस्टम से सफलतापूर्वक इंटरसेप्ट कर लिया.
चीनी हथियारों की साख पर सवाल
इस ऑपरेशन के बाद मेड इन चाइना PL-15 समेत कई हथियारों की विश्वसनीयता पर सवाल उठने लगे हैं. हालांकि चीन की ओर से इन रिपोर्ट्स पर कोई स्पष्ट टिप्पणी नहीं की गई है.
चीन-पाक रिश्ते और भारत पर नजर
चीन ने भारत-पाकिस्तान संबंधों पर कहा,
“भारत और पाकिस्तान ऐसे पड़ोसी हैं जिन्हें अलग नहीं किया जा सकता. हम आशा करते हैं कि दोनों देश संयम बरतेंगे और तनाव को बढ़ाने वाली कार्रवाइयों से बचेंगे.”
चीन-पाकिस्तान रक्षा साझेदारी
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की रिपोर्ट के मुताबिक, 2020 से 2024 के बीच पाकिस्तान के कुल हथियार आयात का 81% चीन से हुआ है, जिसमें PL-15 जैसी मिसाइलें, फाइटर जेट्स, नेवी जहाज और सबमरीन शामिल हैं.
PL-15 मिसाइल का इस्तेमाल पाकिस्तान द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के दौरान किए जाने की पुष्टि भारत द्वारा इंटरसेप्शन के जरिए हुई है, पर चीन इस मुद्दे पर खुलकर जवाब देने से बच रहा है. वहीं, चीन के हथियारों की कार्यक्षमता पर भी अब वैश्विक स्तर पर सवाल उठने लगे हैं.