AIN NEWS 1: पहलगाम आतंकी हमले के बाद देशभर में आक्रोश का माहौल था। इस हमले में भारतीय सुरक्षाबलों के कई जवान शहीद हो गए थे और एक बार फिर पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों की भूमिका सामने आई। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (POK) में मौजूद आतंकियों को सबक सिखाने का निर्णय लिया।
ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत:
भारतीय सेना ने 6 और 7 मई की रात को एक गुप्त और सटीक सैन्य अभियान — ऑपरेशन सिंदूर — को अंजाम दिया। यह ऑपरेशन रात के अंधेरे में बेहद गुप्त तरीके से शुरू किया गया, जिसमें भारत के खास बलों और आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल हुआ।
हमले के लक्ष्य:
इस ऑपरेशन में कुल 9 आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया। ये सभी ठिकाने पाकिस्तान और POK में स्थित थे और वर्षों से आतंकवाद फैलाने का अड्डा बने हुए थे।
नष्ट किए गए 9 प्रमुख ठिकाने:
1. मरकज़ सुभान अल्लाह, बहावलपुर:
यह ठिकाना जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर का प्रमुख अड्डा था। यहां पर 20-30 आतंकी मौजूद थे, जो हमले में मारे गए।
2. मरकज़ तैयबा, मुरीदके:
लश्कर-ए-तैयबा का गढ़, जहां 30 से अधिक आतंकी मारे गए। यह ठिकाना पहले भी कई बार चर्चा में रहा है।
3. सरजाल / तेहरा कलां:
LOC के पास स्थित यह इलाका आतंकियों का सुरक्षित रूट माना जाता था। यहां बड़े पैमाने पर हथियार और प्रशिक्षण की व्यवस्था थी।
4. महमूना जोया सुविधा, सियालकोट:
यह आतंकियों का ट्रेनिंग और हथियार भंडारण केंद्र था। इसे पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया।
5. मरकज़ अहले हदीस, बरनाला, भिम्बर:
यहां कई आतंकी गुट सक्रिय थे। यह ठिकाना धार्मिक कट्टरता फैलाने और भर्ती अभियान चलाने में लगा था।
6. मरकज़ अब्बास, कोटली:
एक प्रमुख रडार और संचार केंद्र, जहां से आतंकियों को निर्देश दिए जाते थे।
7. मस्कर राहील शाहिद, कोटली:
यह आतंकी कमांड सेंटर था। इस पर किए गए हमले में कई बड़े कमांडर मारे गए।
8. शावई नाला कैम्प, मुजफ्फराबाद:
यहां विभिन्न आतंकी संगठनों के सदस्य इकट्ठा होकर योजना बनाते थे। यह एक बड़ा लॉजिस्टिक बेस था।
9. मरकज़ सैयदना बिलालबड़ी खबर:
धार्मिक केंद्र की आड़ में चलने वाला यह अड्डा आतंकियों का रिक्रूटमेंट और ब्रेनवॉश सेंटर था।
ऑपरेशन की प्रमुख बातें:
भारतीय वायुसेना और आर्मी की संयुक्त कार्रवाई थी।
सभी ठिकानों को सटीक इनपुट्स और रीयल टाइम इंटेलिजेंस के आधार पर चुना गया था।
पाकिस्तान को रातों-रात कोई अंदेशा नहीं हुआ, जिससे भारत की गुप्त योजना की सफलता साफ नजर आती है।
भारत की तरफ से किसी भी नुकसान की खबर नहीं है।
90 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की खबर:
इस हमले में अनुमानित 90 से अधिक आतंकी मारे गए हैं। अलग-अलग ठिकानों पर रह रहे आतंकी पूरी तरह चौंक गए। बहावलपुर और मुरीदके में सबसे ज़्यादा नुकसान हुआ। अकेले बहावलपुर में 20-30 और मुरीदके में 30 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की खबर है।
भारत का संदेश:
ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि देश पर हमला करने वालों को माफ नहीं किया जाएगा। यह न केवल एक बदला था, बल्कि एक चेतावनी भी थी — अगर आतंक जारी रहा, तो हर ठिकाना निशाने पर रहेगा।
राजनीतिक प्रतिक्रिया:
सरकार ने आधिकारिक तौर पर ऑपरेशन की पुष्टि नहीं की है, लेकिन रक्षा सूत्रों के हवाले से इसकी जानकारी सामने आ चुकी है। देशभर में जनता और राजनीतिक दलों ने भारतीय सेना के साहस की सराहना की है।
मीडिया कवरेज और अंतरराष्ट्रीय असर:
विदेशी मीडिया में भी इस ऑपरेशन की चर्चा हो रही है। कई देशों ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार को सही ठहराया है। पाकिस्तान एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर अलग-थलग पड़ता दिख रहा है।
ऑपरेशन सिंदूर भारत की आतंक के खिलाफ नीति का प्रतीक है। यह सिर्फ एक सैन्य हमला नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा नीति का नया अध्याय है। अब यह साफ है कि भारत आतंकी हमलों को चुपचाप सहने वाला देश नहीं है, बल्कि उसका माकूल जवाब देने वाला देश है।
In a bold response to the Pahalgam terror attack, the Indian Army launched Operation Sindoor, a strategic military operation that destroyed 9 major terror camps across Pakistan and Pakistan-occupied Kashmir (POK). These included key locations like Masood Azhar’s base in Bahawalpur, Markaz Tayyaba in Muridke, and terror hubs in Sialkot, Kotli, and Muzaffarabad. The action resulted in the elimination of over 90 terrorists and sent a strong message against cross-border terrorism. This decisive strike not only avenged the Pahalgam attack but also showcased India’s counter-terror capabilities.