Pakistan News: क्या पाकिस्तान में सनातन धर्म की ओर लौट रहे हैं लोग? मां भटियाणी मंदिर में गूंजे भजन
पाकिस्तान में गूंजे सनातन भजन: मां भटियाणी मंदिर में मुस्लिम श्रद्धालुओं ने की पूजा!
AIN NEWS 1: पाकिस्तान में हिंदुओं को अक्सर भेदभाव और धार्मिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है। हिंदू मंदिरों को नुकसान पहुंचाने, जबरन धर्मांतरण और अन्याय की खबरें आम हैं। लेकिन हाल ही में एक ऐसा नजारा देखने को मिला, जिसने सभी को चौंका दिया। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित मां भटियाणी मंदिर में बड़ी संख्या में मुस्लिम श्रद्धालु भजन-कीर्तन गाते नजर आए।
मां भटियाणी मंदिर में भक्ति की लहर
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में देखा जा सकता है कि टोपी और दाढ़ी वाले मुस्लिम श्रद्धालु मंदिर में आरती और भजन गा रहे हैं। वे मां भटियाणी के सामने श्रद्धा भाव से खड़े हैं, हाथ जोड़कर प्रार्थना कर रहे हैं। यह वीडियो पाकिस्तान की पत्रकार आरजू काजमी ने पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने “जय माता दी” लिखते हुए इसे साझा किया।
क्या पाकिस्तान में सनातन धर्म की स्वीकृति बढ़ रही है?
यह दृश्य इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि पाकिस्तान में हिंदू मंदिरों पर हमले की घटनाएं आम हैं। कट्टरपंथी मानसिकता के चलते हिंदू धर्म को नीचा दिखाने की कोशिशें होती रहती हैं। ऐसे में मुस्लिमों द्वारा हिंदू मंदिर में पूजा करना एक ऐतिहासिक और चौंकाने वाला बदलाव माना जा रहा है।
पाकिस्तान के डीएनए में सनातन धर्म?
इतिहास गवाह है कि पाकिस्तान का क्षेत्र कभी सनातन धर्म और हिंदू संस्कृति का केंद्र हुआ करता था। विभाजन के बाद यहां इस्लाम का प्रभुत्व बढ़ा, लेकिन आज भी कई ऐसे स्थान हैं जहां हिंदू देवी-देवताओं की पूजा की जाती है।
सिंध प्रांत में मौजूद माजीसा धाम इसका एक उदाहरण है, जहां मुस्लिम समुदाय के लोग भी नियमित रूप से पूजा-अर्चना करते हैं। यह दिखाता है कि सनातन धर्म सिर्फ एक मत नहीं बल्कि जीवन पद्धति है, जिसे सभी अपनाने की ओर बढ़ रहे हैं।
क्या पाकिस्तान में भगवा लहराने वाला है?
इस घटना ने यह सवाल भी खड़ा कर दिया है कि क्या पाकिस्तान में हिंदू धर्म की ओर वापसी की शुरुआत हो गई है? क्या यहां के लोग अब अपने मूल धर्म की ओर लौट रहे हैं?
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुछ समय पहले कहा था कि “पूरी दुनिया एक दिन सनातन धर्म को अपनाएगी।” अब पाकिस्तान से आई ये तस्वीरें इस बयान को सच साबित करती नजर आ रही हैं।
पाकिस्तानी मौलानाओं की प्रतिक्रिया
इस घटना पर पाकिस्तान के कट्टरपंथी मौलाना-मौलवी नाखुश हो सकते हैं। वे इसे इस्लाम के खिलाफ मान सकते हैं, लेकिन सत्य को झुठलाया नहीं जा सकता। सनातन धर्म को स्वीकार करने का यह सिलसिला आगे भी जारी रह सकता है।
सनातन धर्म की शक्ति
सनातन धर्म सिर्फ पूजा-अर्चना तक सीमित नहीं, बल्कि यह एक वैज्ञानिक, दार्शनिक और आध्यात्मिक ज्ञान का भंडार है। यह किसी को जबरदस्ती धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर नहीं करता, बल्कि अपने सत्य, प्रेम और करुणा से लोगों को आकर्षित करता है।
क्या पाकिस्तान में बदलाव की आहट?
अगर पाकिस्तान के लोग सच में सनातन धर्म की ओर झुकाव महसूस कर रहे हैं, तो यह धार्मिक सौहार्द और सांस्कृतिक जागरूकता की दिशा में एक सकारात्मक कदम हो सकता है। हालांकि, पाकिस्तान में इस तरह की घटनाएं कट्टरपंथियों के विरोध के कारण ज्यादा देर तक टिक नहीं पातीं।
फिर भी, अगर लोगों ने सनातन धर्म को अपनाने का मन बना लिया है, तो इसे रोका नहीं जा सकता। समय के साथ यह बदलाव और गहरा हो सकता है।
Recently, a viral video from Pakistan has shocked many, showing Muslim devotees performing bhajan and aarti at Maa Bhatiyani Temple in Sindh. This unexpected event has raised questions about Pakistan’s religious landscape and its historical connection with Sanatan Dharma. Many believe that Pakistan, once a land of Hindu civilization, is witnessing a shift as more people recognize the essence of Sanatan Dharma. With temples like Maa Bhatiyani and Majisa Dham attracting Muslim worshippers, the idea that Hindu-Muslim unity and Sanatan philosophy are gaining ground in Pakistan is becoming more evident. Could this be a turning point in Pakistan’s religious outlook?