Pakistan Army Chief Asim Munir Reacts After India’s Retaliatory Strike
भारत से मिली करारी हार के बाद बोले पाक आर्मी चीफ, बेइज्जती पर पर्दा डालने की नाकाम कोशिश
AIN NEWS 1: पाकिस्तानी सेना को भारत से मिली बड़ी शिकस्त, 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 7 मई की सुबह ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और POK (पाक अधिकृत कश्मीर) के आतंकी ठिकानों पर जबरदस्त हमला किया। भारतीय वायुसेना और मिसाइल बलों ने सटीक हमले करते हुए पाकिस्तान के अहम एयरबेस जैसे चकलाला, सरगोधा और रफीकी को निशाना बनाया। इन हमलों में पाकिस्तान का एयर डिफेंस सिस्टम पूरी तरह फेल हो गया।
चार दिन तक चला भारतीय पलटवार
पाकिस्तानी सेना ने जवाब देने की नाकाम कोशिश करते हुए 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की योजना बनाई, लेकिन भारतीय बलों ने इसे पूरी तरह विफल कर दिया। इसके बाद भारत ने और कड़े कदम उठाते हुए पाकिस्तान के अंदर घुसकर हमला किया। लाहौर में स्थित एयर डिफेंस यूनिट्स को तबाह कर दिया गया।
चार दिनों तक चले ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद आखिरकार 11 मई को दोनों देशों में युद्धविराम की सहमति बनी। इस पूरी कार्रवाई ने पाकिस्तान की सैन्य कमजोरी को दुनिया के सामने उजागर कर दिया।
पाकिस्तानी आर्मी चीफ की प्रतिक्रिया
भारत की सैन्य कार्रवाई के बाद सोमवार को पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल सैयद आसिम मुनीर ने पहली बार सार्वजनिक रूप से बयान दिया। वे रावलपिंडी के संयुक्त सैन्य अस्पताल में भारत से हुई टकराव में घायल हुए सैनिकों और नागरिकों का हाल जानने पहुंचे।
वहां उन्होंने कहा, “दुश्मन की कोई भी योजना पाकिस्तान के सशस्त्र बलों के संकल्प को कमजोर नहीं कर सकती। पूरा देश हमारी सेना के साथ खड़ा है।”
यह बयान ऐसे समय आया है जब अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान की फजीहत हो रही है और भारत की सैन्य ताकत की तारीफ हो रही है। मुनीर के इस बयान को सेना की नाकामी पर पर्दा डालने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।
ऑपरेशन बुनयान उल मरसूस का जिक्र
जनरल मुनीर ने अस्पताल में अपने बयान में ऑपरेशन बुनयान उल मरसूस का भी जिक्र किया, जिसे उन्होंने “हक की लड़ाई” करार दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना इस संघर्ष में पूरे जोश से लड़ रही है और राष्ट्र उनके साथ है।
हालांकि ज़मीनी हकीकत यह है कि पाकिस्तान की यह “हक की लड़ाई” उसे भारी पड़ रही है। भारतीय सेना की सटीक योजना और आधुनिक तकनीक के सामने पाकिस्तानी सेना की तैयारी और क्षमताएं बेहद कमजोर साबित हुईं।
पाकिस्तानी संसद का दिखावटी समर्थन
सोमवार को ही पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें सेना की तारीफ की गई। लेकिन यह कदम सिर्फ घरेलू जनता को दिखाने के लिए था, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय मीडिया और रणनीतिक विशेषज्ञों ने पाकिस्तान की रणनीतिक हार को प्रमुखता से रिपोर्ट किया।
भारत की सैन्य रणनीति ने बदल दिया समीकरण
भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब वह किसी आतंकी हमले का जवाब कूटनीतिक स्तर पर नहीं, बल्कि सैन्य ताकत से देगा। ऑपरेशन सिंदूर जैसी कार्रवाई ने यह दिखाया कि भारत अब सिर्फ LOC तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि आवश्यकता पड़ने पर दुश्मन के घर में घुसकर मार करेगा।
भारत की कार्रवाई ने पाकिस्तान की सैन्य कमजोरी को पूरी दुनिया के सामने ला दिया है। पाकिस्तानी सेना और सरकार दोनों ही इस हार को छिपाने में लगे हुए हैं, लेकिन वास्तविकता से भागना अब उनके लिए मुश्किल होता जा रहा है। पाकिस्तान के आर्मी चीफ का बयान इसी बेबसी की बानगी है।
After India’s strong retaliation to the Pahalgam terror attack, Pakistan Army Chief Asim Munir visited injured soldiers and issued a statement trying to cover up the embarrassment caused by Pakistan’s military failure. The Indian missile strike on Pakistan’s airbases including Chaklala, Sargodha, and Rafiqui during Operation Sindoor showcased the weakness of Pakistan’s air defense and escalated the India Pakistan conflict. Asim Munir’s response highlights the tension after India’s successful strikes inside POK and Pakistan, following the LOC violation by Pakistani elements.