AIN NEWS 1 | गाजियाबाद/नई दिल्ली। पाकिस्तान लगातार यह दावा करता रहा है कि उसकी जमीन पर कोई आतंकी ढांचा नहीं है और भारत की कार्रवाई से कोई नुकसान नहीं हुआ। लेकिन सच अब एक-एक कर सामने आ रहा है। हाल ही में जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर इलियास कश्मीरी ने सच स्वीकार किया था और अब लश्कर-ए-तैयबा का एक बड़ा कबूलनामा पाकिस्तान की पोल खोल रहा है।
दरअसल, लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर कासिम का वीडियो सामने आया है, जिसमें उसने मुरीदके स्थित मरकज-ए-तैयबा कैंप पर हुए नुकसान का सच उजागर किया। उसने साफ कहा कि भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर में यह कैंप तबाह कर दिया गया था और अब इसे फिर से बनाया जा रहा है। कासिम ने यह भी बताया कि यह जगह पहले से ज्यादा बड़ी मस्जिद और ट्रेनिंग सेंटर के रूप में तैयार की जा रही है।
पाकिस्तान का झूठ बेनकाब
कासिम के वीडियो ने पाकिस्तान सरकार और वहां की फौज के झूठ पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। वह कहता है,
“मैं इस वक्त मुरीदके में मरकज-ए-तैयबा कैंप के सामने खड़ा हूं, जिसे ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तबाह कर दिया गया था। अब यहां नया निर्माण चल रहा है और यह पहले से भी बड़ा होगा। यहीं से कई बड़े मुजाहिदीन निकले हैं।”
यह बयान पाकिस्तान के उन दावों की पोल खोलता है, जिनमें वह बार-बार कहता रहा कि भारतीय सेना की कार्रवाई में कोई आतंकी ठिकाना नष्ट नहीं हुआ।
आतंकियों की फैक्ट्री का नया अड्डा
कासिम ने अपने वीडियो में न सिर्फ तबाह हुए कैंप का जिक्र किया, बल्कि यह भी बताया कि अब पाकिस्तान में एक नई जगह आतंकियों की फैक्ट्री के तौर पर तैयार की जा रही है।
उसने एक और वीडियो जारी कर कहा कि – “आज 15 सितंबर है और पूरे पाकिस्तान में ऐसी जगह है जहां दौरा-ए-सुफ्फा नाम का कोर्स सिखाया जा रहा है। इसके तहत आतंकियों को घुड़सवारी, तैराकी और अलग-अलग तरह के खतरनाक प्रशिक्षण दिए जाते हैं।”
इस बयान से यह साफ हो गया कि पाकिस्तान में आतंकी संगठन सिर्फ पुराने ढांचे को पुनर्जीवित नहीं कर रहे, बल्कि नई पीढ़ी के आतंकियों को तैयार करने में भी जुटे हुए हैं।
लश्कर और जैश की साजिश
लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद, दोनों ही संगठन अब तेजी से नए युवाओं की भर्ती कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने कई ट्रैनिंग कैंप बनाए हैं जहां हथियार चलाने से लेकर आधुनिक रणनीति तक सिखाई जा रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई इन संगठनों को पूरी तरह से संरक्षण दे रही है। यही वजह है कि ऑपरेशन सिंदूर जैसे बड़े हमले के बावजूद पाकिस्तान आतंकी ढांचे को खत्म करने के बजाय और मजबूत करने में जुटा है।
ऑपरेशन सिंदूर: भारत की बड़ी सफलता
भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में एक साथ नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। इस दौरान 100 से ज्यादा आतंकियों का सफाया किया गया।
यह ऑपरेशन इसलिए भी ऐतिहासिक रहा क्योंकि इसमें भारत ने पाकिस्तान के अंदर जाकर सीधे उनके गढ़ पर प्रहार किया। यह पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ा झटका था, लेकिन उसने इसे छिपाने की भरसक कोशिश की।
अब लश्कर और जैश के कमांडरों के वीडियो से यह साफ हो गया है कि पाकिस्तान की जमीन पर आतंकियों के ठिकाने न सिर्फ मौजूद हैं, बल्कि उन्हें खुलेआम पुनर्जीवित किया जा रहा है।
पाकिस्तान का असली चेहरा सामने
विश्लेषकों का मानना है कि कासिम का कबूलनामा भारत के लिए एक बड़ा सबूत है, जिसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान को घेरने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। पाकिस्तान बार-बार खुद को आतंकवाद से पीड़ित बताता है, लेकिन हकीकत यह है कि वही आतंक की फैक्ट्री चला रहा है।
भारत लंबे समय से कहता आया है कि पाकिस्तान आतंकवाद को राज्य प्रायोजित तरीके से बढ़ावा देता है। अब खुद आतंकी कमांडरों के बयान इसकी पुष्टि कर रहे हैं।
लश्कर कमांडर कासिम के वीडियो ने पाकिस्तान की असलियत को उजागर कर दिया है। यह साफ है कि वहां के आतंकी ठिकाने अब भी सक्रिय हैं और ऑपरेशन सिंदूर में मिली चोट के बाद भी उन्हें फिर से खड़ा किया जा रहा है। भारत के लिए यह चुनौती है, लेकिन साथ ही यह अवसर भी है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान के असली चेहरे से अवगत कराया जाए।